जब अचानक मांसपेशियों में ऐंठन होती है तो तेज दर्द (Pain) के साथ कभी-कभी स्थिति ऐसी हो जाती है कि हिलना तक मुश्किल हो जाता है। कई बार एक मांसपेशियां या मसल्स के समूह में एक साथ भी इस तरह का दर्द उठ सकता है जिसे क्रैम्प कहते हैं। क्रैम्प कभी-कभी कुछ सेकेंड्स से लेकर मिनटों तक रह सकते हैं। कई बार क्रैम्प (Cramp) अपने आप ठीक हो जाता है, तो कभी-कभी ज्यादा देर तक रहता है।
क्रैम्प क्यों और कैसे होता है? (Cause of cramp)
क्रैम्प या मांसपेशियों में ऐंठन (Muscles pain) की समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। क्रैम्प कभी भी हो सकता है चाहे आप चल रहे हों, बैठे हों, दौड़ रहे हों या फिर सो रहे हों। कई लोगों में क्रैम्प की समस्या ज्यादा होती है। बच्चे और बुजुर्ग इस समस्या से ज्यादा परेशान होते हैं।
और पढ़ें : Leg Cramps: लेग क्रैम्प्स क्या है?
क्रैम्प (Cramp) के निम्नलिखित कारण हाे सकते हैं
- मांसपेशियों पर अचानक दबाव पड़ना
- एक्सरसाइज के पहले वॉर्मअप न करना
- शरीर (Body) में पानी की कमी
- थकान (Tiredness)
- सोडियम, पोटेशियम या मैग्नीशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट की कमी
- पीरियड्स (मासिक धर्म)
ऐंठन के अन्य कारणों में हाइपरफ्लेक्सियन (Hyperclamexia), हाइपोक्सिया (Hypokalemia), तापमान में अत्यधिक बदलाव आदि कारण भी शामिल हैं।
और पढ़ें : उबासी (यॉनिंग) से जुड़ी मजेदार बातें, जो शायद ही आप जानते हों
क्रैम्प से जुड़े रोचक तथ्य (Facts about Cramp)
लिक्विड डायट क्रैम्प से बचाती है
स्ट्रेचिंग और मालिश के साथ-साथ तरल पदार्थ पीने से भी क्रैम्प (ऐंठन) में आराम मिलता है क्योंकि इसके होने का कारण इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस भी है। इसलिए तरल और नमक की पर्याप्त मात्रा इसे सुधारने में सहायक है।
लैक्टिक एसिड और ऐंठन
मांसपेशियों के आसपास लैक्टिक एसिड का बनना भी ऐंठन को बढ़ावा देता है। हालांकि, यह एनएरोबिक रेस्पिरेशन (Anaerobic respiration) के दौरान होता है यानी कि जब कोई ऐसी एक्टिविटी में उलझा होता है जिसमें दिल की धड़कन (Heart beat) तेज हो जाती है जैसे की व्यायाम (Workout) या तेजी से चलना।
और पढ़ें : Cramp Bark: क्रैम्प बार्क क्या है?
क्रैम्प या ऐंठन का दर्द ऐसे कम करें
पैर पर प्रेशर डालकर चलने और खड़े होने से ऐंठन में आराम मिलता है। जल्दी आराम पाने के लिए आप गर्म पानी से नहा सकते हैं। अगर काफ मसल्स में दर्द है तो पैर के अंगूठे को पीछे की ओर खींचने से भी आराम मिलता है।
महिलाओं में क्रैम्प ज्यादा
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में क्रैम्प की समस्या ज्यादा होती है। एक रिसर्च के मुताबिक महिलाओं में क्रैम्प की संभावना 56% तो पुरुषों में 40 % होती है। गर्भावस्था (Pregnancy) में इसके होने की संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है।
और पढ़ें : मुझे अक्सर मांसपेशियों में ऐंठन रहती है, इसका क्या उपाय है?
पैर की ऐंठन सबसे सामान्य
यूं तो हर व्यक्ति को उसके शरीर और अन्य स्थितियों के हिसाब ऐंठन का अहसास अलग-अलग मांसपेशियों (Muscles) पर होता है पर पैर की ऐंठन सबसे ज्यादा आम है। पैर के क्रैम्प में काव्स मसल्स प्रभावित होते हैं, इससे कई बार असहनीय दर्द का अहसास होता है।
क्रैम्प का बीमारियों और दवा से संबंध
- मांसपेशियों में ऐंठन कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट की वजह से भी हो सकती है। यदि मधुमेह (Diabetes, डायबिटीज), नर्व, लिवर (Liver) की परेशानी या थायरॉइड (Thyroid) है, तो मांसपेशियों में ऐंठन का खतरा अधिक हो सकता है। आहार में बहुत कम पोटेशियम, कैल्शियम या मैग्नीशियम पैर की ऐंठन को बढ़ावा दे सकते हैं।
- आप चाहें तो विटामिन सप्लीमेंट (Vitamin supplement) खाकर मांसपेशियों में ऐंठन को रोक सकते हैं। इसके अलावा पैर के क्रैम्प के लिए स्ट्रैचिंग का सहारा ले सकते हैं।
और पढ़ें : नींद में खर्राटे आते हैं, मुझे क्या करना चाहिए?
रात को ज्यादा होता है क्रैम्प
मसल क्रैम्प 75 % तक रात को ही उठता है। दर्द ऐसा होता है जिसे आप चाहकर भी नजरअंदाज नहीं कर सकते। पहले शायद आपको समझ नहीं आता होगा कि ऐसा क्यों होता है पर अब इन बातों को जानने के बाद शायद आप उस स्थिति में खुद को बेहतर संभाल सकें।
क्रैम्प से बचने के उपाय
अगर आपको शरीर के किसी भी अंग में मसल क्रैम्प (Muscle cramp) हो, तो सबसे पहले उसके पीछे का कारण जानने की कोशिश करें। उसके बाद धीरे से उस मसल को स्ट्रैच करने की कोशिश करें। ऐसा तब तक करें जबतक मांसपेशी की ऐंठन चली न जाए। मसल को मुलायम करने के लिए ठंडी चीज या बर्फ से सिकाई की जानी चाहिए। वहीं मांसपेशियाें को टाइट करने के लिए गर्म चीज से सिकाई करनी चाहिए।
क्रैम्प या मांसपेशियों में दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय किये जा सकते हैं-
क्रैम्प या मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय में अपने आहार पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इसलिए फूल गोभी, हरे कोलार्ड, पालक, आलू, कद्दू के बीज का सेवन किया जा सकता है। रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार ये खाद्य पदार्थ बेहद लाभकारी होते हैं।
डॉक्टर से कब मिलें?
ऊपर दिए गए उपय करके आप क्रैम्प का दर्द दूर कर सकते हैं। लेकिन यह बार-बार होता है और उपचार से ठीक नहीं होता है, तो आपको तुंरत डॉक्टर को अपनी समस्या बतानी चाहिए। ऐसे मसल क्रैम्प (Cramp) का कारण कोई बीमारी भी हो सकती है।
और पढ़ें : बैक्टीरियल जॉइन्ट इन्फ्लेमेशन! जानिए दर्द और इंफेक्शन से जुड़ी इस तकलीफ को
क्रैम्प से बचना है तो ये है रामबाण
क्रैम्प से बचने का एक बेहद सरल उपाय है खूब पानी पीना। अपने शरीर को हाइड्रेटेड (Hydrate) रखें। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। इसके अलावा एक्सरसाइज के दौरान पहले वॉर्मअप जरूर करें।
प्रायः उम्र बढ़ने या 50 साल से ज्यादा के उम्र के लोगों (महिला एवं पुरुष दोनों) में क्रैम्प या मांसपेशियों में दर्द (Muscles pain) की शिकायत शुरू हो सकती है। ऐसा बुजुर्गों में विशेष रूप से मोटर न्यूरॉन्स (Motor neurons) कम होने की वजह से शुरू होने लगती है। इसलिए बढ़ती उम्र में डायट (Diet) का खास ख्याल रखकर इस परेशानी से निजात पाया जा सकता है, लेकिन अगर समस्या ज्यादा है तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए।
इलाज के बाद क्रैम्प या मांसपेशियों में दर्द की तकलीफ दूर में कितना वक्त लग सकता है?
अगर क्रैम्प (Cramp) की समस्या सामान्य है, तो यह परेशानी अपने आप ठीक हो जाती है। हालांकि अगर किसी खिंचाव या किसी अन्य कारण से तकलीफ शुरू हुई है, तो ठीक होने में वक्त लग सकता है। वहीँ अगर तकलीफ पुरानी है, तो फिजियोथेरिपी (Physiotherapy) या बोटॉक्स इंजेक्शन (Botox injection) की सहायता से इसे ठीक किया जा सकता है, लेकिन इसमें थोड़ा वक्त लगता है और स्थिति कितनी गंभीर है इसपर भी निर्भर होता है।
हेल्दी रहने के लिए डायट पर अवश्य ध्यान दें। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें और एक्सपर्ट से जानें कब और क्या खाना सेहत के फायदेमंद है।