आजकल भागदौड़ की लाइफ में लोग तनाव और चिंता से परेशान रहते हैं। हर दूसरा व्यक्ति किन्हीं ना किन्हीं कारणों से डिप्रेशन, एंग्जायटी, स्ट्रेस या अन्य किसी मानसिक दशा से गुजरता है। ऐसे में अगर आपको कोई ये बताएं कि कुछ जड़ी-बूटियां ऐसी हैं, जिनके उपयोग से आप तनाव और चिंता से मुक्त हो सकते हैं तो वो आपके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। इसलिए आपको इस आर्टिकल में हम ऐसे औषधियों के फायदे के बारे में बताएंगे, जिनकी मदद से आप राहत महसूस कर सकते हैं।
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तनाव और चिंता में औषधियों के फायदे क्या हैं?
तनाव और चिंता में कई सारे हर्ब ऐसे हैं,जो फायदेमंद हो सकते हैं :
अश्वगंधा
अश्वगंधा (Withania somnifera) एक औषधि है, जो एडाप्टोजेंस ग्रुप के जड़ी बूटी से संबंधित है। एडाप्टटोजेंस में शारीरिक क्रिया और हॉर्मोन को नियंत्रित करने के गुण होते हैं, जिससे स्ट्रेस पैदा करने वाले हॉर्मोन पर प्रभाव पड़ता है। अश्वगंधा प्राचीन काल से इस्तेमाल होने वाली औषधि में से एक हैं। 2019 में हुए एक केमिकल ट्रायल में अश्वगंधा का तनाव और चिंता में औषधियों के फायदे के रूप में पाया गया है।
2019 में हुई स्टडी के मुताबिक 58 प्रतिभागियों के साथ आठ हफ्ते तक रिसर्च की गई। प्रत्येक प्रतिभागी को अश्वगंधा का 250 मिलीग्राम या 600 मिलीग्राम रोजाना का डोज दिया गया। इसमें पाया गया कि उनमें स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टिसोल कम स्रावित होता है। इससे उनमें तनाव और चिंता का स्तर कम रहा और उन्हें नींद भी अच्छी आई। अश्वगंधा टैबलेट, लिक्विड के रूप में मिलता है।
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लेवेंडर
लेवेंडर एक खूशबूदार फूल का पौधा है। जो मिंट फैमिली से संबंधित है। ज्यादातर लोग लेवेंडर का इस्तेमाल नसों को शांत करने और एंग्जायटी को दूर करने के लिए करते हैं। लोग लेवेंडर का इस्तेमाल निम्न तरीकों से करते हैं :
- लेवेंडर का इस्तेमाल एरोमाथेरिपी में किया जाता है
- लेवेंडर की पत्तियों की चाय भी बनती है
- लेवेंडर इसेंशियल ऑयल को अन्य तेल में मिला कर मसाज किया जाता है
- लेवेंडर के फूल या ऑयल को नहाने के पानी में इस्तेमाल किया जाता है
लेवेंडर इसेंशियल ऑयल में ट्रेप्नेस नामक केमिकल पाया जाता है। ट्रेप्नेस को लिनालूल और लिनालाइल भी कहा जाता है, जो दिमाग को शांत करता है। इसलिए एंग्जायटी से ग्रसित लोगों को बिस्तर पर जाने से पहले लेवेंडर का ऑयल रूई में डूबा कर सूंघने के लिए कहा जाता है।
इन्सोम्निया से ग्रसित 67 महिलाओं पर एक रिसर्च की गई। जिसमें उन्हें लेवेंडर ऑयल को सूंघने के लिए कहा गया। इस एरोमाथेरिपी के द्वारा उनका हार्ट रेट कम हुआ और उन्हें सोने में मदद मिली।
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लेमन बाम
तनाव और चिंता को दूर करने में औषधियों के फायदे में लेमन बाम का नाम भी शुमार है। लेमन बाम पुदीने की तरह दिखने वाला पौधा है। इसका वैज्ञानिक नाम मेलिसा ऑफिसिनेलिस है। इसमें सेडेटिव गुण (शांत करने का गुण) होता है। यह एक शक्तिशाली रिलैक्स पहुंचाने वाला पौधा है, जो मूड को बूस्ट करता है। कुछ स्टडी में पाया गया है कि लेमन बाम एंटी एंग्जायटी हर्ब है। जो इन्सोम्निया, अपाचन, डिमेन्शिया और अल्जाइमर जौसी समस्याओं के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती है। लेमन बाम को सप्लीमेंट के तौर पर प्रतिदिन 500 एमजी की मात्रा ली जा सकती है। लेमन बाम कैप्सूल के रूप में बाजारों में मौजूद है। लेकिन औषधियों के फायदे बिना डॉक्टर के परामर्श के ना लें।
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पैशनफ्लावर
पैशनफ्लावर पैसिफ्लोरा फैमिली का एक प्लांट है, जिसे कृष्ण कमल कहते हैं। पैसिफ्लोरा में 550 अलग प्रकार की प्रजातियां पाई जाती है। जिसमें पैसिफ्लोरा इन्कारनेटा नामक प्रजाति ही एंग्जायटी में राहत दिलाती है। कुछ अध्ययनों के मिताबिक पैसिफ्लोरा इन्कारनेटा बेचैनी, नर्वसनेस और एंग्याटी के लिए एक कारगर औषधि है।
2017 में हुए एक रिसर्च में पाया गया कि ये सीधे एंग्जायटी के लिए जिम्मेदार कारणों पर अटैक कर के एंग्जायटी को दूर करता है। वहीं, इसके फ्लावर का टिंक्चर एंग्जायटी में सबसे सही तरीके से काम करता है। डॉक्टरों द्वारा पैशनफ्लावर की दवा बेंजोडायाजेपाइन्स (benzodiazepines) की तुलना में ज्यादा प्रभावी मानी जाती है। पैशनफ्लावर कैप्सूल, टिंक्चर के रूप में बाजार में उपलब्ध है, इसकी रोजाना 500 मिलीग्राम मात्रा ही लेना सही माना जाता है। औषधियों के फायदे को अपनाते हुए डॉक्टर का परामर्श जरूर लें।
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ब्राह्मी
औषधियों के फायदे की जब बात आती है तो ब्राह्मी का नाम सबसे पहले आता है। ब्राह्मी को हेयर केयर के लिए जाना जाता है। ब्राह्मी भारतीय सभ्यता की पुरानी औषधियों में शुमार है। वहीं, ब्राह्मी को याद्दाश्त बढ़ाने वाली औषधि के रूप में भी जाना जाता है। ब्राह्मी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मददगार होती है, वहीं एंग्जायटी को दूर करने के लिए भी कारगर साबित हुई है। कुछ स्टडीज के मुताबिक ब्राह्मी ब्रेन के फंक्शन को बूस्ट करता है, जो स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करते हैं। ब्राह्मी एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो कि डायबिटीजऔर कैंसर जैसी समस्याओं में राहत दिलाता है।
तुलसी
तुलसी सभी के आंगन और घरों में पाए जाने वाला एक औषधीय पौधा है। भारत में तुलसी की पूजा भी होती है। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जिससे ब्लड शुगर लेवल मेंटेन करने में मदद मिलती है। तुलसी को तनाव दूर करने वाले पौधों के रूप में भी देखा जाता है। तुलसी की महक हमारे मस्तिष्क में प्लेसिबो इफेक्ट डालती है। जिससे दिमाग शांत होता है और तनाव और चिंता दूर होती है। आप तुलसी की चाय बना कर हर सुबह पी सकते हैं। तुलसी की पत्तियां सुबह खाली पेट खाने से हमारा इम्यून सिस्टम दुरुस्त रहता है।
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भृंगराज
औषधियों के फायदे में भृंगराज एक पुरानी औषधि है। जिसका मुख्य उपयोग बालों के लिए किया जाता है। भृंगराज की मदद से ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाया जाता है। इसके साथ ही यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में भी एक कारगर औषधि है। भृंगराज में रिलैक्सेंट गुण होते हैं। जिससे मसल्स रिलैक्सेशन, नींद और मूड आदि को दुरुस्त करता है। भृंगराज को अश्वगंधा के साथ मिला कर लेने से ब्रेन की कोशिका में मौजूद माइटोकॉन्ड्रियल एक्टिविटी को बढ़ाता है, जिससे अल्जाइमर में राहत मिलती है। इस तरह से औषधियों के फायदे में भृंगराज के सेवन से तनाव और चिंता में राहत मिलती है। भृंगराज पाउडर, पत्तियों और टैबलेट आदि रूप में बाजारों में मौजूद होती है।
ऊपर बताई गई औषधियों के फायदे को जानकर आप आज ही अपने तनाव और चिंता को दूर करें। लेकिन कोई भी औषधि बिना डॉक्टर के सलाह के ना लें। उम्मीद है कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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