सैलीसिलिक एसिड और ग्लाइकोलिक एसिड(salicylic acid and glycolic acid) में से ग्लाइकोलिक एसिड के लाभ इस प्रकार हैं:
माइल्ड हाइपरपिग्मेंटेशन – AHAs हलकी हाइपरपिग्मेंटेशन के मामलों के इलाज के लिए बेहतरीन है। यह समस्याएं उम्र बढ़ने पर धब्बे, मेलास्मा और मुहांसे के रूप में आती हैं।
पोर्स को बनाए छोटा – AHAS बड़े पोर्स को कम करने में मददगार है। क्योंकि ग्लाइकोलिक एसिड में किसी भी AHA का मॉलिक्युलर साइज होता है, यह आसानी से त्वचा को पेनिट्रेट करने में सक्षम है। त्वचा की सतह से अतिरिक्त स्किन सेल्स को हटाने से पोर्स छोटे दिखाई देंगे।
फाइन लाइन्स और झुर्रियां – ग्लाइकोलिक एसिड के एक्सफोलिएटिंग और हाइड्रेटिंग गुण त्वचा को मजबूत करने और उसके किनारों को नरम करने में मदद करते हैं, यह फाइन लाइन्स और झुर्रियों को भी कम करते हैं।
स्किन टोन को सही करे– त्वचा के लचीलेपन में सुधार और मृत कोशिकाओं को दूर करने में यह लाभदायक है। इससे त्वचा समान रूप से टोंड और अधिक चमकदार हो जाएगी।
बीटा हाइड्रॉक्सी एसिड (सैलिसिलिक)
सैलिसिलिक एसिड BHA तेल में घुलनशील होते हैं, जिससे वो त्वचा के छिद्रों यानी पोर में गहराई से प्रवेश कर पाते हैं। इस प्रकार के एसिड त्वचा की गहरी सफाई कर के तैलीय त्वचा के लिए बेहतर बनाते हैं। AHAs की तरह, BHAs त्वचा की सतह का उपचार करते हैं। लेकिन BHAs के तेल में घुलनशील गुण के कारण एसिड को पोर्स के बीच में लाना आसान होता है।
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सैलिसिलिक एसिड (लाभ और जब उपयोग करने के लिए)
सैलिसिलिक एसिड त्वचा की सतह पर काम करता है। यह अतिरिक्त गंदगी और सीबम(sebum) को बाहर निकालने के लिए पोर्स की गहराई तक जाने की क्षमता भी रखता है। केराटिन प्लग को कम करने की इसकी क्षमता त्वचा में नई छाईयों को बनने से रोकती है और पोर के आकार को भी कम करती है। यह पोर के अंदर रहने वाले स्किन सेल्स की संख्या को कम करके नई छाइयों को नहीं आने देती। शोध से यह भी पता चला है कि यह केमिकल एक्सफोलिएंट मौजूदा मुहांसों का भी इलाज करता है। यानी, कई तरह की त्वचा से जुडी समस्याओं का यह एक इलाज हो सकता है।
त्वचा में रेडनेस को दूर करने के लिए भी इसके गुण लाभकारी हैं। इसे संवेदनशील त्वचा की रेडनेस को दूर करने में प्रयोग किया जाता है और इससे त्वचा कोमल बनती है। त्वचा जो कि मिलिया(milia) के लिए अतिसंवेदनशील है, इस घटक के उपयोग से उसमें भी लाभ होगा।
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