महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होना बहुत सामान्य बात है। लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं अपने जीवन में कभी न कभी यूटीआई की समस्या से गुजरती हैं। लेकिन क्या कभी पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) के बारे में सुना है। शायद ही कभी, क्योंकि पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन एक असामान्य समस्या है, जो हर साल मात्र तीन प्रतिशत पुरुषों को ही प्रभावित करती है। जानें क्यों होता है पुरुषों में यह समस्या।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव और किडनी रोगों के अनुसार, महिलाओं की तरह ही पुरुषों में भी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या अक्सर देखी जाती है। यूरोलॉजी केयर फाउंडेशन के अनुसार, लगभग 12 फीसदी पुरुष अपने पूरे जीवन काल में कम से कम एक बार मूत्र पथ के संक्रमण की समस्या से गुजरते हैं। पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने का खतरा 50 साल की उम्र से अधिक होने पर अधिक आम भी हो जाता है। हालांकि, फिर भी पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का आंकड़ा महिलाओं के मुकाबले लगभग आधा है।
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पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के लक्षण क्या है?
पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के लक्षण अचानक से आते हैं, जैसे :
- बार-बार पेशाब लगना
- साफ नहीं बल्कि धुंधली पेशाब होना
- पेशाब में खून आना
- पेशाब करने में दर्द या जलन महसूस होना
- पेट के निचले हिस्से में हल्का दर्द होना
- ज्यादा देर तक टॉयलेट पास होना
- संक्रमण के कारण बुखार आना
- मितली और उल्टी होना
पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के कारण प्रोस्टेट में संक्रमण होने पर निम्न लक्षण सामने आते हैं :
- बुखार
- ठंड
- थकान
- पेशाब करने में परेशानी होना
- रेक्टम (गुदा) और स्क्रॉटम (वृषण) के बीच के भाग में दर्द होना
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पुरुषों में यूटीआई होने का कारण क्या है?
यूटीआई के संक्रमण के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया का नाम इश्चीरिया कोलाई (Escherichia coli) है। ये बैक्टीरिया हमारे आंतों में रहता है। फिर यह हमारे मलाशय (rectum) से गुदा (Anus) तक पहुंचता है। फिर पीनस से होते हुए मूत्रमार्ग तक बैक्टीरिया पहुंच जाता है। फिर हमारे मूत्राशय (Urinary Bladder) को प्रभावित कर देता है। जिससे ये संक्रमण हो जाता है।
यूं तो महिलाओं का मूत्रमार्ग पुरुषों की तुलना में छोटा होता है। साथ ही बैक्टीरिया थोड़ी दूरी ही तय कर पाता है और मूत्राशय (Urinary bladder) में पहुंच जाते हैं। इसका एक कारण पुरुषों के मूत्रमार्ग की संरचना महिलाओं से अलग होना भी है। पुरुषों का मूत्रमार्ग आगे जा कर मुड़ जाता है जिससे यूटीआई के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया ब्लैडर तक नहीं पहुंच पाते हैं। वहीं, अगर कोई महिला यूटीआई से पीड़ित है और पुरुष उसके साथ असुरक्षित सेक्स करता है तो उसे भी यूटीआई होने का खतरा रहता है।
अधेड़ उम्र के पुरुषों में सबसे ज्यादा यूटीआई होती है। इसका एक कारण यह भी है कि अधेड़ पुरुषों के प्रोस्टेट ग्लैंड में नॉनकैंसरस उभार आने लगते हैं, जिसे बिनाइन प्रॉस्टैटिक हाइपरप्लेसिआ (Benign Prostatic Hyperplasia) कहते हैं। ऐसे में प्रोस्टेट ब्लैडर के गले को ढक लेता है और मूत्रमार्ग से ब्लैडर को सीधे जोड़ देता है। जिससे यूरीन सही से पास नहीं हो पाता है और ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता है। जिस कारण से भी पुरुषों में यूटीआई होता है।
ऊपर बताएं गए कारणों के अलावा कुछ अन्य कारण भी है जिससे पुरुषों में यूटीआई होता है:
- यूरिनरी ट्रैक्ट की सर्जरी के कारण
- पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीने पर
- डायबिटीज
- मल या पॉटी में असंयमता
- एनल सेक्स करने से भी यूटीआई होता है।
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पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का निदान क्या है?
ऊपर जो भी लक्षण बताए गए हैं, उनमें से अगर आप किसी भी लक्षण से गुजर रहे हैं तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर लक्षणों के आधार पर आपका इलाज करेंगे, जरूरत पड़ने पर आपकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछ सकते हैं। इसके साथ ही यूटीआई को कंफर्म करने के लिए डॉक्टर आपकी यूरीन जांच करा सकते हैं। वहीं, प्रोस्टेट में यूटीआई इंफेक्शन को जानने के लिए डिजिटल रेक्टल एक्स-रे करा सकते हैं ताकि प्रोस्टेट में हुई असामान्य वृद्धि का पता लगाया जा सके।
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पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज क्या है?
पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज एंटीबायोटिक्स की मदद से किया जाता है। जिसे डॉक्टर के परामर्श पर ही लेना चाहिए। ये एंटीबायोटिक्स को डॉक्टर दिन में दो बार लगभग पांच से सात दिनों तक खाने के लिए कहते हैं। इसके साथ ही आपको ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए। जिससे ज्यादा मात्रा में यूरीन होगी और यूटीआई के बैक्टीरिया फ्लश हो जाएंगे। यूटीआई के लिए आप चाहें तो करौंदे (cranberry) का जूस भी पी सकते हैं। करौंदा यूटीआई के संक्रमण को कम करता है।
एक बात का ध्यान रखें कि, पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज भी महिलाओं में होने वाले यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के जैसे ही होता है। दोनों के लिए दवाएं और प्रक्रियाएं भी एक ही हैं। आमतौर पर किसी महिला में मूत्र पथ के संक्रमण का इलाज करने के लिए उसे एक से तीन दिनों के लिए एंटीबायोटिक की खुरा लेने की सलाह दी जाती है। हालांकि, पुरुषों के लिए इसकी अवधि थोड़ी दोहरी हो सकती है। पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज करने के दौरान उन्हें कम से कम सात दिनों के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
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यूटीआई से रिकवरी कैसे होती है?
यूटीआई में एंटीबायोटिक्स लेने के दो से तीन दिनों में ही आपको आराम होने लगेगा। अगर एंटीबायोटिक्स लेने के बाद भी राहत नहीं होता है तो डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं को समय से और निश्चित अवधि तक लेने से यूटीआई ठीक हो जाता है। लेकिन, अगर आप दवा को बिना कोर्स पूरा हुए बंद कर देते हैं तो आपको दोबारा यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
- पीनस को हमेशा साफ रखें।
- सुरक्षित सेक्स करें।
- पेशाब को जबरदस्ती न रोकें। जब भी पेशाब आए तब कर लें। इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का रिस्क लगभग न के बराबर हो जाएगा।
- हर बार पेशाब करते समय मूत्राशय को पूरी तरह से खाली कर दें।
- अपने दैनिक आहार में तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ाएं।
- अगर आपको पहले से ही यूटीआई की समस्या है, तो बहुत सारा पानी पीने से बैक्टीरिया को मूत्र पथ से बाहर निकाल सकते हैं।
पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के घरेलू उपचार
पुरुषों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के उपचार के लिए घरेलू उपाय भी अपनाएं जा सकते हैं, जिसमें शामिल हैंः
- यूटीआई का संक्रमण होने पर खूब सारा पानी पीना चाहिए।
- पेशाब करने के बाद या नहाने के दौरान ब्लैडर की भी सफाई करें।
- बहुत अधिक देर तक पेशाब रोक कर न रखें।
- अपने दैनिक आहार में विटामिन सी को शामिल करें।
- कॉफी और एल्कोहॉल के सेवन से परहेज करें।
- धूम्रपान से परहेज करें।
- तेज धूप और बहुत गर्मी वाले स्थान पर न जाएं।
- हमेशा साफ-सुथरा अंडरगांरमेंट्स पहनें।
अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।