निदान और उपचार (Diagnosis)
इस स्थिति का पता लगाने के लिए, डॉक्टर एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड का उपयोग करके हड्डी के घनत्व को मापते हैं। ऑस्टियोपोरोसिस के लिए कोई इलाज मौजूद नहीं है, सही देखभाल इस बीमारी के विकास को रोकने के लिए जरूरी है। जिसमें सही आहार, व्यायाम, पर्याप्त नींद, तनाव से बचाव है। इसके साथ ही डॉक्टर इसके लक्षणों को कम करने के लिए कुछ दवाइयां भी दे सकते हैं।
गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताएं (Pregnancy Complications)
अधिकतर महिलाओं को गर्भावस्था में किसी भी जटिलता का सामना नहीं करना पड़ता। लेकिन कुछ गर्भवती महिलाएं कम्प्लीकेशन महसूस कर सकती हैं जो उनके स्वास्थ्य, उनके बच्चे के स्वास्थ्य या दोनों के स्वास्थ्य से जुड़ी होती हैं। कुछ समस्याएं प्रसव के समय भी हो सकती हैं। गर्भावस्था से जुड़ी कुछ सामान्य जटिलताएं इस प्रकार हैं:
- हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)
- गर्भावधि मधुमेह (Gestational Diabetes)
- प्रीक्लैम्प्सिआ (Preeclampsia)
- अपरिपक्व प्रसूति (Preterm Labor)
- गर्भपात (Miscarriage)
गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं के लक्षण (Symptoms of Pregnancy Complication)
गर्भावस्था से जुडी हर समस्या का लक्षण अलग होगा। जैसे अगर आप गर्भावधि मधुमेह से पीड़ित हैं तो आपको अधिक प्यास लगना, धुंधली दृष्टि, अधिक मूत्र त्याग की इच्छा आदि लक्षण हो सकते हैं। इसलिए आपको हर समस्या के लक्षणों के बारे में जानकरी होनी चाहिए। आप अपने डॉक्टर से भी इस बारे में जान सकते हैं।
कारण और रिस्क फैक्टर (Cause and Risk Factors )
अगर आपको पहले से ही कोई गंभीर बीमारी है तो डॉक्टर को बताना जरूरी है ताकि इस समस्या को गर्भवती होने से पहले ही कम किया जा सके। यदि आप गर्भवती हैं, तो आपको नियमित जांच की जरूरी है। कौन से रोग गर्भवस्था से जुड़ी कॉम्प्लीकेशन्स को बढ़ा देते हैं:
कुछ सामान्य बीमारियों के उदहारण इस प्रकार हैं जो प्रेगनेंसी में जटिलताओं को बढ़ा देते हैं, जैसे :
- डायबिटीज (Diabetes)
- कैंसर (Cancer)
- हाय ब्लड प्रेशर (Blood Pressure)
- इन्फेक्शंस (Infections)
- सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (Sexually Transmitted Diseases)
- किडनी में समस्या (Kidney Problems)
- एनीमिया (Anemia)
निम्नलिखित स्थितियां भी गर्भवस्था में होने वाली समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती हैं, जैसे:
- 35 साल की उम्र के बाद गर्भवती होना (Being Pregnant at age 35 or older)
- कम उम्र में गर्भवती होना (Being Pregnant at a young age)
- अगर आपको कोई ईटिंग डिसऑर्डर है (Having an Eating Disorder like Anorexia)
- स्मोकिंग या ड्रिंकिंग(Smoking and Drinking)
- प्रेगनेंसी लॉस या प्रीटर्म बर्थ का इतिहास होना (History of Pregnancy loss or Preterm Birth)
- दो या दो से अधिक बच्चों का गर्भ में होना (Carrying Multiples babies, such as Twins or Triplets)
निदान और उपचार (Diagnosis and Treatment)
गर्भवस्था से जुड़ी कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर आपकी शारीरिक जांच करेंगे और कुछ टेस्ट की सलाह भी दे सकते हैं। यह टेस्ट ब्लड, यूरिन या जो भी आपको समस्या है उससे जुड़े हो सकते हैं। जैसे अगर डॉक्टर को संदेह है कि आपको गर्भावधि मधुमेह (Gestational Diabetes) है तो वो आपको इसका टेस्ट करने के लिए कहेंगे। इसके साथ ही गर्भावस्था में आपको जो समस्या है उसके अनुसार उस बीमारी का इलाज किया जाएगा। आपको सही आहार का सेवन, व्यायाम, पर्याप्त नींद, समय-समय पर चेकअप तनाव आदि से बचने की भी सलाह दी जाती है।
महिलाओं में हृदय रोग (Heart Problems in Women)
वैसे तो सभी महिलाओं और पुरुषों को हृदय रोग का खतरा होता है। लेकिन ,ऐसा माना जाता है कि महिलाओं में इस समस्या का जोखिम अधिक है। महिलाओं को इसके लक्षणों और जोखिमों को कम करने के साथ स्वस्थ आहार लेना और व्यायाम करना आदि भी जरूरी है। इससे आपको स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।
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