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हालांकि, शाकाहारी महिलाएं ऐसा नहीं कर पाती हैं जिसके कारण उनके शिशु के विकास में कमी आ सकती है। गर्भावस्था में चिया सीड (Chia seeds during pregnancy) आपकी इस कमी को बेहद आसानी से दूर कर सकते हैं। गर्भावस्था में चिया सीड में मौजूद फैटी एसिड्स सूजन से लड़ने में मदद करते हैं जिसके कारण हृदय रोग, डायबिटीज (Diabetes) और अवसाद (Depression) जैसे रोग नहीं होते हैं।
गर्भावस्था के दौरान फैटी एसिड्स भ्रूण में पल रहे शिशु के विकास के लिए महत्वपूर्ण पोषण प्रदान करते हैं। कई अध्ययनों से यह सामने आया है कि शिशु के पोषण में फैटी एसिड्स की कमी पाई जाने पर समय से पहले डिलीवरी होने का खतरा रहता है।
गर्भावस्था में चिया सीड (Chia seeds during pregnancy) अल्फा-लिनोलेनिक (ALA) प्रकार के फैटी एसिड का एक बेहतरीन स्रोत होते हैं। चिया सीड्स में मौजूद यह फैटी एसिड डीएचए (DHA) फैटी एसिड में बदल जाते हैं जो शिशु के मस्तिष्क के विकास में मदद करते हैं।
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फाइबर से भरपूर गर्भावस्था में चिया सीड फायदे
गर्भावस्था में चिया सीड्स के कई फायदे हैं, जिनमें फाइबर मुख्य रूप से शामिल है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर कई प्रकार के जठरांत्र बदलावों से गुजरता है जिससे लड़ने के लिए अधिक मात्रा में फाइबर की आवश्यकता होती है। गर्भावस्था में चिया सीड (Chia seeds during pregnancy) के फायदे पाने के लिए इसके बीजों को पेय पदार्थों में अच्छे से मिलाकर पीएं। इससे पेट की कई समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
गर्भावस्था में चिया सीड से करें एनीमिया का इलाज
गर्भावस्था में एनीमिया की कमी होना बेहद आम बात है लेकिन इसके कारण महिला और शिशु को कई प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ता है जैसे कि थकान, बुखार, ठंड लगना और चक्कर आना। यदि आपको भी ऐसे ही लक्षण दिखाई देते हैं तो आप भी एनीमिया (Anemia) का शिकार हैं। एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के अंदर आयरन की कमी हो जाती है जिसके कारण हृदय तक पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंच पाता है।