आज के समय में हवाई सफर ज्यादातर लोगों की पसंद और प्राथमिकता बनता जा रहा है। हवाई जहाज में सुखद अनुभव जैसे शांत वातावरण, एयर होस्टेस का मन को भाने वाला व्यवहार लोगों को खूब पसंद आता है, लेकिन जो लोग पहली बार हवाई यात्रा कर रहे हैं उनको कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
हवाई यात्रा में कान दर्द किसी को भी हो सकता है। जब हवाई जहाज ऊंचाई पर पहुंचता है तो हवा का प्रेशर बदलने लगता है। हवा के प्रेशर में अंतर आने के कारण ही हवाई यात्रा में कान दर्द का अनुभव होता है। कुछ लोगों को ऊंचाई से भी समस्या होती है। अधिक एयर प्रेशर के कारण कुछ लोग कान में ज्यादा दर्द अनुभव करते हैं। जब प्लेन लैंड करता है या फिर टेक ऑफ करता है तो दबाव ईयरड्रम में अनुभव होता है। प्लेन के समतल पर आ जाने पर दर्द अपने आप ठीक भी हो जाता है। आइए जानते हैं हवाई यात्रा में कान में होने वाले दर्द के बारे में क्या कहना है ईनएटी एक्सपर्ट का।
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क्या कहना है डॉक्टर का?
हवाई यात्रा के दौरान जब प्लेन लैंड या टेक ऑफ करता है तो कान दर्द बढ़ सकता है। डॉक्टर का मानना है कि अगर मध्य कान के अंदर हवा के दबाव को कंट्रोल किया जाए तो कान दर्द से छुटकारा मिल सकता है। मुंबई के अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. आशिम देसाई से जब हैलो स्वास्थ्य ने बात की तो उनका कहना था कि “फ्लाइट में यात्रा के दौरान कान में पड़ने वाले प्रेशर को कंट्रोल करना चाहिए। नाक से कान तक जाने वाली यूस्टेशियन ट्यूब (Eustachian tube) से हवा का प्रेशर प्रभावित होता है। यूस्टेशियन ट्यूब तालू के पास मध्य कान के स्थान को नाक के पीछे से जोड़ता है। जिन लोगों को एलर्जी या फिर साइनस की समस्या है, उन्हें दर्द ज्यादा महसूस हो सकता है। अगर कुछ बातों पर ध्यान दिया जाए तो हवाई यात्रा के दौरान कान दर्द की समस्या से बचा जा सकता है।’
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हवाई यात्रा में कान दर्द के लिए अपनाएं वलसावा स्किल (Valsava manoeuvre)
वलसावा स्किल को करने के लिए आपको अपनी नाक को एक हाथ से बंद करना होगा। हवा को ब्लो करने की कोशिश करें। ऐसा करने से मध्यकान में रिलैक्स फील होगा। इस क्रिया को करने से चारों ओर के वातावरण के हिसाब से ही कान में दबाव पड़ता है। ये क्रिया आपको रिलैक्स फील करा सकती है।
- हाथ लगाकर अपनी नाक बंद कर लें ।
- अब नान से सांस छोड़ने की कोशिश करें।
- नीचे की ओर झुकें।
- ऐसा लगभग 10 से 15 सेकंड तक करें।
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हवाई यात्रा के दौरान जम्हाई लें
अगर हवाई यात्रा के दौरान आप जम्हाई लेते हैं और कुछ भी निगलते हैं तो मसल्स स्टिमुलेट होती हैं। इस क्रिया से यूस्टेशियन ट्यूब को अनब्लॉक होने में मदद मिलती है। कुछ एयरलाइंस में इस समस्या के चलते हवाई यात्रा के दौरान कैंडीज उपलब्ध कराई जाती हैं। अब जब भी अगली बार आप फ्लाइट में हो तो हवाई यात्रा में कान दर्द से राहत पाने के लिए टेक ऑफ से पहले ही कैंडीज खा लें। आप बच्चों को भी ड्रिंक और कुछ निगलने के लिए कह सकती हैं।
हवाई यात्रा के दौरान बच्चों में कान दर्द की समस्या
हवाई यात्रा में कान दर्द अगर बच्चे को हो रहा है तो आपके पहले से सावधानी बरतनी पड़ सकती है। ऐसे में बच्चों को हवाई यात्रा में कान दर्द से बचाने के लिए नॉन कैफीन ड्रिंक्स दिए जा सकते हैं। अगर हवाई यात्रा में कान दर्द से बच्चे को बचाना है तो उसे थोड़ी मात्रा में लिक्विड धीरे-धीरे देते रहे। साथ ही बच्चे को हवाई यात्रा में कान दर्द से बचाने के लिए कैंडी भी दी जा सकती है। साथ ही डॉक्टर से पहले से सलाह लें कि क्या बच्चे को आईइबुप्रोफेन दिया जा सकता है।
अगर बच्चा च्यूंगम खाता है तो उसे हवाई यात्रा के दौरान जरूर दें। अगर बच्चा बोतल से दूध पीता है तो ध्यान रखना चाहिए कि वो अपराइट पुजिशन में बैठकर दूध पिए। अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है तो उसे ब्रीथ एक्सरसाइज के बारे में जरूर बताएं। हवाई यात्रा में कान दर्द से बचने के लिए ब्रीथ एक्सरसाइज बहुत हेल्पफुल रहती है। अगर बच्चे को लगातार पेन हो रहा है तो डॉक्टर की सलाह से ली गई पेन रिलीफ मेडिसिन का यूज किया जा सकता है।
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हवाई यात्रा में कान दर्द से हैं परेशान तो मिले डॉक्टर से
हवाई यात्रा के दौरान अगर आपको परेशानी होती है तो एक बार डॉक्टर से जरूर मिलें। नोज स्प्रे, ड्रॉप्स या गोलियां डॉक्टर आपको सजेस्ट कर सकता है। लैडिंग के 15 मिनट पहले और टेक ऑफ के 15 मिनट पहले नोज स्प्रे का यूज करें। मुंह से लिए जाने वाले डिकंजेस्टेंस (Decongestants) आमतौर पर ओल्डर को सजेस्ट नहीं किए जाते हैं।
हवाई यात्रा में कान दर्द से बचना है तो न लें नींद
लोगों के बीच ये आम धारणा है कि टेक ऑफ के समय नींद लेने से यात्रा में कान दर्द नहीं होता है। ये सही नहीं है। बजाय सोने के आप प्लेन में ऊपर बताई गई टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। कहीं ऐसा न हो कि आप अचानक से उठे और आपको कानों में दर्द महसूस हो। आप चाहे तो अटेंडेंट को बीच में उठाने के लिए कह सकते हैं। जम्हाई लें और टॉफी चूसे। ऐसा करने से कान के दर्द में राहत मिलेगी। जम्हाई से पहले गहरी सांस भी लें।
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कैफीन युक्त दवाओं से बचें
आप हवाई यात्रा के दौरान कैफीन युक्त दवाओं से बचें। इससे आपको डीहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। आप एसिटामिनोफेन या इबुप्रोफेन लें सकते हैं, लेकिन टेक ऑफ या लैडिंग के आधे घंटे पहले इसे लें। साथ ही हवाई यात्रा के दौरान च्युइंगम की जगह लोजेंग (lozenges) का इस्तेमाल करें।
डॉ आशिम कहते हैं कि,’ एक स्वस्थ्य शरीर वाले इंसान को भी हवाई यात्रा में कान दर्द का सामना कर पड़ सकता है। अगर आपको पहले से ही कान में संक्रमण है तो हवाई यात्रा से पहले डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। कुछ गंभीर मामलों में कान में सूजन आ सकती है और इंसान के सुनने की क्षमता भी खत्म हो सकती है।’ अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आपको भी इस तरह की समस्या है तो बेहतर रहेगा कि हवाई यात्रा में कान दर्द से बचने के लिए पहले डॉक्टर से इस बारे में पूछ लें। डॉक्टर आपको कुछ मेडिसिन देगा। अगर कुछ उपाय करने के बाद भी हवाई यात्रा में कान दर्द ठीक नहीं हो रहा हो, तो तुरंत दवा लें।
हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सक सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
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