छोटे से दिल का ख्याल अगर ठीक से ना रखा जाए, तो कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है और बढ़ जाती है दिल की मुसीबतें। ऐसी ही दिल से जुड़ी एक बीमारी का नाम है एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर (Acute Decompensated Heart Failure), जिसपर बहुत ज्यादा रिसर्च फिलहाल नहीं है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के लक्षण अगर महसूस हों, तो लापरवाही करना बड़ी मुसीबत में डाल सकता है। इसलिए आज इस आर्टिकल में हार्ट फेलियर से जुड़े एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के बारे में कंप्लीट इन्फॉर्मेशन शेयर करेंगे।
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- एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर क्या है?
- एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के लक्षण क्या हैं?
- एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के कारण क्या हैं?
- एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर का निदान कैसे किया जाता है?
- एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर का इलाज कैसे किया जाता है?
- एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर का बचाव कैसे करें?
चलिए अब एक-एक कर एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर (Acute Decompensated Heart Failure) से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।
एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर (Acute Decompensated Heart Failure) क्या है?
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार यूनाइटेड स्टेट्स (United States) में एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर की समस्या सबसे ज्यादा देखी जा रही है। एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर की समस्या होने पर हार्ट कंडिशन तेजी से बिगड़ने लगती हैं और मरीज की स्थिति भी गंभीर होने लगती है। ऐसे में सबसे पहले एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के लक्षण को समझने की कोशिश करेंगे।
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एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Acute Decompensated Heart Failure)
एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- सांस लेने में तकलीफ (Breathing problem) होना।
- काम करने के दौरान सांस फूलना।
- आराम करने के दौरान सांस फूलना (Orthopnea)।
- बार-बार नींद (Sleep gasping) से जागना।
- एक्यूट पल्मोनरी एडेमा (Acute pulmonary edema) की समस्या।
- चेस्ट पेन (Chest pain) होना।
- पल्पिटेशन (Palpitations) की समस्या होना।
- भूख (Appetite loss) नहीं लगना।
- जी मिचलाना (Nausea)।
- शरीर का वजन सामान्य से कम (Weight loss) होना।
- पेट फूलने (Bloating) की समस्या।
- थकान (Fatigue) महसूस होना।
- यूरिनेशन कम (Low urine output) होना।
- कन्फयूजन (Confusion) में रहना।
ये एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के लक्षण हो सकते हैं। अगर आप ऐसी किसी भी परेशानियों या लक्षणों से गुजर रहें हैं, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के कारण क्या हैं? (Cause of Acute Decompensated Heart Failure)
एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- हाय ब्लड प्रेशर (High Blood pressure) की समस्या होना।
- डायबिटीज (Diabetes) की समस्या होना।
- फॉल्टी हार्ट वॉल्वस (Faulty heart valves) होना।
- कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) की समस्या होना।
- इनहेरिटेड हार्ट डिजीज (Inherited heart defects) होना।
- हार्ट में किसी भी कारण डैमेज (Damaged) होना।
- हार्ट में सूजन (Inflamed heart) होना।
- इंफेक्शन (Infections) होना।
- एलर्जिक रिएक्शन allergic reactions होना।
- लंग्स में ब्लड क्लॉट (Blood clot) होना।
- कार्डियोपल्मोनरी बायपास सर्जरी (Cardiopulmonary bypass surgery) होना।
- दिल की धड़कन अनियमित (Irregular heartbeats) रहना।
- हार्ट अटैक (Heart attack) होना।
अगर आप ऊपर बताये बीमारियों से पीड़ित हैं, तो ऐसे में एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए कारणों को समझें और लक्षणों पर गौर करना सबसे ज्यादा जरूरी है। क्योंकि आप अपनी शारीरिक तकलीफों की जानकारी जितनी जल्दी डॉक्टर को देंगे, उतनी ही जल्दी ट्रीटमेंट शुरू की जा सकेगी। हेल्थकेर प्रफ़ेशनल्स भी सबसे पहले एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर (Acute Decompensated Heart Failure) की डायग्नोसिस करते हैं और फिर इलाज शुरू करते हैं।
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एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Acute Decompensated Heart Failure)
एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के निदान के लिए सबसे पहले डॉक्टर पेशेंट की हेल्थ कंडिशन को मॉनिटर करते हैं। मेडिकल हिस्ट्री जानने की कोशिश करते हैं और फिर टेस्ट प्रिस्क्राइब करते हैं। एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के निदान के लिए निम्नलिखित टेस्ट किये जाते हैं। जैसे:
- चेस्ट एक्स-रे (Chest X-ray)
- फिजिकल एक्जाम (Physical exam)
- न्यूक्लियर स्कैन (Nuclear scan)
- इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram)
- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram)
- स्ट्रेस एक्जाम (Stress exam)
- रेडियोन्यूक्लाइड इमेजिंग (Radionuclide imaging)
इन अलग-अलग टेस्ट्स को डॉक्टर पेशेंट की हार्ट हेल्थ को ध्यान में रखकर करते हैं।
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एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Acute Decompensated Heart Failure)
एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के इलाज के दौरान डॉक्टर्स की टीम पेशेंट की हेल्थ कंडिशन एवं एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर की गंभीरता को ध्यान में रखकर शुरू करते हैं। एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के इलाज के लिए बीटा ब्लॉकर्स (Beta-blockers), कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स (Calcium channel blockers), ब्लड थिनर्स (Blood thinners) जैसी दवाएं प्रिस्क्राइब की जाती हैं। वहीं अगर पेशेंट की स्थिति ज्यादा गंभीर है, तो ऐसे में सर्जरी का विकल्प अपनाया जा सकता है। सर्जरी के बाद डॉक्टर पेशेंट को दवा भी प्रिस्क्राइब करते हैं।
नोट: ऊपर बताई गई दवाओं का सेवन अपनी मर्जी से ना करें। डॉक्टर द्वारा बताये गए डोज के अनुसार ही करें।
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कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम की स्थिति को नीचे दिए इस 3 D मॉडल पर क्लिक कर आसानी से समझा जा सकता है।
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एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर से बचाव कैसे करें? (Prevention of Acute Decompensated Heart Failure)
एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर या दिल (Heart) से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने लिए निम्नलिखित विकल्प अपनाये जा सकते हैं। जैसे:
- बॉडी वेट बैलेंस (Body weight) रखें।
- ज्यादा नमक (Salt) का सेवन ना करें।
- स्मोकिंग (Smoking) ना करें और स्मोकिंग जोन से दूर रहें।
- एल्कोहॉल (Alcohol) के सेवन बचें।
- हरी सब्जियों (Green vegetables) एवं मौसमी फलों का सेवन करें।
- नॉन वेजिटेरियन हैं, तो लीन मीट (Lean meat) के साथ-साथ हेल्दी डायट (Healthy diet) मेंटेन रखें।
- प्रतिदिन वॉक (Walk) पर जाएं।
- अपने दिनचर्या में योग (Yoga) शामिल करें।
- तनाव (Tension) से बचें।
- रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद (Sleep) लें।
ये टिप्स हार्ट पेशेंट्स के साथ-साथ उन लोगों के लिए भी लाभकारी हो सकते हैं, जिन्हें हार्ट संबंधी प्रॉब्लम नहीं है। हार्ट को हेल्दी रखने के लिए इन उपायों को सिर्फ एक दिन दो दिन नही, बल्कि इसे रोजाना करें। रोजाना करने से ही लाभ मिल सकता है।
अगर आप एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर (Acute Decompensated Heart Failure) की समस्या से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन और उनके दिए गए सलाह का ठीक तरह से पालन करें। ऐसा करने से बीमारी को जल्द से जल्द कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर (Acute Decompensated Heart Failure) से जुड़े किसी तरह के सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हैलो स्वास्थ्य के हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब देने की जल्द से जल्द कोशिश करेंगे।
स्वस्थ रहने के लिए नियमित योग (Yoga) करें। योग आपके मन और तन दोनों को स्वस्थ रखने में सहायक है। योग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और योग करने का सही तरीका जानिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक में।
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