backup og meta

Birthday Special : इस बीमारी में दर्द से परेशान हो गए थे सलमान खान, जानिए इसके लक्षण और इलाज

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 09/04/2021

    Birthday Special : इस बीमारी में दर्द से परेशान हो गए थे सलमान खान, जानिए इसके लक्षण और इलाज

    बॉलीवुड में दबंग नाम से मशहूर अभिनेता सलमान खान का आज जन्मदिन है। सलमान बड़े पर्दे से लेकर छोटे पर्दे तक धूम मचा चुके हैं। हालांकि, सलमान कई विवाद के चलते सुर्खियां भी बटोर चुके हैं। किसी भी व्यक्ति के लिए सलमान खान की फिटनेस एक रोल मॉडल हो चुकी है। फिटनेस ही नहीं, उनका स्वास्थ्य भी अपने आप में एक आदर्श है। ऐसे कई मौके आए हैं, जब सलमान को अपनी गंभीर बीमारियों के चलते विदेश इलाज कराने के लिए जाना पड़ा है। उनके इस जन्मदिन के इस खास मौके पर हम आपको उनकी तमाम बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि उस कठिन वक्त में सलमान ने कैसे इन बीमारियों को हराकर आज वो एक स्वस्थ्य जिंदगी जी रहे हैं। जानिए सलमान खान की बीमारी के बारे में।

    और पढ़ें : Trigeminal neuralgia : ट्राइजेमिनल न्यूरैल्जिया क्या है?

     ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया (Trigeminal Neuralgia) थी सलमान खान की बीमारी

    सलमान खान की बीमारी के बारे में बात करें तो उन्हें नर्व संबंधी समस्या से जूझना पड़ा। साल 2011 में सलमान खान ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया नामक नर्व डिसऑर्डर का इलाज कराने अमेरिका के लॉस एंजिल्स शहर गए थे। सलमान खान को इस बीमारी की वजह से सिर, गाल और दाड़ में कई वर्षों से दर्द का सामना करना पड़ रहा था। इस दौरान सलमान खान की फिल्म बॉडीगार्ड पर्दे पर उतरने वाली थी। ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया में सलमान के मुंह से कोइल के जरिए एक ब्लॉकेज को हटाया गया था। सलमान को यह समस्या तकरीबन छह साल से थी। सलमान खान की बीमारी एक प्रकार की दुर्लभ श्रेणी में आती है, जिसका पता लगाना मुश्किल होता है। सलमान खान की बीमारी के लक्षण एक आम स्वास्थ्य समस्या के रूप में नजर आते हैं। सलमान खान की बीमारी धीरे-धीरे अपने लक्षणों के साथ गंभीर रूप धारण कर सकती थी।

    हालांकि, दवाइयों के माध्यम से इस बीमारी पर नियंत्रण रखा जा सकता है, लेकिन कई बार सर्जरी करना जरूरी हो जाता है। उस वक्त फोर्टिस अस्पताल, दिल्ली के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अमित श्रीवास्तव ने एक दिग्गज मीडिया हाउस से सलमान खान की बीमारी के संबंध में कहा था कि इस बीमारी के लक्षण में हल्का दर्द होता है, जिसका उद्गम कान का पिछला हिस्सा होता है। आमतौर पर यह दर्द कुछ मिनटों से लेकर दिनों तक रह सकता है।

    और पढ़ें : ऑफिस जाती हैं तो जरूर ट्राई करें ये ट्रेंडिंग लिपस्टिक शेड्स

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया के अलावा, सलमान खान को ब्रेन एन्यूरिज्म बीमारी का भी इलाज कराना पड़ा था। दोनों ही बीमारियां कई बार घातक साबित होती हैं। ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया में दिमाग के निचले हिस्से में आर्ट्रीज में एक प्रकार का उभार या सूजन आ जाती है, जो कई बार जानलेवा तक साबित हो सकती है। बॉलीवुड के दबंग सलमान खान ने इन दोनों ही बीमारियों पर फतह हासिल की है। आज हम आपको इस आर्टिकल में सलमान खान की बीमारी की विस्तार से जानकारी देंगे।

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया (Trigeminal Neuralgia) क्या है?

    सलमान खान की बीमारी, जो ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया की बीमारी है। यह चेहरे की ट्राइजेमिनल नर्व में होती है। चेहरे पर कई प्रकार की नसें होती हैं। ट्राइजेमिनल चेहरे की मुख्य नसों में से एक है। ये बीमारी बहुत ही घातक है। ट्राइजेमिनल न्यूरैल्जिया जुड़ी हुई तीन नर्व को प्रभावित करती है। इस बीमारी में चेहरे पर भयानक चुभन का अहसास होता है। इस बीमारी का पता लगाना आसान नहीं होता है, क्योंकि कभी-कभी इसके लक्षण कुछ हफ्तों या महीनों तक रहते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। सलमान खान की बीमारी में भी इसी प्रकार के लक्षण सामने आए थे।

    और पढ़ें : तनाव से लेकर कैंसर तक, जानिए चीकू के चमत्कारी फायदे

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया कितना आम है?

    आमतौर पर यह बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को प्रभावित करती है। ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया बीमारी के ज्यादातर मामले महिलाओ में पाए गए हैं।

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया के क्या लक्षण हो सकते हैं?

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया के प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं :

    • चेहरे की नसों में चुभन होने का अहसास।
    • इस बीमारी में दर्द चेहरे के अलग-अलग हिस्सों में आता जाता रहेगा जैसे अचानक से होंठों, आंखों, नाक में बहुत तेज दर्द होगा और अचानक गायब भी हो जाएगा।
    • चबाते समय, बोलते समय या फिर बिना किसी कारण के भी दर्द हो सकता है। कई बार चेहरा छूने पर भी असहनीय दर्द हो सकता है।

    उपरोक्त लक्षण के अलावा भी ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया के कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं। उपरोक्त लक्षण का अनुभव होते ही तत्काल अपने डॉक्टर से सलाह लें। चेहरे पर दर्द होने पर अगर पेनकिलर लेने के बाद भी दर्द हो रहा है, तो डॉक्टर से जरूर मिलें। हर किसी का शरीर अलग स्थिति में अलग प्रतिक्रिया देता है, इसलिए अपने शरीर के हिसाब से इलाज के लिए डॉक्टर से जरूर मिलें। सलमान खान की बीमारी में भी कुछ इसी प्रकार के लक्षण सामने आए थे। सलमान खान की बीमारी में चेहरे पर चुभन और अलग-अलग हिस्सों में दर्द होता था। सलमान खान की बीमारी, किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। सलमान खान की बीमारी में उन्हें चेहरे पर असहनीय दर्द का भी सामना करना पड़ा था। यदि आपको भी सलमान खान की बीमारी जैसे लक्षण या संकेत नजर आते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। यदि सलमान खान की बीमारी का उचित समय पर पता नहीं चलता तो यह उनके लिए गंभीर समस्या खड़ी कर सकती थी।

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया बीमारी के क्या कारण हैं?

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया बीमारी के सही कारणों के बारे में भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। अक्सर ये बीमारी नर्व ट्रामा ( Facial Nerve Trauma), हर्पीस संक्रमण के बाद दिखती है। हालांकि, ज्यादातर डॉक्टरों में इस बात पर आम सहमति है कि यह ट्राइजेमिनल नर्व में गड़बड़ी की वजह से यह बीमारी होती है, इसपर अत्यधिक दबाव ही दर्द का कारण बनता है। कई मामलों में इसका संबंध व्यक्ति की उमर से भी होता है, तो कई बार मल्टिपल स्क्लेरोसिस बीमारी की वजह से भी ऐसा हो सकता है।

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया का खतरा किन लोगों को होता है?

    • पुरुषों के मुकाबले औरतों में इस बीमारी के मामले ज्यादा सामने आते हैं।
    • अगर आपके परिवार में किसी को ये बीमारी है तो भी आपको ये बीमारी हो सकती है।
    • 50 वर्ष से अधिक की उम्र में इस बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
    • अगर आप मल्टिप्ल स्क्लेरोसिस से ग्रस्त हैं तब आपको यह बीमारी होने का खतरा है।

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया की जांच कैसे की जा सकती है?

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया की जांच इसके लक्षण, मेडिकल हिस्ट्री और फिजिकल एग्जामिनेशन की मदद से जांच की जा सकती है। लक्षण किसी और बीमारी के नहीं है ये पक्का करने के लिए कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CT SCAN) या (MRI) मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेज टेस्ट भी करवाए जा सकते हैं।

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया का इलाज कैसे किया जा सकता है?

    इस बीमारी का इलाज लक्षणों पर निर्भर करता है। जिन आदतों से दर्द बढ़ रहा हो उनसे बचें। डॉक्टर दर्द होने पर पेनकिलर लेने की सलाह दे सकते हैं। ट्यूमर, दबी हुई नसों या फिर ऐसी किसी भी परेशानी के लिए सर्जरी करवाई जा सकती है। इसके इलाज में कई प्रकार की सर्जरी कराई जा सकती हैं जैसे रेडियो सर्जरी, इलेक्ट्रिकल स्टिम्युलेशन या फिर ओपन सर्जरी जिससे नसों के दबाव को कम किया जा सके। संभवतः सलमान खान की बीमारी का इलाज भी इस प्रक्रिया के माध्यम से किया गया था। सलमान खान की बीमारी के संबंध में मीडिया ने भी इसके बारे में ज्यादा खबरें प्रकाशित नहीं की थीं। जैसा कि पहले ही बता दिया गया है कि सलमान खान की बीमारी एक जटिल समस्या था, जिसका उचित समय पर पता लगाया जाना बेहद ही जरूरी है। यदि सलमान खान की बीमारी का उचित समय पर पता नहीं चलते तो यह उनके लिए घातक साबित हो सकती थी।

    और पढ़ें : बच्चे के दिमाग को रखना है हेल्दी, तो पहले उसके डर को दूर भगाएं

    ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया बीमारी पर कैसे नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है?

    • जीवन शैली में निम्नलिखित बदलावों से आप इस बीमारी पर नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं :
    • नरम भोजन खाएं।
    • अपने डॉक्टर से अपनी दवाइयों के बारे में बात करें।
    • अगर आप भविष्य में प्रेग्नेंट होने का सोच रही हैं, तो अपने डॉक्टर से संभव समस्याओं के बारे में बात कर लें।

    निम्नलिखित स्थितियों में अपने डॉक्टर से तत्काल परामर्श लें:

    • दवा खाने से भी आराम न मिल रहा हो।
    • अगर आपको दवाइयों से किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ रहा है।
    • अगर आपको डबल विजन, मांसपेशियों में कमजोरी, सुनने या बोलने में परेशानी हो रही हो।

    ब्रेन एन्यूरिज्म (Brain Aneurysm) क्या है?

    ब्रेन एन्यूरिज्म को मस्तिष्क धमनी विस्फार के नाम से भी जाना जाता है। ब्रेन एन्यूरिज्म बीमारी में दिमाग की धमनी (आर्ट्रीज) में उभार या सूजन की स्थिति पैदा हो जाती है। यह स्टेम या ट्यूमर के रूप में लटकती हुई प्रतीत होती है।

    ब्रेन एन्यूरिज्म का रिसाव या यह टूट भी सकता है, जिससे मस्तिष्क में रक्तस्राव (ब्लीडिंग) हो सकता है। टूटा हुआ ब्रेन एन्यूरिज्म अक्सर मस्तिष्क के बीच और मस्तिष्क को कवर करने वाले पतले टिश्यू के बीच होता है। इस तरह के रक्तस्रावी स्ट्रोक को सबराचोनोइड रक्तस्राव कहा जाता है।

    अधिकांश मस्तिष्क धमनी विस्फार नहीं टूटने की स्थिति में भी कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करते हैं। ब्रेन एन्यूरिज्म के लक्षण तब तक नहीं दिखाई पड़ते जब तक यह बहुत बड़े नहीं हो जाते हैं।

    और पढ़ें : हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट में क्या अंतर है ?

    कितना सामान्य है ब्रेन एन्यूरिज्म?

    मस्तिष्क धमनी विस्फार की बीमारी 35-60 वर्ष की आयु के लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है, लेकिन कुछ मामालों में यह बीमारी बच्चों में भी देखी जा सकती है। ज्यादातर एन्यूरिज्म 40 वर्ष की आयु के बाद विकसित होते हैं, जो छोटे होते हैं। यह लगभग 1/8 इंच से लगभग एक इंच तक हो सकते हैं, जो 50-80% तक नहीं टूटते हैं।

    ब्रेन एन्यूरिज्म (Brain Aneurysm) के लक्षण क्या होते हैं?

    टूटा हुआ धमनी विस्फार (Ruptured Aneurysm) के मामले में निम्नलिखित लक्षण सामने आ सकते हैं:

    अचानक, गंभीर सिर दर्द टूटे हुए ब्रेन एन्यूरिज्म का प्रमुख लक्षण होता है। इस सिरदर्द को अक्सर “सबसे बदतर सिरदर्द” भी कहा जा सकता है।

    इसके सामान्य लक्षणों निम्नलिखित हैं:

    • धुंधली या दोहरी दृष्टि
    • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
    • बेहोशी
    • उलझन
    • लीकिंग एन्यूरिज्म
    • अचानक, बहुत तेज सिर दर्द
    • मतली और उल्टी
    • गर्दन में अकड़न
    • कुछ मामलों में, एन्यूरिज्म से थोड़ी मात्रा में खून का रिसाव भी हो सकता है।

    अनियंत्रित धमनी विस्फार (Unruptured Aneurysm)

    अनियंत्रित मस्तिष्क धमनी विस्फार के कोई लक्षण नहीं होते हैं। विशेषकर उस स्थिति में जब यह छोटा होता है तब इसके लक्षण भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, मस्तिष्क के ऊत्तकों और तंत्रिकाओं पर बड़ा अनियंत्रित एन्यूरिज्म दबाव डाल सकता है। जिसकी वजह सेः

    • एक आंख के ऊपर और पीछे दर्द हो सकता है
    • डाइलेटेड प्यूपिल्स
    • दृष्टि या दोहरी दृष्टि में परिवर्तन
    • चेहरे के एक तरफ में रुखापन होना

    हालांकि, इसके सभी गंभीर लक्षणों को ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। आप इसके संभावित लक्षणों की विस्तृत जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।

    और पढ़ें : घर पर आंखों की देखभाल कैसे करें? अपनाएं ये टिप्स

    ब्रेन एन्यूरिज्म (Brain Aneurysm) की बीमारी क्यों होती है?

    ब्रेन एन्यूरिज्म (मस्तिष्क धमनी विस्फार) के कई कारण हो सकते हैं। इनमें हाई ब्लड प्रेशर और एथेरोस्क्लेरोसिस, आनुवंशिकता और असामान्य रक्त प्रवाह सबसे बड़े कारण हो सकते हैं। धमनी विस्फार एक दुर्लभ समस्या है।

    लाइफस्टाइल में किन बदलावों को अपनाकर ब्रेन एन्यूरिज्म पर नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है?

    निम्नलिखित जीवनशैली में बदलाव लाने और घरेलू उपायों से आप ब्रेन एन्यूरिज्म के खतरे को कम कर सकते हैं :

    यदि आपकी स्थिति गंभीर हो जाती है तो किसी भी प्रकार के घरेलू उपाय को करने के बजाए सीधे अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

    अंत में हम यही कहेंगे कि सलमान खान हेल्थ के नजरिए से अपने जीवन में एक नजीर पेश कर चुके हैं। उम्मीद है कि आप भी सलमान खान के स्वास्थ्य से प्रेरणा लेते हुए अपनी सेहत का ध्यान रखेंगे।

    हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, उपचार या निदान मुहैया नहीं कराता है।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

    डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


    Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 09/04/2021

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement