जैसे-जैसे नशीले पदार्थों पर इंसान की निर्भरता बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे ड्रग एब्यूज डिसऑर्डर से ग्रस्त व्यक्ति परिवार, समाज और दोस्तों से दूर होता जाता है और इन नशीले पदार्थों की आवश्यकता और खुराक भी बढ़ती जाती है। स्थिति ऐसी हो जाती है कि इन नशीले पदार्थों के बिना जीना मुश्किल हो जाता है और चाहकर भी इंसान ड्रग्स का सेवन नहीं रोक पाता है। नशीले पदार्थों और दवाओं से मुक्त होने के लिए अपने डॉक्टर, पारिवारिक सदस्यों, मित्रों आदि की मदद ले सकते हैं।
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नशे की लत या ड्रग एब्यूज डिसऑर्डर (drug abuse disorder) के क्या कारण हैं?
ड्रग एब्यूज डिसऑर्डर के कारण हो सकते हैं-
सामाजिक कारण
आसपास या मित्रों का ऐसा समूह, जो इस तरह की नशीले पदार्थों का उपयोग करता हो या प्रचार करता हो। शुरूआती स्तर पर इंसान यही से नशीले पदार्थों का सेवन करना सीखता है।
जेनेटिक्स (genetics)
नशे की लत कई परिवारों में पीढ़ी दर पीढ़ी चलती है, अनुवांशिक कारण भी नशे की लत की वजह हो सकते हैं।
मनोवैज्ञानिक कारण
नशे की लत के मनोवैज्ञानिक कारण में घर में यौन या शारीरिक शोषण, हालातों का ठीक न होना, स्ट्रेस को दूर करने में मुश्किल, वर्कप्लेस पर खराब प्रदर्शन जैसी स्थितियां शामिल हैं जिनसे बचने के लिए लोग खुद से ही ड्रग्स लेने लगते हैं।
ड्रग एब्यूज विकार (drug abuse disorder) के कौन-कौन से लक्षण हो सकते हैं?