पानी पीना हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक है। अगर शरीर में पानी की कमी हो, तो यह कई बीमारियों का संकेत हो सकता है। इसलिए, एक दिन में कम से कम आठ गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। पानी की कमी से हमारी इम्युनिटी, त्वचा, बालों, पाचन क्रिया यानी पूरे शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जापान के लोग पानी के महत्व को भली-भांति समझते हैं और पानी को अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। यही कारण है कि पूरी दुनिया में जापानी वॉटर थेरिपी इतनी प्रचलित है। अगर आप भी पानी के महत्व को समझना चाहते हैं, तो आज हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। जानिए स्वस्थ जीवन के लिए जापानी वॉटर थेरिपी क्या है और इसके फायदे।
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जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) क्या है?
जापान में आयु दर 100 साल से भी अधिक हैं। हमारे देश में जहां लोग 70 से 80 साल तक ही जीवित रहते हैं, वहां जापान के लोग 100 साल से भी अधिक जीते हैं। इसका कारण है उनकी स्वस्थ जीवनशैली। उनकी जीवनशैली का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जापानी वॉटर थेरिपी। यह थेरिपी उन्हें सेहतमंद रखने में मदद करती है। हालांकि, कई देशों में हुए शोध से यह साबित हो चुका है कि खाली पेट एक निश्चित मात्रा में पानी पीने से लाभ होता है लेकिन, पानी हर सुबह और दिन के किसी खास समय यानी खाने से पहले या बाद में ही पानी पीना चाहिए। यह बहुत ही आसान लग रहा है लेकिन, यह तरीका कई गंभीर बीमारियों को दूर करने के लिए लाभदायक है। इसके कई अन्य फायदे भी हैं। लेकिन इस बात के इविडेंस नहीं है कि जापानी वॉटर थेरिपी टाइप 2 मधुमेह या डायबिटीज से बचाने का काम करती हैं या नहीं
जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) डिफरेंट पीरियड के लिए ली जाती है। ये थेरिपी विभिन्न प्रकार की बीमारी के अनुसार ही ली जाती है। जिन लोगों को कब्ज की समस्या है या फिर हाई ब्लड प्रेशर उन्हें कुछ समय तक इस थेरेपी का इस्तेमाल करने की सलाह प्रैक्टिशनर देते हैं।
- कब्ज की समस्या में: 10 दिन
- उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर: 30 दिन
- टाइप 2 मधुमेह या डायबिटीज : 30 दिन
- कैंसर: 180 दिन
डिहाइड्रेशन के कारण कब्ज
कब्ज की समस्या का कारण डिहाइड्रेशन भी हो सकता है, जिसके कारण हार्ड स्टूल की समस्या होती है। डिहाइड्रेशन का मतलब शरीर में पानी की कमी होना है। अगर पानी शरीर में कम हो जाता है तो कब्ज के साथ ही अन्य बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में स्टूल को सॉफ्ट बनाने के लिए पानी का सही मात्रा में सेवन करना बहुत जरूरी हो जाता है। पानी का सही तरह से सेवन करने से स्टूल आसानी से पास हो जाता है। कब्ज की समस्या में व्यक्ति दो से तीन दिन तक स्टूल न होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में फाइबर युक्त खानपान के साथ ही अच्छी लाइफस्टाइल समस्या को कम करने का काम कर सकती है। अगर कोई व्यक्ति कई दिनों से कब्ज की समस्या से परेशान है तो बेहतर होदा कि आप डॉक्टर से परामर्श करें और समस्या का निदान करें। डॉक्टर सही खानपान के साथ ही कुछ दवाओं का सेवन करने की सलाह भी दे सकता है।
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जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) कैसे होती है?
जापानी वॉटर थेरिपी के अनुसार इन स्टेप्स का पालन करना चाहिए:
- जैसे ही आप सुबह उठते हैं आपको चार गिलास गुनगुना या कमरे के तापमान वाला पानी पीना चाहिए। जापानी ट्रैडिश्नल मेडिसिंस के अनुसार, सुबह का समय सुनहरा समय होता है। इस दौरान पानी पीने से न केवल वजन कम होता है, बल्कि पाचन क्रिया भी सही रहती है। आप इसमें नींबू भी मिला सकते हैं। इसे आपको खाली पेट पीना है। इसके बाद ब्रश करें और ब्रश करने के 45 मिनटों तक न तो कुछ खाएं न ही पिएं। इसके बाद आप कुछ भी खा पी सकते हैं।
- पानी कुछ भी खाने के 30 मिनट पहले ही पिएं। ब्रेकफास्ट करने के दौरान, लंच या डिनर के दौरान पानी न पिएं। नाश्ते, लंच या डिनर के दो घंटे बाद तक पानी न पिएं।
- बूढ़े लोग जो किसी भी तरह की गंभीर स्वास्थ्य स्थिति से गुजर रहे हों या वो लोग, जिनकी अभी शुरुआत है, उन्हें रोजाना एक गिलास पानी से शुरुआत करनी चाहिए। उसके बाद पानी की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए।
- अगर आप सुबह एक साथ चार गिलास पानी न पी पाएं, तो पानी पीते हुए कुछ देर का इंतजार करें।
- इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह थेरिपी व्यक्ति को फिट और स्वस्थ रखने में लाभदायक है। लेकिन, इसके लिए आपको नियमित रूप से इसका पालन करना चाहिए।
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इन चीजों का ध्यान रखें
- रोजाना एक घंटा सैर करें, इससे मेटाबोलिज्म बढ़ता है।
- हर रात सोने से पहले कम से कम चार से पांच बार गर्म पानी में नमक डाल कर गरारे करें।
- खड़े हुए कुछ भी न खाएं न ही पिएं, इससे आपकी पाचन क्रिया पर प्रभाव पड़ता है।
- खाने को चबा चबा कर लाएं, इससे भी खाना अच्छे से पचता है।
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जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) के फायदे क्या हैं?
1.हॉट वॉटर बेनिफिट्स :शरीर से विषाक्त पदार्थ निकाले
जब आप अधिक पानी पीते हैं, तो शरीर की गंदगी शरीर से बाहर निकल जाती है और शरीर साफ रहता है। इससे कई बीमारियों से बचाव होता है। इसके लिए आपको रोजाना सुबह चार गिलास पानी पीना चाहिए।
2. वजन कम करना
वजन कम करने में भी जापानी वॉटर थेरिपी बहुत लाभदायक है। जब आप सुबह खाली पेट पानी पीते हैं, तो शरीर से हानिकारक पदार्थ बाहर निकल जाती है, इससे पाचन क्रिया सही रहती है। इससे न केवल आपको कम भूख लगती है, बल्कि वजन भी कम होता है, क्योंकि आप अधिक खाने से बच जाते हैं। खाने में पौष्टिक आहार को शामिल कर और दिन में पर्याप्त पानी पीकर बढ़े हुए वजन को घटाया जा सकता है। जो लोग कम पानी पीते हैं, उन्हें पानी की कमी हो सकती है। अच्छी लाइफस्टाइल स्वस्थ्य शरीर के लिए बहुत जरूरी है, इसलिए आपको अच्छी आदतें अपनाने के साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।
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3. पानी का सेवन मेटाबोलिज्म बढ़ाए
खाली पेट पानी पीने से आपका मेटाबोलिज्म रेट 24% अधिक बढ़ता है। बढ़ा हुआ मेटाबोलिज्म रेट पेट के लिए भी अच्छा है। इसलिए, जो लोग डाइटिंग कर रहे होते हैं, तो उन्हें जापानी वॉटर थैरेपी का पालन करना चाहिए, इससे उनके खाना पचने में आसानी होगी। एक बात का ध्यान रखें कि डाइटिंग का मतलब संतुलित मात्रा में खाना और लिक्विड लेना होता है। अगर आप खाना अचानक से कम कर पानी पीने में ज्यादा ध्यान देंगे तो आपका शरीर कमजोर भी हो सकता है।
4. पथरी की समस्या से राहत के लिए पानी का सेवन
खाली पेट पानी पीने से एसिड कम होता है, जिससे किडनी की पथरी से मुक्ति मिलती है। इसलिए, जब आप अधिक पानी पीते हैं, तो आपको ब्लैडर इंफेक्शन से भी मुक्ति मिलती है। पानी पीने से कई बार छोटे स्टोन यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। यानी पानी की सही मात्रा स्टोन की समस्या से राहत दिला सकती है।
5. इम्युनिटी बढ़ाना है तो न पिएं कम पानी
अगर आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी, तो आप कई बीमारियों से सुरक्षित रहेंगे और कम बीमार पड़ेंगे। इसलिए, खाली पेट इस थेरिपी के तहत पानी पीने से आपकी इम्युनिटी बढ़ेगी। अगर आप पानी में नींबू का कुछ रस मिला लेगें तो आपका प्रतिरक्षा तंत्र अधिक मजबूत हो जाएगा। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जरूर राय लें।
6. पानी पीने के फायदे : हार्टबर्न से बचाए
जब आपके पेट में एसिडिटी बढ़ जाती है, तो आपको हार्टबर्न की समस्या हो सकती है। इस थेरिपी से पानी पीने से शरीर में एसिड की कमी होती है, इससे इस समस्या से बचाव होता है। पानी पीने के फायदे एक नहीं अनेक हैं। एक बात का ध्यान रखें कि खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पिए वरना आपको पेट भारी लगने के साथ ही अपच की समस्या भी हो सकती है। पानी पीने का सही समय क्या है, इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर लें।
7. बालों और त्वचा के लिए लाभदायक पानी का सेवन
अगर आपके शरीर में पानी की कमी होगी, तो आपको बालों और त्वचा संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। जापानी वॉटर थेरिपी को अपनाने के बाद आपके बालों का विकास अच्छे से होगा और आपको रूखे और बेजान बालों से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही, आपकी त्वचा भी चमकदार,निखरी हुई और झुरिर्यों रहित बनेगी।जापानी वॉटर थेरिपी कब्ज, गैस, अर्थराइटिस की समस्या, डायबिटीज, शरीर और जोड़ों के दर्द, मोटापा, अस्थमा, बवासीर आदि कई रोगों से राहत पाने में लाभदायक है।
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गर्म पानी बेहतर है या फिर ठंडा पानी ?
जापानी लोगों के अनुसार, अपने दिन की शुरुआत हमेशा गर्म पानी से करनी चाहिए। इससे शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे शरीर की गंदगी कम होती है और मेटाबोलिज्म बढ़ता है। यही नहीं, गर्म पानी के फायदे अन्य भी हैं, इसलिए हमेशा गर्म पानी पीना चाहिए। वहीं ठंडा पानी पीने से मन तृत्प होता है, लेकिन शरीर को विशेष लाभ नहीं मिल पाता है। जो लो ज्यादा ठंडा पानी पीते हैं, उन्हें गले में खराश संबंधि समस्या भी हो जाती है, जबकि हॉट वॉटर बेनिफिट्स में गले की राहत शामिल है।
जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) के दुष्प्रभाव क्या हैं ?
जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) के फायदे तो आपने पढ़ लिए हैं लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। जी हां, जानिए इस थेरेपी के नुकसान क्या हैं ?
- आमतौर पर लोग सुबह उठकर एक ग्लास पानी पीते हैं, जबकि जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) में लोग सुबह खाली पेट चार ग्लास पानी पीते हैं। दिनभर में अगर ज्यादा पानी पी लिया जाए तो शरीर में नुकसान भी हो सकते हैं। इससे व्यक्ति में हाइपोनेट्रेमिया (hyponatremia) नामक बीमारी हो जाती है। इस बीमारी में शरीर में नमक की मात्रा कम होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लिक्विड की अधिक मात्रा लेने पर ब्लड डायल्यूट हो जाता है।
- हाइपोनेट्रेमिया (hyponatremia) कंडीशन के होने पर व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। जो लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हैं और जिनकी किडनी भी बिल्कुल ठीक है, उन लोगों में ये हेल्थ कंडीशन रेयर होती है।
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- अगर आप पानी की सही मात्रा पीना ही चाहते हैं तो एक घंटे में चार कप से ज्यादा पानी न पिएं। अगर आप स्वस्थ्य हैं तो एक घंटे में चार कप पानी पर्याप्त है। अगर आपको किडनी की समस्या है तो इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर प्राप्त करें कि आपको दिन में कितने ग्लास पानी पीना चाहिए।
- जब अधिक मात्रा में पानी पिया जाता है तो शरीर में कैलोरी भी कम मात्रा में ही ली जाती है क्योंकि अधिक पानी पीने से भूख कम लगती है। जो लोग मोटे हैं और बार-बार खाते हैं, उनके लिए ये थेरेपी ठीक है, लेकिन जिन लोगों का वजन कम है या जो लोग स्वस्थ्य हैं, वो अधिक पानी पीने की वजह से कम कैलोरी ही ले पाएंगे। ऐसा करने से व्यक्ति भूखा भी रह सकता है।
- जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) में प्रत्येक मील केवल 15 मिनट में लेनी होती है और फिर दो घंटे का विराम होता है, उसके बाद ही खा या फिर पी सकते हैं। यानी 15 मिनट में ज्यादा भूख की वजह से इंसान ज्यादा खा सकता है या फिर जल्दी खाने की वजह से अपच की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
- हम लोगों को बचपन से ही सिखाया जाता है कि खाना चबा-चबा कर खाना चाहिए यानी आराम से खाना चाहिए और जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। उसके उलट जापानी वॉटर थेरेपी में ऐसा नहीं होता है। अगर कोई व्यक्ति ये थेरेपी अपना रहा है तो उसे डायजेशन संबंधि समस्या से गुजरना पड़ सकता है
जापानी वॉटर थेरिपी का कोई दुष्प्रभाव नहीं है लेकिन, हर चीज की अधिकता बुरी होती है। इसलिए, अगर आप अधिक मात्रा में पानी पीते है, तो यह भी आपके शरीर के लिए बुरा साबित हो सकता है। अधिक पानी पीने से गुर्दे पर बुरा प्रभाव पड़ता है और साथ ही खून के सोडियम का स्तर भी कम हो जाता है, जिससे शरीर में सूजन आ सकती है इसलिए कम मात्रा में पानी पीने से शुरुआत करें और धीरे-धीरे इस की मात्रा बढ़ाएं।पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है लेकिन अधिक पानी पीने से वॉटर इंटॉक्सिकेशन की समस्या हो सकती है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।
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