बच्चों के लिए वैक्सिनेशन चार्ट: 4 -6 साल के बच्चे के लिए वैक्सीन्स
4 -6 साल के होने पर बच्चे को यह वैक्सीन्स लगाने की सलाह दी जाती है:
- ओरल पोलियो वैक्सीन (Oral polio vaccine) की डोज 3
- DTaP/DTwP यानी डिप्थीरिया, टिटनेस और काली खांसी (Diphtheria,, Tetanus and Pertussis) का बूस्टर
- टाइफाइड बूस्टर (Typhoid Booster)
बच्चों के लिए वैक्सिनेशन चार्ट: 9 -14 साल के बच्चे के लिए वैक्सीन्स
9 -14 साल के बच्चे के लिए इन वैक्सीन्स की सलाह दी जाती है :
- ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (Human Papillomavirus) वैक्सीन की डोज 1 और 2 : ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (Human Papillomavirus ) एक सामान्य सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (Sexually transmitted infection) है। इसकी वैक्सीन बच्चे को कई गंभीर इंफेक्शंस से बचा सकती है। बच्चों के लिए वैक्सिनेशन चार्ट (Vaccination Chart for Babies) के अनुसार इसकी पहली और दूसरी डोज 9 -14 साल के बच्चे को दी जा सकती है और तीसरी डोज पंद्रह साल के होने के बाद दी जाती है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
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यह तो था बच्चों के लिए वैक्सिनेशन चार्ट (Vaccination Chart for Babies)। उम्मीद है कि आप बच्चों में वैक्सिनेशन के बारे में जान ही गए होंगे। इस चार्ट के बारे में बच्चे के डॉक्टर से राय लेना जरूरी है। यही नहीं, माता-पिता के लिए इस वैक्सिनेशन चार्ट का अच्छे से पालन करना भी आवश्यक है। ध्यान रहें, बच्चे की कोई भी वैक्सीन को मिस न करें। ऊपर बताए बच्चों के लिए वैक्सिनेशन चार्ट (Vaccination Chart for Babies) के अलावा कुछ अन्य वैक्सीन्स भी हो सकती हैं जिसकी सलाह डॉक्टर दे सकते हैं। यही नहीं, आजकल पैनलेस वैक्सीन्स भी उपलब्ध हैं। कई वैक्सीन्स के बाद बच्चे को बुखार या अन्य परेशानियां हो सकती हैं। इनके बारे में भी पहले ही डॉक्टर से सलाह ले लें।
अगर किसी स्थिति में आप अपने बच्चे की निर्धारित समय पर वैक्सीन कराना भूल जाते हैं। तो इस स्थिति में भी तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना अनिवार्य है। याद रखें कि यह वैक्सीन्स उस समय बच्चे के लिए थोड़ी दर्द और अन्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं। लेकिन पूरी उम्र इससे आपके बच्चे को स्वस्थ और सुरक्षित रहने में मदद मिलेगी।