लैनॉक्सिन (Lanoxin)
लैनॉक्सिन को इसके जेनरिक नाम डिजोक्सिन (Digoxin) से भी जाना जाता है। यह दवा हार्ट बीट को मजबूत और रेगुलर रिदम के साथ बनाने में मदद कर सकती है। इसका प्रयोग हार्ट फेलियर के उपचार के लिए भी किया जा सकता है। यही नहीं, एट्रियल फायब्रिलेशन (Atrial Fibrillation) और एट्रिया के हार्ट रिदम डिसऑर्डर के उपचार के लिए भी इस दवा को लेने की सलाह दी जा सकती है। लैनॉक्सिन का प्रयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। इस दवा के प्रिस्क्रिप्शन लेबल पर लिखी डायरेक्शंस का पालन करना भी जरूरी है। इस दवा को लेने से कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे हाइव्स, सांस लेने में समस्या, उल्टी आना, डायरिया, पेट में दर्द आदि। इसलिए, इस दवा को कभी भी डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।
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सेनगोक्सिन (Sangoxin)
हार्ट फेलियर में डिजोक्सिन (Digoxin in Heart Failure) में अगली दवा है सेनगोक्सिन। इस दवा का प्रयोग अन्य दवाइयों के साथ कम्बाइन कर के हार्ट फेलियर की स्थिति में किया जा सकता है। यह दवा हार्ट को अधिक आसानी से ब्लड पंप करने में मदद करती हैं। इसके साथ ही इसका प्रयोग असामान्य हार्ट रिदम के उपचार में भी किया जा सकता है। अगर डॉक्टर ने रोगी को नियमित रूप से इस दवा को लेने की सलाह दी है, तो डॉक्टर की सलाह का पालन करना जरूरी है। डॉक्टर की राय के बिना इस दवा को लेने से रोगी की स्थिति बदतर हो सकती है। इसलिए डॉक्टर से पूछ कर ही इसका सेवन करना चाहिए।
इस दवा के साइड इफेक्ट्स में जी मचलना, उल्टी आना, डायरिया या नजर में समस्या आदि शामिल है। अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो इसे लेने से पहले डॉक्टर को बता दें। क्योंकि यह दवा इस स्थिति में हानिकारक साबित हो सकती है।
कार्डियोऑक्सिन (Cardioxin)
कार्डियोऑक्सिन एक कार्डियक ग्लायकोसाइड (Cardiac Glycoside) है। जिसका प्रयोग हार्ट फेलियर और एट्रियल फायब्रिलेशन (Atrial Fibrillation) के उपचार में किया जा सकता है। इस दवा की शुरुआत कम डोज के साथ की जाती है और डोज को धीरे धीरे बढ़ाया जाता है। इस दवा को लेते हुए रोगी के ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट की क्लोज मॉनिटरिंग जरुरी है। यह दवा सामान्य व तेज हार्टबीट को रिस्टोर और मेंटेन करने में मदद करती है। इस दवा को कभी भी बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए क्योंकि इन्हें लेने से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। जैसे पेट में दर्द, जी मचलना, एंग्जायटी ,डिप्रेशन, स्किन रैशेज, डायरिया, भूख में कमी आदि।
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डिक्सिन (Dixin)
हार्ट फेलियर में डिजोक्सिन (Digoxin in Heart Failure) के अगले प्रकार का नाम है डिक्सिन (Dixin) इस दवा का प्रयोग भी अन्य दवाइयों के मेल के साथ हार्ट फेलियर के उपचार के लिए किया जाता है। इससे हार्ट को अच्छे से ब्लड पंप करने में आसानी होती है। यही नहीं, यह दवा एब्नार्मल हार्ट रिदम के उपचार में भी प्रयोग की जा सकती है। इस दवा को भी कभी डॉक्टर की राय के बिना न लें। अगर आप इसे ले रहे हैं, तो डॉक्टर से पूछें बिना इसे लेना बंद भी न करें। क्योंकि इससे आपकी स्थिति बदतर हो सकती है। इसके भी कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं जिसमे नजर में समस्या, डायरिया, उल्टी आना आदि शामिल है।
यह तो थी हार्ट फेलियर में डिजोक्सिन के बारे में पूरी जानकारी। लेकिन, यह आर्टिकल केवल इन दवाइयों के बारे में जानकारी के लिए है। हम किसी भी दवा को डॉक्टर की सलाह के बिना न लेने की सिफारिश करते हैं। अब जान लेते हैं हार्ट फेलियर में डिजोक्सिन (Digoxin in Heart Failure) को लेने के क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं?