बिना ऑयल के खाना बनने की कल्पना करना थोड़ा मुश्किल लगता है। इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि कुकिंग ऑयल के बिना खाना नहीं बन सकता है। कुछ लोग बिना ऑयल के ही खाना बनाते हैं, लेकिन जो लोग खाना बनाते समय ऑयल का यूज करते हैं, उनको बेस्ट कुकिंग ऑयल यानी हेल्दी कुकिंग ऑयल की जानकारी होना बहुत जरूरी है। हेल्दी कुकिंग ऑयल की हेल्प से खाना डिलीसियस के साथ ही स्वास्थ्यवर्धक भी हो जाता है। भारत देश में जगह के हिसाब से भी लोग कुकिंग ऑयल का चुनाव करते हैं। जैसे कि केरला और आंध्र प्रदेश में लोग ज्यादातर खाने के लिए कोकोनट ऑयल (Coconut oil) का ही यूज करते हैं। नॉर्थ इंडिया में मस्टर्ड ऑयल का अधिक यूज किया जाता है। इस आर्टिकल के माध्यम से जाने कि किस कुकिंग ऑयल (Cooking oil) में कौन-सा गुण होता है।
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बेस्ट कुकिंग ऑयल (Best cooking oil): मस्टर्ड ऑयल
अगर आप नॉर्थ इंडिया में जाएंगे तो आपको पता चल जाएगा कि बेस्ट कुकिंग ऑयल मस्टर्ड ऑयल (सरसों का तेल) को ही माना जाता है। मस्टर्ड ऑयल को ट्रेडिशनल कुकिंग ऑयल भी कहा जाता है। सरसों का तेल जहां एक ओर डायजेशन (Digestion) में हेल्प करता है, वहीं सर्कुलेशन को ठीक रखना भी इसका महत्वपूर्ण काम माना जा सकता है। एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी (Antibacterial Property) के कारण ये स्किन को प्रोटेक्ट करने का काम भी करता है। मस्टर्ड ऑयल जर्म्स और वायरस से लड़ने का काम भी करता है। साथ ही सरसों का तेल कोल्ड, कफ और स्किन प्रॉब्लम को कम करने का काम भी करता है।
बेस्ट कुकिंग ऑयल : कोकोनट ऑयल (Coconut oil)
जब भी आपको हाई हीट कुकिंग करनी है, कोकोनट ऑयल बेस्ट कुकिंग ऑयल कहलाएगा। कोकोनट ऑयल में पाए जाने वाले करीब 90 प्रतिशत फैटी एसिड सैचुरेटेड होते हैं जो कि इसे हीट के लिए रेसिस्टेंट बनाते हैं। कोकोनट ऑयल रूम टेम्प्रेचर पर सॉलिड होता है। कोकोनट ऑयल को हेल्दी इसलिए माना जाता है क्योंकि इसमें रिच फैटी एसिड यानी (Lauric Acid) होता है जो कि कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) लेवल को इंप्रूव करने का काम करता है और साथ ही शरीर में बैक्टीरिया और पैथोजन को मारने का काम भी करता है। कोकोनट ऑयल में पाए जाने वाले फैट्स मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का काम करते हैं। कोकोनट ऑयल को सुपरफूड की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है।
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बेस्ट कुकिंग ऑयल (Best Cooking oil) : ग्राउंडनट ऑयल (Ground nut oil)
ग्राउंडनट ऑयल या फिर पीनट ऑयल में फैट का अच्छा कॉम्बिनेशन पाया जाता है। पीनट ऑयल में मोनोसैचुरेटेड (Monosaturated) और पॉलीसैचुरेटेड (Poly saturated) फैट्स पाए जाते हैं, साथ ही बैड सैचुरेटेड फैट्स कम ही होते हैं। एशियन फूड बनाने के लिए पीनट ऑयल को बेस्ट माना जाता है और साथ ही इसे किसी भी तरह के खाने में यूज किया जा सकता है। अगर आपने अपने खाने में अभी तक ग्राउंडनट ऑयल का यूज नहीं किया है तो बेहतर होगा कि एक बार इसे यूज करके देखें।
बेस्ट कुकिंग ऑयल : सनफ्लावर ऑयल (Sunflower oil)
सनफ्लावर के सीड्स से बनने वाले तेल को भी बेस्ट कुकिंग ऑयल की सीरीज में रखा जा सकता है। सनफ्लावर ऑयल में विटामिन ई की अधिक मात्रा पाई जाती है। आपको बताते चले कि विटामिन ई स्किन के लिए अच्छा होता है, जिस कारण से इसे अधिकतर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में यूज किया जाता है। सनफ्लावर ऑयल में मोनोसैचुरेटेड और पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड पाए जाते हैं। साथ ही सनफ्लावर ऑयल का स्मोकिंग पॉइंट भी हाई होता है। यानी हाई टेम्प्रेचर में भी सनफ्लावर के न्यूट्रिएंट्स खराब नहीं होते हैं। चिप्स, समोसा और वेजीटेबल्स को डीप फ्राई करने के लिए सनफ्लावर ऑयल का यूज किया जा सकता है।
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बेस्ट कुकिंग ऑयल (Best cooking oil) : ऑलिव ऑयल (Oilve oil)
ऑलिव ऑयल भी बेस्ट कुकिंग ऑयल माना जाता है। ऑलिव ऑयल को हार्ट हेल्दी ऑयल के रूप में पहचाना जाता है। कुछ स्टडीज में ये बात सामने आई है कि ऑलिव ऑयल की हेल्प से हेल्थ बायोमार्कर को इम्प्रूव किया जा सकता है। ऑलिव ऑयल शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ाने का काम करता है और साथ ही खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसमे सैचुरेटेड फैटी एसिड 14%, मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड 75% और पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड 11% होता है। ऑलिव ऑयल में न्युट्रिएंट्स के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट्स के गुण भी होते हैं। साथ ही इसका स्वाद भी खाने को अधिक स्वादिष्ट बना देता है। ऑलिव ऑयल को ठंडे, सूखे और डार्क प्लेस में रखें।
बेस्ट कुकिंग ऑयल (Best cooking oil) : राइस ब्रैन ऑयल (Rice bran oil)
राइस ब्रैन ऑयल यानी चावल की भूसी से तैयार किया गया तेल। इसके कई सारे फायदे हैं, इस कारण से ये सेहत के लिए लाभदायक है। राइस ब्रैन ऑयल को खाने में यूज करना इसलिए भी उपयोगी है क्योंकि इसका स्मोक पॉइंट 450 डिग्री फॉरेनहाइट है। राइस ब्रैन ऑइल का यूज करने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी कम किया जा सकता है। साथ ही हार्ट रिलेटेड डिसीज से भी बचा जा सकता है। राइस ब्रैन का तेल वजन घटाने में भी मदद करता है। ये शरीर से सीरम लिपिड्स को कम करने का काम करता है जो कि वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। राइस ब्रैन ऑयल मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया को भी बेहतर करता है। राइस ब्रैन ऑयल में फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो कि इम्युन सिस्टम को भी मजबूत करने का काम करता है।
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बेस्ट कुकिंग ऑयल (Best cooking oil) : एवोकैडो ऑयल (Avocado oil)
एवोकैडो ऑयल में विटामिन ई के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के साथ ही स्किन के लिए भी लाभकारी होता है। एवोकैडो ऑयल कई प्रकार के इंफेक्शन से लड़ने में भी मदद करता है। एवोकैडो ऑयल हार्ट प्रॉब्लम, अर्थराइटिस की समस्या, वजन घटाने में मदद के साथ ही बेहतर पाचन के लिए भी यूज किया जा सकता है। अगर आपने पहले कभी एवोकैडो ऑयल का सेवन नहीं किया है तो बेहतर होगा कि पहली बार कुछ मात्रा में ही इस ऑयल का यूज करें। अगर आपको ये ऑयल सूट कर जाता है तो आप इसका कुकिंग में कभी भी यूज कर सकती हैं।
अगर आपको किसी प्रकार की शारीरिक समस्या है तो बेहतर होगा कि कुकिंग ऑयल को चूज करते समय एक बार अपने डॉक्टर की राय जरूर लें। सभी प्रकार के कुकिंग ऑयल की अपनी विशेषता होती है। बेहतर होगा कि जानकारी लेने के बाद ही अपने आहार में कुकिंग ऑयल को शामिल करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको बेस्ट कुकिंग ऑयल से (Best cooking oil) संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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