ब्रेन स्ट्रोक एक ऐसी समस्या है, जिससे लोगों की मौत भी हो जाती है। बढ़ते तनाव और खराब लाइफस्टाइल के चलते ब्रेन स्ट्रोक के संकेत देखने को मिलते हैं। आमतौर पर ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण पहचान में आने में तीन घंटे का समय लग सकता है। अगर ब्रेन स्ट्रोक आने पर मरीज को तुरंत अस्पताल पहुंचा दिया जाए, तो उसकी जिंदगी बचाने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, इसके लिए दिमाग के दौरे की स्थिति की सही जानकारी होना बेदह जरूरी है। आज हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में हम आपको ब्रेन स्ट्रोक के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। हम जानेंगे कि ब्रेन स्ट्रोक के संकेत क्या हैं और ब्रेन स्ट्रोक आने पर क्या करना चाहिए।
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स्ट्रोक की स्थिति पर क्या कहते हैं आंकड़ें?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के आंकड़ों पर गौर करें तो अमेरिका में ब्रेन स्ट्रोक मृत्यु का पांचवा सबसे प्रमुख कारण है। साल 2014 में जारी हुए रिपोर्ट के मुताबिक, स्ट्रोक के कारण 2014 में 1,33,000 से भी अधिक लोगों की मृत्यु हुई थी। अमेरिका में हर दिन होने वाले 20 मौतों में एक मृत्यु दिमाग के दौरे के कारण होती है। वहीं, हर साल अमेरिका में दिमाग के दौरे के लगभग 7,95,000 नए मामले देखे जाते हैं। जिनमें से 30 से 40 फीसदी लोग शारीरिक रूप से विकलांगता के शिकार हैं।
ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरिज में अंतर
कुछ लोगों को ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरिज में अंतर का पता नहीं होता। वो दोनों को एक ही समझ लेते हैं। आपको बता दें कि ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरिज में काफी अंतर होता है। जब दिमाग की नस ब्लॉक हो जाए तो उसे एस्केमिक यानी ब्रेन स्ट्रोक कहते हैं। वहीं जब दिमाग की नस खून की सप्लाई कम करे तो उसे छोटा ब्रेन स्ट्रोक कहते हैं। इसके अलावा जब दिमाग की नस फट जाए तो उसे ब्रेन हेमरिज कहा जाता है।
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पहचानें ब्रेन स्ट्रोक के संकेत और लक्षण
नीचे हम ब्रेन स्ट्रोक के संकेत बताने जा रहे हैं, जो इस प्रकार हैं :
- अचानक शरीर का सुन्न होना
- अचानक एक आंख या दोनों आंखों से देखने में परेशानी होना
- अचानक बिना किसी कारण से तेज सिरदर्द होना
- अचानक हाथ, पैर या शरीर के किसी एक तरफ कमजोरी होना
- अचानक बोलने में या किसी की बाते सुनने या समझने में परेशानी महसूस होना
- अचानक से चलने-फिरने में असमर्थ होना
- अचानक शरीर में चुभन महसूस करना
- याददश्त खोना
- मासंपेशियों में जकड़न होना
अगर किसी में इस तरह के लक्षण दिखाई दें, तो यह ब्रेन स्ट्रोक के संकेत हो सकते हैं। इसकी पुष्टि करने के लिए आपको तुरंत इमरजेंसी नबर पर फोन करके उपचार की सुविधा प्राप्त करनी चाहिए।
इसके अलावा, ब्रेन स्ट्रोक के संकेत की पुष्टि करने के लिए आपको तत्काल प्रभाव से फास्ट (F.A.S.T.) टेस्ट भी करना चाहिए। इसे कैसे करते हैं इसका तरीका भी बहुत आसान है।
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इस तरह से करें फास्ट (F.A.S.T.) टेस्टः
फास्ट टेस्ट के 4 चरण होते हैंः
- पहले चरण F की पहचान करें- एफ (F) का मतलब फेस है। यानी संभावित व्यक्ति को मुस्कराने के लिए कहें। अगर मुस्कराने के दौरान उसका चेहरे का एक हिस्सा लटका हुआ दिखाई दे, तो स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
- दूसरे चरण A की पहचान करें- ए (A) का मतलब आर्म है। यानी संभावित व्यक्ति को दोनों हाथ ऊपर उठाने के लिए कहें। अगर इस दौरान उसका एक हाथ नीचे की तरफ आ जाए या वो ऊपर ऊठा नहीं न पाए, तो यह स्ट्रोक के संकेत हो सकते हैं।
- तीसरे S की पहचान करें- एस (S) का मतलब स्पीच है। संभावित व्यक्ति को कोई शब्द दोहराने के लिए कहें। अगर उसे उस शब्द को दोहराने में परेशानी हो, तो यह स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
- चौथे चरण T की पहचान करें- अगर तीनों लक्षणों में से कोई एक भी दिखाई तो तुरंत आपातकालीन स्थिति में अस्पताल जाएं। यहां टी (T) का मतलब टाइम टी कॉल इमरजेंसी सर्विस से है।
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ब्रेन स्ट्रोक के संकेत पर भारत के आंकड़े
साल 1970 से 1979 और 2000 से 2008 के बीच भारत समेत कई विकासशील देशों में ब्रेन स्ट्रोक के संकेत में इजाफा देखा गया है। आंकड़ों पर गौर करें तो भारत में हर साल प्रति 1 लाख व्यक्ति में से 105 से 152 व्यक्तियों में ब्रेन स्ट्रोक के संकेत देखें जाते हैं। मौजूदा समय में भारत में ब्रेन स्ट्रोक के संकेत और ब्रेन स्ट्रोक के लक्षणों को कम करने और ब्रेन स्ट्रोक से बचाव करने के अध्ययनों की आवश्यकता है।
पुरुषों में ब्रेन स्ट्रोक के कारण
ब्रेन स्ट्रोक के पीछे कई कारण हो सकते हैं। अगर आपको नीचे बताई गई समस्याएं हैं, तो ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है
- स्मोकिंग की लत से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है
- मोटापा या अधिक बढ़ा हुआ वजन भी ब्रेन स्ट्रोक का कारण हो सकता है
- डायबिटीज की वजह से भी ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है
- शराब का अत्यधिक सेवन भी ब्रेन स्ट्रोक का कारण हो सकता है
- उचित शारीरिक गतिविधियों में आलस करना, जैसे एक्सरसाइज या किसी भी तरह के योग न करना भी ब्रेन स्ट्रोक का कारण हो सकता है
- नमक का बहुत ज्यादा सेवन करना भी ब्रेन स्ट्रोक का कारण हो सकता है
- स्टेज 2 हाइपरटेंशन (Stage 2 Hypertension) भी ब्रेन स्ट्रोक का कारण हो सकता है
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महिलाओं में ब्रेन स्ट्रोक के कारण
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में हर पांच में एक महिला में ब्रेन स्ट्रोक के संकेत देखे जाते हैं।
- प्रेग्नेंसी या सामान्य स्थिति में हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन)- हर तीन में से एक महिला में इसकी समस्या देखी जा सकती है।
- बढ़ती उम्र- पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की उम्र अधिक लंबी होती है।
- विभिन्न तरह के बर्थ कंट्रोल करने वाली दवाओं का सेवन करना
- धूम्रपान करना
- डिप्रेशन या एंग्जाइटी की समस्या
- मोटापा या अधिक बढ़ा हुआ वजन
- डायबिटीज
- शराब का अत्यधिक सेवन
- उचित शारीरिक गतिविधियों में आलस करना, जैसे एक्सरसाइज या किसी भी तरह के योग न करना
- नमक का बहुत ज्यादा सेवन करना
- स्टेज 2 हाइपरटेंशन (Stage 2 Hypertension)
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ब्रेन स्ट्रोक के संकेत से बचाव के लिए क्या करें?
ब्रेन स्ट्रोक के संकेत से बचाव के लिए हर किसी को अपनी जीवनशैली और दैनिक आदतों में उचित बदलाव करना चाहिए, जैसेः
- नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें
- उचित वजन बनाए रखें
- हमेशा स्वस्थ्य आहार खाएं
- स्मोकिंग न करें
- कोलेस्ट्रॉल का लेवल नियंत्रित रखें
- समय-समय पर अपने ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहें।
तो अगर आपको ब्रेन स्ट्रोक के संकेत नजर आएं, तो देरी न करते हुए तुरंत डॉक्टर के पास मरीज को ले जाएं, ताकि समय रहते उसका इलाज हो सके।
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