चमचमाते दांत और अच्छी मुस्कान कौन नहीं चाहता है। हालांकि कई बार हम सभी ओरल हाइजीन का ध्यान रखते तो हैं लेकिन, कई बार ओरल हाइजीन मिस्टेक कर बैठते हैं। पटना की रहने वाली प्रिया सोनी 26 साल की हैं। प्रिया से जब हैलो स्वास्थ्य की टीम ने ओरल हाइजीन के बारे में जानना चाहा तो प्रिया कहती हैं कि “मैं दांतों की साफ-सफाई पर पूरा ध्यान रखती हूं लेकिन, फिर भी केविटी की समस्या से परेशान रहती हूं।” दांतों की समस्या से सिर्फ प्रिया ही परेशान नहीं हैं बल्कि साल 2010 में छपे मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तकरीबन 53 प्रतिशत लोग दांतों की समस्या से परेशान थें।
ओरल हाइजीन मिस्टेक क्या हैं जो हम सभी अनजाने में करते हैं?
ओरल हाइजीन मिस्टेक से बचने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे-
ओरल हाइजीन मिस्टेक 1: सिर्फ एक बार ब्रश करना
ऐसे कई लोग हैं, जो यह सोचते हैं की दांतों की सफाई के लिए या ओरल हाइजीन मेंटेन रखने के लिए ब्रश करना सबसे बेस्ट ऑप्शन है। दरअसल ब्रश करना आवश्यक है, लेकिन दो बार ब्रश करना चाहिए। सुबह-सुबह तो हम सब ब्रश कर लेते हैं, लेकिन रात को सोने से पहले नहीं करते। इसलिए रोजाना दो बार ब्रश करने की आदत डालें। ऐसा इसलिए करें क्योंकि रात के दौरान मुंह में बनने वाले बैड बैक्टेरिया की सफाई सुबह हो जाती है, लेकिन दिन भर के के खाने के बाद बने बैक्टीरिया की सफाई नहीं हो पाती।
यह पढ़ें: दांतों का पीलापन दूर करने वाली टीथ वाइटनिंग कितनी सुरक्षित है?
ओरल हाइजीन मिस्टेक 2: ज्यादा दवाब के साथ ब्रश करना
कुछ लोग ब्रश करने के दौरान दांतों पर काफी दवाब के साथ टूथपेस्ट करते हैं। यह तरीका बिल्कुल गलत हैं। ज्यादा दवाब के साथ ब्रश करने से दांत के सबसे ऊपरी हिस्से जिससे इनेमल कहते हैं उस पर नकारात्मक असर पड़ता है। एनेमेल दांतों को सुरक्षा प्रदान करता है और अगर इनेमल को नुकसान पहुंचता है तो दांतों की समस्या शुरू हो सकती है।
ओरल हाइजीन मिस्टेक 3: फ्लॉसिंग की जगह माउथ वॉश का इस्तेमाल करना
कई लोग फ्लॉसिंग के बजाए माउथ वॉश का इस्तेमाल करना बेहतर समझते हैं, लेकिन माउथ वॉश और फ्लॉसिंग दोनों के अपने-अपने काम हैं। फ्लॉसिंग से दो दांतों के बीच में फंसी गंदगी (खाद्य पदार्थ) को आसानी से निकाला जा सकता है। इसलिए ब्रश करने के साथ-साथ फ्लॉसिंग करें। माउथ वॉश का इस्तेमाल ब्रश करने के पहले करें।
ओरल हाइजीन मिस्टेक 4: सिर्फ फ्लॉस पिक (floss picks) का इस्तेमाल करना
दांतों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ लोग सिर्फ फ्लॉस पिक का ही इस्तेमाल करते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। ब्रश, फ्लॉस और टंग क्लीनर का अपना अलग-अलग काम होता है।
यह भी पढ़ें: स्टाइल के साथ-साथ पैरों का भी रखें ख्याल, फ्लिप-फ्लॉप फुटवेयर खरीदने में बरतें सावधानी!
ओरल हाइजीन मिस्टेक 5: फ्लॉस का इस्तेमाल नहीं करना
डेंटिस्ट की मानें तो कई लोग फ्लॉस का इस्तेमाल इसलिए नहीं करते हैं क्योंकि इससे मसूड़े से ब्लड आ जाता है। ओरल हाइजीन को बनाए रखने के फ्लॉस का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आप एक सप्ताह लगातर फ्लॉस का इस्तेमाल करते हैं, तो मसूड़े से ब्लड आने की परेशानी ठीक हो सकती है, लेकिन अगर ज्यादा ब्लीडिंग की परेशानी होती है तो डेंटिस्ट से सलाह लें।
ओरल हाइजीन मिस्टेक 6: लंच के दौरान मीठे खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों का सेवन करना
खाने के दौरान मीठे खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थों का सेवन न करें। दरअसल इससे मुंह में अच्छे बैक्टेरिया के संपर्क में आने से रिएक्शन होता है, जो नुकसानदायक होता है और दांतों की बीमारी शुरू हो सकती है। यह प्लाक का कारण बनता है।
यह भी पढ़ें: लिपस्टिक का रंग कहीं सेहत को न कर दे बेरंग!
ओरल हाइजीन मिस्टेक 7: कोई भी टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना या फिर सेल ऑफर देखकर टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना
ओरल हाइजीन मिस्टेक के तौर से देखा जाए तो यह सबसे बड़ी गलती है। कई लोग ऐसे होते हैं जो अलग-अलग तरह के ऑफर या सेल देखकर टूथपेस्ट खरीदते हैं और उसका इस्तेमाल करते हैं। ऐसा न करें। अपने दांतों को हेल्दी रखने के लिए दिन में कम से कम दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ही ब्रश करें।
ओरल हाइजीन मिस्टेक 8: सिर्फ जरूरत के वक्त डेंटिस्ट से मिलना
सिर्फ जरूरत के वक्त डेंटिस्ट से मिलना यह बड़ी ओरल हाइजीन मिस्टेक है। मुंबई की रहने वाली 30 वर्षीय नीता गुप्ता से जब हमने यह जानने की कोशिश की कि वह कब-कब डेंटिस्ट से मिलती हैं तो वे कहती हैं कि “मैं पहले सिर्फ दांत दर्द या मसूड़ों की परेशानी होने पर डेंटिस्ट से मिलती थी, लेकिन मेरी परेशानी बढ़ती चली गई। मुझे कैविटी की समस्या है और जब दांतों में दर्द होता था तभी मैं डॉक्टर के पास जाती थीं जो मुझे नहीं करना चाहिए था। इस लापरवाही की वजह से मुझे अपना एक दांत निकलवाना पड़ा।” नीता की परेशानी से सीख लेते हुए अगर आप भी अपने साथ ऐसा करते हैं, तो अब न करें।
ओरल हाइजीन मिस्टेक 9: बच्चों का डेंटल चेकअप देर से शुरू करना
इस बारे में डफरिन हॉस्पिटल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर सलमान का कहना है कि 2 से 3 साल के बच्चों में दांतों की कैविटी और इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। कई बार पेरेंट्स सिर्फ यह सोच कर अपने बच्चे की डेंटल चेकअप नहीं करवाते हैं क्योंकि उनका बच्चा ज्यादा चॉकलेट या मीठा खाता है। ऐसी लापरवाही पेरेंट्स को नहीं करनी चाहिए। कुछ माता-पिता तो अपने बच्चों को अकेले ब्रश करने के लिए छोड़ देते हैं और बच्चे इस दौरान ज्यादा टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं, ब्रश को तेजी से दांतों पर घिसते हैं जो काफी नुकसानदायक होता है। इसलिए अगर आपके बच्चे की उम्र 8 साल से कम है तो माता-पिता में से किसी एक व्यक्ति को उनके साथ ब्रश करने के दौरान होना चाहिए।
यह भी पढ़ें: बच्चों के मुंह के अंदर हो रहे दाने हो सकते हैं हैंड फुट माउथ डिजीज के लक्षण
ओरल हाइजीन मिस्टेक को शायद अब आप समझ चुके होंगे। अब ऐसी गलती करने से बचें क्योंकि हमारे दांत स्वस्थ नहीं रहेंगे तो इसका दिल पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। वैसे आप चाहें तो अपने डेंटिस्ट से निम्नलिखित सवाल पूछ सकते हैं। इन सवालों में शामिल हैं-
- क्या मैं अपने दांतों को सही तरह से ब्रश कर रहा हूं?
- जिस टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर रहें हैं, वो ठीक है या नहीं या आपकी दांतों की बनावट के अनुसार कौन से टूथब्रश का इस्तेमाल कर सकते हैं?
- क्या रूट कैनाल करवाना सुरक्षित है?
- जिस तरह के आहार का सेवन कर रहें हैं, वह दांतों की हेल्थ के लिए ठीक है या नहीं?
- डेंटिस्ट से कब-कब मिलना आवश्यक है?
अगर आप ओरल हाइजीन का ध्यान रखते हैं लेकिन, ओरल हाइजीन मिस्टेक से अनजान है या इससे जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
और पढ़ें:
दांतों की बीमारियों का कारण कहीं सॉफ्ट ड्रिंक्स तो नहीं?
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए चाहिए हेल्दी इम्यूनिटी, तो हैं आप तैयार?
स्लीप हाइजीन को भी समझें, हाइपर एक्टिव बच्चों के लिए है जरूरी
कितना ख्याल है आपको अपने दांतों का, आज पता चलेगा
जब सताए दांतों में सेंसिटिविटी की समस्या, तो ऐसे पाएं निजात
[embed-health-tool-bmi]