महिलाओं के लिए सही हाइजीन क्या होती है?
सिर्फ साफ त्वचा और हेल्दी हेयर होना हाइजीन नहीं होता है। महिलाओं के लिए खासतौर से भारत जैसे ट्रॉपिकल क्लाइमेट में उनके इंटीमेट एरिया की केयर करना भी हाइजीन होता है और दुर्भाग्य से इसी हिस्से की सफाई को आमतौर पर नजरअंदाज कर दिया जाता है। महिलाओं के लिए वल्वा-वजायनल हाइजीन काफी जरूरी है। अधिकतर महिलाओं को लगता है कि वह अपने इंटीमेट एरिया की पर्याप्त देखभाल कर रही हैं, जिससे इर्रिटेशन, खुजली, दर्द, बदबू, व्हाइट डिस्चार्ज और इंफेक्शन से सुरक्षा मिल जाएगी। लेकिन, इस तरह की नजरअंदाजगी से कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
वजायनल हाइजीन का खास ध्यान जरूरी
अधिकतर महिलाओं को लगता है कि डेली इंटीमेट हाइजीन के लिए पानी और साबुन का इस्तेमाल काफी होता है। रोजाना नहाने से सिर्फ पूरे दिन में हुई त्वचा की मृत कोशिकाएं, पसीने और गंदगी से छुटकारा मिलता है। हालांकि, वजायनल एरिया काफी नाजुक होता है। इस संवेदनशील हिस्से स्पेशल केयर और देखरेख की जरूरत होती है। जबकि, रोजाना नहाने से आप फ्रेश रहते हैं, जो कि इंटीमेट हाइजीन रखने के लिए काफी नहीं है।
वजायना के अंदर अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के नैचुरल बैलेंस के बिगड़ जाने की वजह से वजायनल इंफेक्शन हो सकता है। वजायनल कैंडिडिआसिस और बैक्टीरियल वेजिनोसिस वजायना में असुविधा, खुजली, डिस्चार्ज और गंध पैदा करने वाले दो आम इंफेक्शन हैं। फेकल कंटैमिनेशन, एनाटॉमिकल होल्डिंग, उम्र, जेनेटिक्स, ह्यूमिडिटी, पसीना, वजायनल डिस्चार्ज, मासिक धर्म और यूरिन समेत कई अंदरुनी कारणों की वजह से वजायनल पीएच पर प्रभाव पड़ सकता है और वजायनल इंफेक्शन हो सकता है। इसके अलावा, सोप, डिटर्जेंट, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स, ल्यूब्रिकेंट और स्पर्मीसाइड के साथ तंग कपड़े या सैनिटरी पैड, शेविंग समेत कई बाहरी कारण भी इस समस्या की वजह बन सकते हैं।
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