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हेपरिन (Heparin)
हेपरिन के कई ब्रांड नेम्स हैं जैसे हेप-पाक (Hep-Pak), हेपरिन लॉक फ्लश (Heparin Lock Flush) , हेप-लॉक (Hep-Lock) आदि। हेपरिन एक ऐसी ब्लड थिनर है जो ब्लड क्लॉट्स को बनने से रोकती है। कुछ खास मेडिकल कंडीशंस या मेडिकल प्रोसीजर्स के कारण होने वाले ब्लड क्लॉट्स से बचने और उनके उपचार के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है। सर्जरी से पहले ब्लड क्लॉट्स के जोखिम को कम करने के लिए भी इनकी सलाह दी जा सकती है। इस दवा को डॉक्टर से पूछे बिना न लें क्योंकि सही मात्रा में इसे न लेने से अधिक ब्लीडिंग हो सकती है, जो जानलेवा साबित हो सकती है। इस दवा के कारण कुछ लोग असामान्य ब्लीडिंग या नील पड़ना, अनकंट्रोल्ड ब्लीडिंग, एलर्जिक रिएक्शंस, जी मचलना, पेट में दर्द, थकावट आदि जैसे साइड इफेक्ट्स महसूस कर सकते हैं।
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एपिक्सबेन (Apixaban)
एथेरोस्क्लेरोसिस में ब्लड थिनर्स (Blood thinners in Atherosclerosis) दवाइयों में एपिक्सबेन को भी शामिल किया जाता है। एलिक्यूस (Eliquis) इसका ब्रांड नेम है। इस का प्रयोग ब्लड क्लॉट्स के कारण स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए किया जा सकता है। इस दवा को उन लोगों को लेने की सलाह दी जा सकती हैं जिन्हें हार्ट रिदम डिसऑर्डर (Heart rhythm disorder) जिसे एट्रियल फिब्रिलेशन (Atrial fibrillation) की समस्या हो। इस दवा का प्रयोग हिप (Hip) या नी रिप्लेसमेंट सर्जरी (Knee Replacement Surgery) के बाद भी किया जा सकता है ताकि ब्लड क्लॉट्स न बनें। इनके अलावा भी एपिक्सबेन का प्रयोग कई अन्य स्थितियों में किया जा सकता है। किंतु, अपनी मर्जी से इस दवा को लेना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके कुछ लोगों को कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं जैसे एलर्जिक रिएक्शन, स्पायनल ब्लड क्लॉट, पीठ में दर्द, आसानी से नील पड़ना या ब्लीडिंग, सिरदर्द, जी मचलना आदि।
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एडोक्सबेन (Edoxaban)
एडोक्सबेन (Edoxaban) को इसके ब्रांड नेम सवैसा (Savaysa) से भी जाना जाता है। यह दवा खून में खास क्लॉटिंग सब्सटांसेस की एक्टिविटी को ब्लॉक करती है। इस ब्लड थिनर का प्रयोग ब्लड क्लॉट्स के कारण उन लोगों में स्ट्रोक के रिस्क को कम करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है, जिन्हें हार्ट रिदम डिसऑर्डर (Heart Rhythm Disorder) हो। यही नहीं, हार्ट वॉल्व प्रॉब्लम के कारण होने वाली एट्रियल फिब्रिलेशन में भी इसका प्रयोग किया जाता है। इस दवा को लेने के कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे पीठ में दर्द, अधिक ब्लीडिंग होना, सिरदर्द, जी मचलना, कमजोरी, यूरिन के रंग में बदलाव, अचानक सांस लेने में समस्या या थकावट होना आदि। इसलिए, इस दवा को तभी लेना चाहिए अगर डॉक्टर ने इसे लेने के लिए कहा हो।
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रिवरोक्सबैन (Rivaroxaban)