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कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : न दिया जाए ध्यान, तो बिगड़ सकती है दिल की हालत!

कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : न दिया जाए ध्यान, तो बिगड़ सकती है दिल की हालत!

कहा जाता है कि यदि दिल स्वस्थ है, तो आप भी स्वस्थ है। यही वजह है कि दिल से जुड़ी समस्याओं में व्यक्ति को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जो कई बार उसके लिए जानलेवा साबित होता है। दिल से जुड़ी गंभीर समस्याओं में से एक समस्या है कोरोनरी आर्टरी डिजीज। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) में रक्त का बहाव कम हो जाता है, इसीलिए जब कोरोनरी आर्टरी (Coronary artery) दिल तक ब्लड नहीं पहुंचा पाती।, तो इसका सीधा असर दिल की सेहत पर पड़ता है और इसकी वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन्ही स्थितियों को कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन के रूप में जाना जाता है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) कई तरह के हो सकते हैं, लेकिन इसके बारे में आगे जाने से पहले आइए जानते हैं कोरोनरी आर्टरी डिजीज से जुड़ी यह खास जानकारी।

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क्यों होती है कोरोनरी आर्टरी डिजीज?

कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) में आर्टरी में प्लाक जम जाता है, जिसकी वजह से यह हार्ट और शरीर के मुख्य हिस्सों तक ब्लड सप्लाय नहीं कर पाती।कोरोनरी आर्टरी (Coronary artery) में जमा हुआ ये प्लाक (Plaque) कोलेस्ट्रॉल से बना होता है। यही वजह है कि कोरोनरी आर्टरी डिजीज ब्लड फ्लो की समस्या होती है और आपको कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) का सामना करना पड़ता है। आप इन समस्याओं को इसके लक्षणों से पहचान सकते हैं। आइए अब जानते हैं कोरोनरी आर्टरी डिजीज के क्या लक्षण हो सकते हैं।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) के लक्षणों को पहचानिए!

कोरोनरी आर्टरी डिजीज एक सामान्य समस्या है, जो कई लोगों को हो सकती है। लेकिन इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) को पहचानने के कई लक्षण होते हैं। इन लक्षणों में –

  • दिल में भारीपन महसूस होना
  • दिल में दबाव महसूस होना
  • सीने में दर्द महसूस होना
  • शरीर का सुन्न होना
  • सांस लेने में तकलीफ होना
  • दिल असामान्य तरीके से धड़कना
  • दिल का तेजी से धड़कना
  • कमजोरी या चक्कर आना
  • जी मिचलाना
  • अत्यधिक पसीना आना

यदि आपको यह लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यदि आपको हार्ट अटैक होने की आशंका महसूस हो रही है, तो आपको तुरंत आपातकालीन सेवा का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा यदि आपको कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) के साथ हाय ब्लड प्रेशर, डायबिटीज की समस्या, हाय कोलेस्ट्रॉल, ओबेसिटी (High blood pressure, diabetes, high cholesterol, obesity) जैसी समस्या है, तो आपको समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप करवाते रहना चाहिए। इससे आप कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) को बेहतर रूप से मैनेज कर सकते हैं। आइए अब बात करते हैं कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन के बारे में।

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कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : समझिए अपने दिल की स्थिति को! (Coronary artery disease complications)

कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications)

कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) अपने आप में एक गंभीर समस्या है, जो लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए यदि आपके परिवार में किसी फैमिली मेंबर को हार्ट डिजीज की समस्या रह चुकी है, तो आपको हार्ट प्रॉब्लम्स होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ-साथ यदि आपको कोरोनरी आर्टरी डिजीज के साथ कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर की समस्या है, तो आपको ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत पड़ सकती है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) आपको इस प्रकार हो सकते हैं –

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कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : हार्ट फेलियर का है खतरा (Coronary artery disease complications)

यदि समय पर कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) का निदान ना किया जाए और यह समस्या बढ़ती चली जाए, तो आगे चलकर यह हार्ट फेलियर में तब्दील हो सकती है। हार्ट फेलियर (Heart failure) की समस्या तब होती है, जब रोगी का हार्ट शरीर के अन्य भागों में खून की सही मात्रा नहीं पहुंच पाता। ऐसे में ब्लड के बहाव का प्रेशर हार्ट पर पड़ता है और हार्ट फेलियर की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में आपको यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं –

कई बार कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण आपको हाय ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है, जो हार्ट फेलियर की समस्या में को बढ़ा सकती है। इसलिए आपको जल्द से जल्द कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) का इलाज करवा कर अपने लाइफस्टाइल पर कार्य करने की जरूरत पड़ती है। सही खानपान, व्यायाम और सही दवाइयों के साथ आप हार्ट फेलियर की समस्या में आराम पा सकते हैं। साथ ही साथ आपको कोरोनरी आर्टरी डिजीज में जरूरत पड़ने पर सर्जरी का सहारा भी लेना पड़ सकता है।

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कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : चेस्ट पेन है आम समस्या

कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) की बात करें , तो चेस्ट पेन (Chest pain) हार्ट की समस्या में एक कॉम्प्लिकेशन हो सकता है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज में छाती में दर्द होना एक आम समस्या मानी जाती है। जब कोरोनरी आर्टरी डिजीज में रक्त का बहाव कम हो जाता है, तो ह्रदय को पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं मिल पाता। जिसकी वजह से चेस्ट पेन की समस्या हो सकती है। इस स्थिति को एंजाइना (Angina) का नाम भी दिया गया है। इस समस्या में आपको यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं –

  • छाती में कसाव 
  • छाती में भारीपन 
  • छाती में दबाव 
  • छाती में दर्द 
  • छाती में जलन 

यदि आपको कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन के रूप में छाती में दर्द की समस्या हुई है, तो आपको जीवनशैली में बदलाव के साथ-साथ दवाइयां और सही खानपान की जरूरत पड़ सकती है। कुछ मामलों में आपको सर्जरी की भी आवश्यकता पड़ सकती है। आपके लिए जरूरी है कि आप सही दवाओं का सेवन करते रहें।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : पैदा हो सकती है हार्ट अटैक की स्थिति

हार्ट फेलियर और हार्ट अटैक (Heart attack) यह दोनों ही स्थितियां कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) के तौर पर होती हैं। हार्ट अटैक की समस्या तब होती है, जब हार्ट में खून का फ्लो (Blood Flow) ठीक तरह से ना होकर ब्लॉक हो जाता है। यह ब्लॉकेज तब होता है, जब धमनियों में फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। इसे ही प्लाक का नाम दिया गया है। कई बार यह प्लाक (Plaque)  ब्लड फ्लो को ब्लॉक कर देते हैं, जिसकी वजह से हार्ट मसल्स डैमेज हो जाती है और रोगी को हार्टअटैक की समस्या होती है। हार्ट अटैक की स्थिति में आपको यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं –

  • छाती या बाजू में दबाव, कसाव, दर्द 
  • जी मिचलाना
  • अपच
  • हार्टबर्न 
  • पेट में दर्द
  • सांस लेने में समस्या
  • थकावट
  • बेहोशी

कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) के तौर पर हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है। ऐसे में आपको जीवन शैली में बदलाव के साथ-साथ कई बार दवाइयां और सर्जरी की सहायता भी लेनी पड़ती है।

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कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : ऐब्नॉर्मल हार्ट बीट

ऐब्नॉर्मल हार्ट बीट को हार्ट एरिथमिया (Heart Arrhythmias) का नाम भी दिया गया है। यह समस्या तब होती है, जब हार्ट या तो बहुत तेजी से या बहुत धीरे-धीरे धड़कता है। ऐसे में रोगी को आमतौर पर ज्यादा समस्या नहीं होती, लेकिन यह अंदरूनी रूप से जोखिम भरा साबित हो सकता है। हार्ट एरिथमिया के उपचार से हार्ट बीट को कंट्रोल किया जा सकता है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉन्प्लिकेशन के तौर पर ऐब्नॉर्मल हार्टबीट (Abnormal heart beat) एक आम समस्या मानी जाती है, इसीलिए हेल्दी लाइफ़स्टाइल अपनाकर इस समस्या में आराम पाया जा सकता है। साथ ही व्यक्ति को कई बार इंप्लांटेबल डिवाइस, सर्जरी (Implantable devices, surgery) के साथ-साथ दवाओं का भी सेवन करना पड़ सकता है।

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कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : अचानक मृत्यु का जोखिम

कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) के तौर पर कई बार व्यक्ति को गंभीर परिणाम उठाने पड़ सकते हैं, जिसमें से एक गंभीर परिणाम है मृत्यु। इसे सडन डेथ (Sudden death) का नाम भी दिया गया है। जब कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण ब्लड फ्लो लंबे समय तक ब्लॉक होता है और समय पर रिस्टोर नहीं हो पाता, तो व्यक्ति की अचानक मृत्यु भी हो सकती है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) में मौजूद प्लाक (Plaque)  पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में शरीर की अलग-अलग आर्टरी पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है। कई बार इसकी वजह से शरीर के की मुख्य आर्टरी पर असर पड़ता है और ब्रेन तक ब्लड सप्लाय नहीं होता। जिसकी वजह से व्यक्ति को कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन का सामना करना पड़ सकता है। जब यह समस्या गंभीर बन जाती है, तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन : रखें इन बातों का ख्याल

कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) से निपटने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है, जिसमें लाइफस्टाइल में बदलाव, खानपान का ध्यान रखना, दवाई लेना और रेगुलर एक्सरसाइज करने की सलाह डॉक्टर देते हैं। इसके अलावा यदि आप सिगरेट और एल्कोहॉल (Cigarettes and Alcohol) का सेवन करते हैं, तो इसे तुरंत रोक देने की सलाह एक्सपर्ट देते हैं।

और पढ़ें: बीटा ब्लॉकर्स (Beta Blockers) : जानिए, हार्ट फेलियर के ट्रीटमेंट में कैसे काम करती है यह दवाईयां?

यदि आप कोरोनरी आर्टरी डिजीज से ग्रसित हैं, तो आपको रेगुलर चेकअप की जरूरत पड़ती है। इसलिए समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप कराते रहना आपके लिए जरूरी माना जाता है। यदि ऐसा ना किया जाए, तो कोरोनरी आर्टरी डिजीज में कॉम्प्लिकेशन (Coronary artery disease complications) होना संभव होता है। जिसके कारण आपको कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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डिस्क्लेमर

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Current Version

21/02/2022

Toshini Rathod द्वारा लिखित

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore

Updated by: Nikhil deore


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और द्वारा फैक्ट चेक्ड

Nikhil deore


Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

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