कई बीमारियों और दोषों के इलाज के लिए आयुर्वेद को सबसे अच्छा माना गया है। आयुर्वेद को जीवन का विज्ञानं भी कहा गया है। यह पांच तत्वों से बना है-आकाश, वायु,अग्नि, जल एवम पृथ्वी । हमारे शरीर में ऐसी बहुत सी समस्याएं होती हैं, जिनमें अंग्रेजी दवाएं भी अपना असर नहीं दिखा पाती हैं। लेकिन आयुर्वेद में उनका काफी प्रभावशाली परिणाम देखने को मिला है। आयुर्वेद के अनुसार मानव शरीर हवा, जल, अग्नि, आकाश और पृथ्वी इन पांच तत्वों से मिलकर बना है। जिसे हम आयुर्वेद की भाषा में वात, पित्त और कफ (Vata Pitta and Kapha) कहते हैं। ऐसा माना जाता है कि मानव शरीर में सिर से छाती तक के बीच के रोग कफ के बिगड़ने से होते हैं। पेट और कमर के अंत तक में होने वाले रोग पित्त के कारण होते हैं। कमर से लेकर पैरों तक में होने वाले दोष में वात दोष को कारण देखा गया है।