अलग-अलग पुरुषों की सेक्शुअल डिजायर और लिबिडो में नेचुरल रूप से अंतर होता है। ऐसे में औरों की तुलना में लो सेक्स ड्राइव होना जरूरी नहीं कि बुरी चीज है। हालांकि, अचानक से पुरुषों में कम कामेच्छा या सेक्स ड्राइव में अचानक बदलाव, एक जटिल समस्या का एक संकेत हो सकता है। लो लिबिडो की समस्या सिर्फ सेक्शुअल प्रॉब्लम (sexual problem) ही न होकर कभी-कभी यह मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम (mental health problem) का कारण बन सकती है। इसलिए, लो सेक्स ड्राइव (यौन क्षमता) के कारणों को जानना जरूरी है ताकि आपके लिए बेस्ट सेक्स ड्राइव बूस्टर (sex drive booster) क्या होगा? यह पता लगाना आसान हो सके। “हैलो स्वास्थ्य’ के इस लेख में पुरुषों में लो लिबिडो (low libido) के कारणों को बताया गया है।
लो लिबिडो क्या है? (What is low libido?)
लो लिबिडो का मतलब है कि यौन गतिविधि में कम इंटरेस्ट होना। समय-समय पर सेक्स में रुचि कम रखना और कामेच्छा का लेवल लाइफ के हर फेज में अलग-अलग होता है। हालांकि, लंबे समय तक लो लिबिडो कुछ लोगों के लिए चिंता का कारण बन सकता है। यह कभी-कभी अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थिति (health problems) की ओर एक इशारा हो सकता है।
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पुरुषों में लो सेक्स ड्राइव (सेक्स स्टेमिना) के कारण क्या हैं?
यहां पुरुषों में कम कामेच्छा के कुछ संभावित कारण दिए जा रहे हैं।
लो सेक्स पवार की वजह कम टेस्टोस्टेरोन
टेस्टोस्टेरोन एक महत्वपूर्ण पुरुष हार्मोन है। पुरुषों में, यह ज्यादातर अंडकोष (testicles) में उत्पन्न होता है। यह मेल हॉर्मोन स्पर्म प्रोडक्शन (sperm production) को स्टिम्युलेट करने के लिए जिम्मेदार होता है। आपके टेस्टोस्टेरोन का स्तर लो सेक्स ड्राइव का कारण बन सकता है। अमेरिकी यूरोलॉजिकल एसोसिएशन (एयूए) के अनुसार, वयस्क पुरुषों में जब टेस्टोस्टेरोन लेवल 300 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर (एनजी / डीएल) से नीचे गिर जाता है, तो उसे लो टेस्टोस्टेरोन लेवल बोला जाता है। जब टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है, तो आपकी सेक्स की इच्छा भी कम हो जाती है।
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लो सेक्स ड्राइव की वजह कुछ दवाएं भी
कुछ दवाएं लेने से भी टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है, जिसके कारण आपको लो सेक्स ड्राइव का सामना करना पड़ सकता है। जैसे एसीई इनहिबिटर (ACE inhibitors) और बीटा-ब्लॉकर्स (beta-blockers) जैसी रक्तचाप की दवाएं स्खलन और इरेक्शन (erection) को रोक सकती हैं।
टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने वाली अन्य दवाओं में शामिल हैं:
- कैंसर के लिए कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी
- प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए हॉर्मोन थेरेपी
- कोर्टिकोस्टेरॉइड्स (corticosteroids)
- ओपिऑइड दर्द निवारक
- एंटिफंगल दवा जैसे-केटोकोनाजोल (ketoconazole)
- सिमेटिडिन (Tagamet), जिसका उपयोग गैस्ट्रोओसोफेगलरिफ्लक्स रोग (GERD) के लिए किया जाता है
- एनाबॉलिक स्टेरॉयड, जिसका उपयोग एथलीटों द्वारा मांसपेशियों को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है
- कुछ एंटीडिप्रेसेंट
- इन दवाओं के सेवन के दौरान आप लो सेक्स ड्राइव का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपको दवाओं को स्विच करने की सलाह दे सकते हैं।
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रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम (आरएलएस)
एक स्टडी में पाया गया कि रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम (restless legs syndrome) वाले पुरुषों में स्तंभन दोष (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) होने का खतरा अधिक होता है। स्तंभन दोष तब होता है जब कोई व्यक्ति इरेक्शन नहीं कर सकता है या उसे बनाए नहीं रख सकता है। ऐसे में आप स्तंभन दोष के डॉक्टर्स से संपर्क कर सकते हैं।
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन पुरुषों में हर महीने कम से कम पांच बार आरएलएस की समस्या होती थीं, वे बिना इस सिंड्रोम वाले पुरुषों की तुलना में इरेक्टाइल डिसफंक्शन विकसित करने की संभावना लगभग 50 प्रतिशत अधिक थी। इसके अलावा, जिन पुरुषों में आरएलएस एपिसोड ज्यादा बार होते थे, उनके नपुंसक होने की संभावना अधिक थी।
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डिप्रेशन
डिप्रेशन वाले लोग उन एक्टिविटीज में रुचि की कमी का अनुभव करते हैं जो उन्हें पहले सुखदायक लगती थी, जिसमें सेक्स भी शामिल है। लो लिबिडो भी कुछ एंटीडिप्रेसन्ट्स का एक साइड इफेक्ट है। सेरोटोनिन-नॉरपेनेफ्रिन री-प्टेक इनहिबिटर (SNRIs), जैसे कि ड्यूलोक्सीटाइन (Cymbalta) और सेलेक्टिव सेरोटोनिन री-प्टेक इनहिबिटर (SSRI) को कम सेक्स ड्राइव का कारण माना जा सकता है। यदि आप एंटीडिप्रेसेंट्स ले रहे हैं और लो लिबिडो फील कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
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क्रोनिक बीमारियां
कुछ बीमारियां, जैसे कि कैंसर, आपके स्पर्म प्रोडक्शन को कम कर सकती हैं। इसके साथ ही डायबिटीज टाइप 2, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, क्रोनिक लंग्स, हार्ट, लिवर और किडनी फेलियर भी आपके लो सेक्स ड्राइव की एक वजह बन सकती है। यदि आप किसी क्रोनिक बीमारी से जूझ रहे हैं, तो इस दौरान इंटिमेट होने के तरीकों के बारे में अपने पार्टनर से बात करें। आप अपनी सेक्स समस्याओं के बारे में एक सेक्स थेरेपिस्ट से भी बात कर सकते हैं।
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बढ़ती उम्र
टेस्टोस्टेरोन का स्तर, टीनएज में उच्चतम स्तर पर होता है। वहीं, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है इजेकुलेशन और उत्तेजित होने में अधिक समय लग सकता है। साथ ही पेनिस इरेक्शन में भी अधिक ज्यादा लग सकता है। हालांकि, इन सेक्शुअल समस्याओं के लिए दवाएं उपलब्ध हैं। जिनकी मदद से ये समस्याएं दूर हो सकती हैं।
कम आत्म सम्मान
यदि आपको लगता है कि आप अट्रैक्टिव नहीं हैं या आप अनवांटेड फील करते हैं, तो संभवत: इससे आपकी सेक्स लाइफ पर असर पड़ सकता है। कम आत्मसम्मान, सेक्शुअल परफॉरमेंस के बारे में चिंता का कारण बन सकता है, जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन के साथ यौन इच्छा को कम कर सकता है। इसके अलावा लो सेल्फ स्टीम की वजह से आपको बड़ी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे अवसाद, चिंता और ड्रग और एल्कोहॉल एब्यूज। ये सभी स्थितियां आपको कम सेक्स ड्राइव की ओर ले जा सकती हैं।
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स्ट्रेस
यदि आप क्रोनिक स्ट्रेस की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपकी यौन इच्छा में कमी हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि तनाव आपके हार्मोन के स्तर को बाधित कर सकता है। साइंटिफिक रिसर्च में प्रकाशित एक रिसर्च ने इस धारणा का सपोर्ट किया कि तनाव का पुरुषों और महिलाओं में यौन समस्याओं पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) के एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि स्ट्रेस ने यौन रोग के जोखिम को तीन गुना से अधिक बढ़ा दिया। इसलिए, स्ट्रेस मैनेजमेंट, मेडिटेशन और एक काउंसलर से समस्या पर बातचीत जरूरी है।
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नींद की समस्याएं
जर्नल ऑफ क्लिनिकल स्लीप मेडिसिन की एक स्टडी में पाया गया कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) वाले पुरुषों में कम टेस्टोस्टेरोन (testosterone) का स्तर होता है। यह कम लेवल सेक्शुअल एक्टिविटी और सेक्स ड्राइव में कमी की ओर ले जाता है। इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने पाया कि लगभग एक-तिहाई पुरुष जिन्हें स्लीप एपनिया था, उनमें भी टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम था।
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लो सेक्स ड्राइव का इलाज
- यदि पुरुषों में लो सेक्स ड्राइव एक अंतर्निहित हेल्थ प्रॉब्लम के कारण होती है, तो आपको दवाओं को स्विच करने की आवश्यकता हो सकती है।
- यदि आपकी कम कामेच्छा के मनोवैज्ञानिक कारण हैं, तो आपको मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल से मिलने की आवश्यकता हो सकती है।
- एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं,
- पर्याप्त नींद लें,
- स्ट्रेस मैनेजमेंट सीखें,
- एक हेल्दी डाइट फॉलो करें,
- शारीरिक संबंध बनाने के दौरान फोरप्ले पर ज्यादा फोकस करें।