हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर एक ही बीमारी के दो नाम हैं। इसे उच्च रक्तचाप भी कहा जाता है। आप चाहे इसे जिस भी नाम से जानते हो, यह एक खतरनाक बीमारी है। हाई ब्लड प्रेशर का मतलब है रक्त वाहिकाओं में दबाव का बढ़ना। इस दबाव के बढ़ने से ही हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्रेन स्वेलिंग की गंभीर समस्या हो सकती है। हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह आपकी जान ले लेती है और आपको इसकी दस्तक का पता भी नहीं चलता। हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact) में हम ऐसे ही कुछ फैक्ट की बात करेंगे, जो आपके लिए जानने जरूरी हैं।
हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact) क्या हैं?
भारत में हाइपरटेंशन के फैक्ट और आंकड़ों पर एक नजर
- हाई ब्लड प्रेशर दिन-प्रतिदिन लोगों को अपनी चपेट में लेती जा रही है। इससे भारत भी अछूता नहीं रह गया है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (National Family Health Survey) की रिपोर्ट के अनुसार सन् 2017 में 112 मिलियन पुरुष और 95 मिलियन महिलाएं हाई ब्लड प्रेशर की शिकार हो चुकी हैं।
- वहीं एक स्टडी के अनुसार सन् 2025 तक 22.9 प्रतिशत पुरुष और 23.6 प्रतिशत महिलाएं भारत में हाइपटेंशन के शिकार हो सकते हैं।
- ग्लोबल बर्डन आॅफ डिजिज स्टडी (The Global Burden of Diseases study) की रिपोर्ट के अनुसार सन् 2016 में 1.63 मिलियन लोग हाइपरटेंशन के कारण जान से हाथ धो बैठे।
क्या हैं डब्ल्यूएचओ के हाइपरटेंशन के फैक्ट और आंकड़े?
- दुनिया भर में 1.13 बिलियन लोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान हैं। जहां चार में से एक पुरुष व पांच में से एक महिला को हाइपरटेंशन की शिकायत है। सन् 2025 तक लगभग 25 प्रतिशत लोग हाइपरटेंशन के शिकार हो सकते हैं।
- हाइपरटेंशन के आंकड़ों के अनुसार यह लो या मिडल इंकम वाले देशों में ज्यादा सक्रिय है। अफ्रीका में यह हाइपरटेंशन 27% और अमेरीका में यह 18% है। इस अनुसार हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact) यह है कि यह देश की आय पर निर्भर करता है।
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हाई ब्लड प्रेशर की दवा लेने का सही समय रात है
हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact) यह है कि दिन के बजाए रात में हाइपरटेंशन की दवा लेना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार ब्लड प्रेशर की दवा दिन में लेने की जगह रात में लेना लाभदायक हो सकता है। शोधकर्ताओं ने 6 साल से हाई ब्लड प्रेशर के 19,084 मरीजों को इसमें शामिल किया। इसमें एक वर्ग को सुबह हाइपरटेंशन की दवा दी गई और दूसरे वर्ग को रात को दवा दी गई। स्टडी में पाया गया कि सोते समय दवाई लेने वालों को ज्यादा फायदा पहुंचा।
हाई ब्लड प्रेशर डेमेंशिया का कारण हो सकता है
डेमेंशिया का खतरा हाई ब्लड प्रेशर के साथ बढ़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि 45 से 65 वर्ष के बीच जो लोग अपने बढ़ते ब्लड प्रेशर पर ध्यान नहीं देते उन्हें वक्त गुजरने पर डेमेंशिया का सामना करना पड़ता है। डेमेंशिया के कारण दिमाग पर असर पड़ता है। डेमेंशिया से व्यक्ति अपने रोजमर्रा के कामों के लिए भी दूसरों पर निर्भर होने लगता है।
हाई ब्लड प्रेशर का कोई निश्चित लक्षण नहीं है
हाइपरटेंशन में सिर दर्द], थकान, चक्कर, धुंधली दृष्टि, घबराहट आदि हो सकते हैं पर इसका कोई भी निश्चित लक्षण नहीं है। यही कारण है कि 90 प्रतिशत लोगों को पता ही नहीं होता कि वह हाइपरटेंशन से प्रभावित हैं।
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हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact): कैसे जानें कि हाइपरटेंशन के शिकार हो गए हैं?
- आपका ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg से 129/80 mmHg है, तो यह चिंताजनक नहीं है। इसको लाइफस्टाइल में सुधार कर सुधारा जा सकता है।
- यदि ब्लड प्रेशर 130/80 mmHg से अधिक या 140/90 mmHg से कम है तो यह हाई ब्लड प्रेशर की पहली स्टेज है। इस स्थिति में अगर आपको कोई अन्य बीमारी या खतरा नहीं है तो डॉक्टर पहले लाइफस्टाइल में बदलाव के लिए कहेंगे । अगर इसके बाद भी ब्लड प्रेशर उसी स्थिति में रहता है और आपको कोई अन्य बीमारी है तो डॉक्टर दवाई देते हैं। ऐसी स्थिति में आपको दवाई जरूर खानी चाहिए।
- अगर आपका ब्लड प्रेशर 140/90 mmHg के बराबर या अधिक है तो यह सेकंड स्टेज में है। इस स्थिति में डॉक्टर को तुरंत दिखाएं और दवा के नियमित तौर पर लें। जीवनशैली पर भी पूरा ध्यान देना जरूरी हो जाता है। नहीं तो हार्ट अटैक व स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा रहता है।
तीन गुना ज्यादा खतरा
हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में हृदय रोग और स्ट्रोक होने की संभावना तीन गुना अधिक होती है और सामान्य ब्लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में इन लोगों की मृत्यु होने की संभावना दोगुनी होती है।
हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact): आर्थिक स्थिति में गिरावट बढ़ाता है हाइपरटेंशन
इंग्लैंड के एक सर्वे के अनुसार आर्थिक स्थिति में गिरावट होने पर महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या और बढ़ जाती है।
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हाइपरटेंशन के कारण क्या हैं?
हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact) तो यह है कि हाई ब्लड प्रेशर की समस्या के कोई लक्षण नहीं होते लेकिन कुछ स्टडी में पाया गया है कि जिनका वजन ज्यादा होता है या जिनके परिवार में मां-बाप, दादी-नानी में यह समस्या हो उन्हें बीपी की समस्या परेशान कर सकती है। जेनेटिक और वेट ज्यादा होने के साथ ही एक्सरसाइज ना करना, शराब, स्मोकिंग का अधिक सेवन करना और तनाव में रहना इसके अन्य मुख्य कारण हो सकते हैं।
दवा भी नहीं करती काम
हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact) में यह फैक्ट बहुत गंभीर है कि ऐसी मरीजों की संख्या भी ज्यादा होती जा रही है जिनपर डॉक्टर की दी हुई हाइपरटेंशन की दवा काम नहीं कर रही। यानी दवा लेने के बावजूद ऐसे मरीजों का ब्लड प्रेशर बढ़ता ही चला जाता है। हाइपरटेंशन के इस प्रकार को रेसिस्टेंट हाइपरटेंशन कहते हैं। यदि आपके या किसी करीबी के साथ ऐसा हो तो तुरंत अस्पताल जाएं।
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बीपी कंट्रोल करने के उपाय
- फल और हरी सब्जियां नियमित रूप से खाएं।
- तनाव कम करने के लिए योग कर सकते हैं।
- ब्लड प्रेशर पर नियमित रूप से नजर रखें, समय-समय पर मापते रहें कि ब्लड प्रेशर कितना है। अधिक बीपी होने पर डॉक्टर से मिलकर दवाई लें।
- लंबाई के हिसाब से अपना सही वजन बनाए रखें
- इस बात का ध्यान रखें कि रोजना सोडियम का सेवन 5 ग्राम से कम ही हो।
- रोजाना फिजिकल एक्टिविटी करते रहें। इससे शरीर खुलेगा।
हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact) और आंकड़ों से यह पता चलता है कि हाई ब्लड प्रेशर देश ही नहीं दुनियाभर में एक गंभीर बीमारी के तौर पर उभर रही है। इससे बुजुर्ग ही नहीं युवा भी जूझ रहे हैं। सही समय पर यदि इसे रोका नहीं गया तो यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक और डेमेंशिया जैसी घातक बीमारियों का कारण बन सकता है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हाइपरटेंशन फैक्ट (Hypertension Fact) से संबंधित ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपके मन में कोई प्रश्न हो, तो डॉक्टर से जरूर पूछें। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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