डायबिटीज की समस्या सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में देखने को मिल रही है। ऐसे में बॉडी में मौजूद ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) मेंटेन या बैलेंस रखने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट अलग-अलग तरह की दवाएं या इंजेक्शन प्रिस्क्राइब करते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस रखने में मदद मिलती है। डायबिटीज पेशेंट के लिए ऐसी ही एक इंजेक्शन है ह्युमिनसुलिन एन (Huminsulin N), जिसे फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (Food and Drug Administration) की ओर से टाइप 1 डायबिटीज एवं टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी माना गया है। इसलिए आज इस आर्टिकल में डायबिटीज पेशेंट के लिए ह्युमिनसुलिन एन इंजेक्शन (Huminsulin N injection) से जुड़ी पूरी जानकारी आपसे शेयर करेंगे।
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ह्युमिनसुलिन एन (Huminsulin N) क्या है?
डायबिटीज की समस्या होने पर इन्सुलिन (Insulin) का निर्माण नहीं हो पाता है या इन्सुलिन के निर्माण होने के बाद भी यह अपना काम करने में असमर्थ होता है। शरीर में इन्सुलिन का निर्माण नहीं होने पर या इन्सुलिन के काम नहीं करने के कारण व्यक्ति एनर्जेटिक महसूस नहीं कर पाता है। ऐसा ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) इम्बैलेंस होने की स्थिति में होता है। अब जब पेशेंट अपनी परेशानी को डॉक्टर से शेयर करते हैं, तो डॉक्टर बीमारी की गंभीरता को समझते हुए ह्युमिनसुलिन एन (Huminsulin N) इंजेक्शन प्रिस्क्राइब करते हैं। ह्युमिनसुलिन एन को ह्यूमेलिन एन (Humulin N) के नाम से भी जाना जाता है। इस इंजेक्शन की मदद से बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है।
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डायबिटीज पेशेंट के लिए ह्युमिनसुलिन एन क्यों लाभकारी माना जाता है? (Why Huminsulin N beneficial for diabetic)
ह्युमिनसुलिन एन एक तरह का रेग्यूलर इन्सुलिन है और इसमें मौजूद आइसोफेन इन्सुलिन (Isophane insulin) इंजेक्शन की मदद से शरीर में प्रवेश करने के बाद धीरे-धीरे बॉडी में रिलीज होता है, 12 से 18 घंटे तक ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस रखने में सहायक होता है। इसलिए इसे इंटरमीडिएट-एक्टिंग इन्सुलिन (Intermediate-acting insulin) भी कहा जाता है। अगर सामान्य शब्दों में समझें तो ह्युमिनसुलिन एन ग्लूकोज को मसल्स और फैटी सेल्स तक पहुंचने में मदद करता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और डायबिटीज पेशेंट एनर्जेटिक महसूस करते हैं। यही नहीं ह्युमिनसुलिन एन लिवर में ग्लूकोज प्रोडक्शन को भी कम करने में सहायक होता है। वहीं अगर दूसरे इन्सुलिन इंजेक्शन जैसे ह्यूमेलिन आर (Humulin R) की बात करें, तो यह इन्सुलिन इंजेक्शन तेजी से अपना काम करने में सहायक तो होता है, लेकिन इसका असर सिर्फ 3 से 6 घंटे तक ही शरीर में रह पाता है। इसलिए इसे शॉर्ट-एक्टिंग इन्सुलिन (Short-acting insulin) कहा जाता है। ह्यूमेलिन एन एवं ह्यूमेलिन आर डॉक्टर द्वारा ही प्रिस्क्राइब की जाती है। डॉक्टर पेशेंट की हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर इन अलग-अलग इन्सुलिन इंजेक्शन (Insulin injection) को प्रिस्क्राइब करते हैं। ह्युमिनसुलिन एन वयस्कों के साथ-साथ बच्चों में भी डायबिटीज की समस्या होने पर प्रिस्क्राइब की जाने वाली इन्सुलिन इंजेक्शन है।
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ह्युमिनसुलिन एन की डोज क्या होनी चाहिए? (Dose of Huminsulin N)
नैशनल सेंटर फॉर बयोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार ह्युमिनसुलिन एन की डोज पेशेंट की उम्र (Age), हेल्थ कंडिशन (Health Condition) और पेशेंट कौन-कौन से दवाओं (Medication) का सेवन करते हैं, इस बात पर निर्भर करती है। इसलिए अगर डॉक्टर द्वारा ह्युमिनसुलिन एन की डोज प्रिस्क्राइब की गई है, तो पेशेंट या उनके मेडिकेशन का ध्यान रखने वाले सदस्यों को उनकी दवाओं की जानकारी डॉक्टर से जरूर शेयर करनी चाहिए। ऐसा करने से डॉक्टर पेशेंट की चल रही मेडिकेशन एवं हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर ह्युमिनसुलिन एन की डोज लेने की सलाह देंगे।
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ह्युमिनसुलिन एन इंजेक्शन (Huminsulin N injection) शरीर के कौन-कौन से हिस्से में ली जा सकती है?
ह्युमिनसुलिन एन इंजेक्शन शरीर के निम्नलिखित हिस्सों में ली जा सकती है। जैसे:
- बेली
- थाइ
- अपर आर्म्स
- बटक्स
नोट: डायबिटीज के लिए इंजेक्शन शरीर के उन्हीं हिस्सों में ली जाने की सलाह दी जाती है जहां स्किन ज्यादा मोटी होती है या चर्बी (Fat) होती है। इसके साथ ही खाना खाने से 1 या 2 घंटे पहले ह्युमिनसुलिन एन इंजेक्शन (Huminsulin N injection) लें।
ह्युमिनसुलिन एन इंजेक्शन को स्टोर कैसे करें? (Storage of Huminsulin N)
अगर आपको डॉक्टर की ओर से ह्युमिनसुलिन एन प्रिस्क्राइब की गई है, तो आप इसे केमिस्ट से लेने के बाद घर में फ्रीज में स्टोर कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें ह्युमिनसुलिन एन इंजेक्शन (Huminsulin N injection) को फ्रीजर में ना रखें।
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ह्युमिनसुलिन एन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Huminsulin N)
बॉडी में ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस रखने के लिए ह्युमिनसुलिन एन प्रिस्क्राइब की जाती है, लेकिन अगर इस प्रिस्क्राइब्ड ड्रग की डोज जरूरत से ज्यादा होने पर ह्युमिनसुलिन एन के साइड इफेक्ट्स भी देखे जा सकते हैं। जैसे:
- ब्लड शुगर लेवल कम होना या हायपोग्लाइसीमिया (Hypoglycaemia) की समस्या होना।
- हल्का सिरदर्द (Lightheadedness) महसूस होना।
- एंग्जायटी (Anxiety) की समस्या होना।
- नर्वस महसूस होना।
- थका (Tiredness) हुआ महसूस होना।
- बार-बार भूख लगना।
- देखने में समस्या (Visual disturbances) होना।
- हाथ कांपने की समस्या होना।
- जरूरत से ज्यादा पसीना (Sweating) आना।
- चेहरे का रंग हल्का (Pale skin) पड़ना।
- स्किन रैशेश (Rashes) की समस्या होना।
- इंजेक्शन की जगह पर लाल निशान पड़ना, दर्द महसूस होना और सूजन आना।
ह्युमिनसुलिन एन इंजेक्शन (Huminsulin N injection) लेने के बाद ऊपर बताये साइड इफेक्ट्स महसूस किये जा सकते हैं। हालांकि ऊपर बताये ह्युमिनसुलिन एन के साइड इफेक्ट्स नॉर्मल हैं, लेकिन कभी-कभी इसके सीरियस साइड इफेक्ट्स (Serious side effects) भी हो सकते हैं।
ह्युमिनसुलिन एन के सीरियस साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Serious side effects of Huminsulin N)
- हायपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) का इलाज ठीक तरह से नहीं होने पर पेशेंट की स्थिति बिगड़ सकती है।
- ब्लड में पोटैशियम लेवल (Hypokalemia) कम होना।
- एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction) होना।
- हार्ट फेलियर (Heart failure) होना।
अगर ह्युमिनसुलिन एन लेने के बाद किसी भी तरह की शारीरिक तकलीफ होती है तो इसको इग्नोर नहीं करें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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ह्युमिनसुलिन एन (Huminsulin N) लेने के पहले किन-किन बातों का ध्यान रखें?
ह्युमिनसुलिन एन लेने पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:
- डयबिटीज की दवाओं (Diabetes medication) का सेवन करना।
- लिवर (Liver) या किडनी (Kidney) से जुड़ी समस्या होना।
- हार्ट फेलियर (Heart failure) से बचाव के लिए दवाओं का सेवन करना।
- किसी हर्ब्स (Herbs) या सप्लिमेंट्स (Supplements) का सेवन करना।
- प्रेग्नेंट (Pregnant) हैं या प्रेग्नेंसी प्लानिंग (Pregnancy planning) करना।
- ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) करवाना।
- किसी तरह की एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction) होना।
इन ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखें अगर आपको ह्युमिनसुलिन एन प्रिस्क्राइब की गई है तो और इन ऊपर बताई गई हेल्थ कंडिशन या मेडिकेशन की जानकारी अपने डॉक्टर को अवश्य दें।
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डायबिटीज पेशेंट के लिए इंसुलिन इंजेक्शन लाभकारी मानी जाती है। अमेरिकन डायबिटीज असोसिएशन (American Diabetes Association) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज पेशेंट इंसुलिन पेन् का इस्तेमाल आसानी से करते हैं। वहीं नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार 73 प्रतिशत डायबिटीज पेशेंट इंसुलिन पेन् (Insulin Pen) का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए अगर आप डायबिटीज के शिकार हैं और शुगर लेवल बैलेंस रखने के लिए ह्युमिनसुलिन एन (Huminsulin N) लेने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी गई है, तो इसके डोज का विशेष ध्यान रखें और जितनी डोज प्रिस्क्राइब की गई है, उतनी ही लें। अगर ह्युमिनसुलिन एन (Huminsulin N) लेने के बाद कोई परेशानी महसूस होती है, तो डॉक्टर को जरूर इस बारे में जरूर बतायें। अगर आप डायबिटीज या ह्युमिनसुलिन एन से जुड़े अपने किसी सवालों का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
डायबिटीज पेशेंट डायबिटिक दवाओं एवं इन्सुलिन इंजेक्शन की मदद से ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन इन सबके साथ डायबिटीज पेशेंट को डायट (Diet) का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए। इसलिए नीचे दिए इस क्विज को खेलिए और डायबिटिक डायट से जुड़ी सवालों के जवाब जानिए।
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