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COPD : इस हेल्थ कंडीशन में क्या खाएं और क्या न खाएं?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

    COPD : इस हेल्थ कंडीशन में क्या खाएं और क्या न खाएं?

    यह तो हम सभी जानते हैं कि पौष्टिक और संतुलित आहार हेल्दी रहने के लिए बहुत जरूरी है। बैलेंस्ड डायट लेना और हेल्दी वेट को बनाए रखना किसी भी हेल्थ कंडीशन से बचने के लिए महत्वपूर्ण है। इसी तरह से हमारा सही आहार क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) के मैनेजमेंट के लिए भी आवश्यक है। क्योंकि, सही डायट से हमारा वजन संतुलित रहता है और यह हेल्दी वेट COPD को मैनेज करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही नहीं, इससे एनर्जी बूस्ट होने में भी मदद मिलती है। अगर आपको यह समस्या है तो आपको इस दौरान सही COPD डायट (COPD Diet) और COPD न्यूट्रिशन (COPD Nutrition) के बारे में पता होना चाहिए। तो जानिए इस दौरान क्या खाएं और किन चीजों को बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए।

    COPD में सही आहार लेना क्यों महत्वपूर्ण है? (Right Diet in COPD)

    COPD डायट (COPD Diet) के बारे में जानने से पहले हम क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के बारे में जान लेते हैं। COPD एक क्रॉनिक इंफ्लेमेशन लंग डिजीज (Chronic Inflammatory Lung Disease) है, जिसमें प्रभावित व्यक्ति के एयरवेज ब्लॉक हो जाते हैं। इसके कारण उसे सांस लेने में समस्या होती है। अधिकतर लोग इस बात के बारे में जान कर हैरान होंगे कि जो आहार हम लेते हैं, वो हमारी ब्रीदिंग को प्रभावित कर सकता है। दरअसल, हमारे शरीर को हर काम करने के लिए ईंधन की जरूरत होती है, जो हम भोजन से ग्रहण करते हैं। आहार में सही मात्रा में न्यूट्रिएंट्स होने से सांस लेने में आसानी होती है। सही और संतुलित आहार COPD से पीड़ित लोगों के लिए इस तरह से लाभदायक हो सकता है:

    यह भी पढ़ें : Chronic Obstructive Pulmonary Disease (COPD) : क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज क्या है?

  • सूजन को दूर करे (Reducing Inflammation)
  • मसल स्ट्रेंथ को मैंटेन रखे और सुधारे (Maintaining and Improving Muscle Strength)
  • लंग फंक्शन को सुधारे (Improving Lung Function)
  • मेटाबोलिक और हार्ट डिजीज रिस्क को कम करे (Lowering Metabolic and Heart Disease Risk)
  • टीबी डायट पल्ना

    COPD डायट के बारे में जानें विस्तार से (COPD Diet) 

    केवल एक खाद्य पदार्थ हमें सभी न्यूट्रिएंट्स प्रदान नहीं कर सकता। बल्कि, हेल्दी डायट में विभिन्नता होना जरूरी है। आहार में पोषक तत्वों का सही मिश्रण आसानी से सांस लेने में मदद कर सकता है। इसलिए आपको COPD डायट (COPD Diet) के अनुसार क्या खाना चाहिए, यह सब जाना बेहद जरूरी है। जानिए इस दौरान क्या खाएं:

    कॉम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट्स (Complex Carbohydrates)

    कॉम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट्स में शुगर मॉलिक्यूल्स होते हैं और हमारा शरीर इन मॉलिक्यूल्स को तोड़ने में समय लेता है। जिससे कॉम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट से शरीर को निरंतर ऊर्जा मिलती है। खाद्य पदार्थ जिनमें कॉम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट्स होते हैं, वो इस प्रकार हैं:

  • ताजे फल और सब्जियां (Fresh Fruit and Vegetables)
  • साबुत अनाज (Whole Grains)
  • बींस और दालें (Beans and Lentils)
  • क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) से प्रभावित व्यक्ति का वजन बहुत जल्दी कम हो जाता है। ऐसे में अगर रोगी वजन बढ़ाना चाहता है, तो उसे कॉम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट्स का सेवन करना चाहिए।

    फायबर युक्त आहार (Fiber-rich foods)

    COPD डायट (COPD Diet) में आपको फायबर की मात्रा का भी ध्यान रखना चाहिए। अमेरिकन लंग एसोसिएशन (American Lung Association) के अनुसार COPD से पीड़ित व्यक्ति को रोजाना अपने आहार में बीस से तीस ग्राम फायबर शामिल करनी चाहिए। इन चीजों में सही मात्रा में फायबर होता है:

    • बींस और दालें (Beans and Lentils)
    • फल और सब्जियां (Fruits and Vegetables)
    • मेवे और सीड्स (Nuts and Seeds)
    • साबुत अनाज (Whole Grains)

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    प्रोटीन (Protein)

    COPD डायट (COPD Diet) में प्रोटीन युक्त आहार होना भी जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि प्रोटीन रिच आहार (Protein Rich Diet) का सेवन करने से न्यूट्रिशनल स्टेटस (Nutritional Status) और जीवन की गुणवत्ता (Life Quality) सुधर सकती है। निम्नलिखित चीजों में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।

    प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से मसल मास (Muscle Mass) बढ़ सकता है। ऐसे में उन लोगों को प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना फायदेमंद है जो वजन बढ़ाना चाहते हैं।

    मोनो और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्स (Mono and Polyunsaturated Fats)

    मोनो और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्स वो स्वस्थ फैट्स हैं, जो प्रभावित व्यक्ति में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम कर सकते हैं। निम्नलिखित चीजों में फैट की मात्रा पर्याप्त होती है:

    • कुछ वेजिटेबल आयल जैसे ओलिव आयल (Certain Vegetable Oils, such as Olive Oil)
    • कुछ मछलियां जैसे सालमोन (Certain Fish, Including Salmon)
    • मेवे और सीड्स (Nuts and Seeds)

    ऐसे में COPD डाइट में इन फैट्स को अवश्य शामिल करना चाहिए। खासतौर, पर अगर रोगी अपना वजन बढ़ाना चाहता है। अगर वो वजन कम करना चाहता है तो उसे फैट्स की मात्रा को आहार में कम कर देना चाहिए।

    तरल पदार्थ (Fluid)

    अमेरिकन लंग एसोसिएशन (American Lung Association) के अनुसार अधिक पानी पीने से न केवल हम हायड्रेट रहते हैं लेकिन इससे बलगम भी लूज होती है, जिससे COPD के रोगियों को सांस लेने में आसानी होती है। COPD से पीड़ित लोगों के लिए अधिक से अधिक पानी पीने से सांस लेने की समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है। दिन में 6 से 8 गिलास पानी पीना चाहिए। इसके साथ ही अन्य हेल्दी तरल पदार्थ जैसे नारियल पानी, फ्रेश जूस आदि का सेवन करें। कैफीन युक्त ड्रिंक्स जैसे कॉफ़ी चाय, एनर्जी ड्रिंक्स आदि को सीमित मात्रा में ही पीएं। एल्कोहॉल के सेवन से भी बचे।

    COPD डायट में किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए? (What not to Eat in COPD Diet) 

    COPD के लक्षणों को कम करने में जहां कुछ खाद्य पदार्थ खाने चाहिए, वहीं कुछ का बिलकुल भी सेवन नहीं करना चाहिए। इन चीजों का बिलकुल भी सेवन न करें:

    सिंपल कार्बोहायड्रेट्स (Simple Carbohydrates)

    सिंपल कार्बोहायड्रेट्स काम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट्स की तुलना में कम न्यूट्रिएंट प्रदान करते हैं। जिन खाद्य पदार्थों में सिंपल कार्बोहायड्रेट्स (Simple Carbohydrates) होते हैं वो इस प्रकार हैं:

    अनहेल्दी फैट्स (Unhealthy Fats)

    अधिकतर हाय फैट फूड पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और लोग इन्हें हेल्दी डायट्स में शामिल करते हैं। हालांकि, कई प्रोसेस्ड फूड्ज में हाय फैट होता है, इसलिए क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से प्रभावित व्यक्तियों को इन्हें लेना नजरअंदाज करना चाहिए। उन्हें इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए:

    • फास्ट फूड (Fast Food)
    • तला हुआ भोजन (Fried Foods)
    • आइस क्रीम (Ice Cream)

    यह भी पढ़ें : जानें क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज की स्टेजेस और लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव

    COPD के रोगियों की वजन के अनुसार होनी चाहिए डायट

    क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से पीड़ित लोगों में वजन कम होने की समस्या अधिक देखी जाती है। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि क्रोनिक ब्रोंकाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को मोटापे की समस्या अधिक होती है। ऐसे में COPD डायट और COPD न्यूट्रिशन का प्लान करना COPD ट्रीटमेंट का मुख्य हिस्सा है। क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) के रोगियों के लिए जहां सही COPD डायट (COPD Diet) लेना जरूरी है, वहीं कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए, जैसे:

    अगर आपका वजन अधिक है तो क्या करें? (If you’re Overweight)

    अगर आपका वजन अधिक है तो आपके दिल और फेफड़ों को अधिक काम करना पड़ता है। जिससे ब्रीदिंग मुश्किल हो सकती है। अधिक बॉडी वेट से ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ सकती है। आपके डॉक्टर और डायटिशन आपको इस बारे में सही जानकारी दे सकते हैं कि हेल्दी बॉडी वेट के लिए

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    अगर आपका वजन बहुत कम है (If you’re Underweight)

    क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज के कुछ लक्षण जैसे भूख में कमी, डिप्रेशन आदि के कारण प्रभावित व्यक्ति के वजन का कम होना स्वभाविक है। अगर आपका वजन कम है तो आप कमजोर और थका हुआ महसूस कर सकते हैं। जिससे आपको इंफेक्शन होने का जोखिम बढ़ जाता है। यही नहीं, COPD में ब्रीदिंग के लिए भी अधिक एनर्जी चाहिए होती है। ऐसे में, अगर आपका वजन कम है या आप अंडरवेट हैं तो आपको अपनी COPD डायट (COPD Diet) में हेल्दी और हाय कैलोरी स्नैक्स (Healthy and High Calorie Snacks) को शामिल करना चाहिए, जैसे:

    • दूध (Milk)
    • अंडे (Eggs)
    • ओट्स, बींस और क्विनोआ (Oats, Quinoa, and Beans)
    • पनीर (Cheese)
    • मेवे (Nuts)

    COPD डायट के लिए कुछ टिप्स (Tips for COPD Diet) 

    क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) से प्रभावित कुछ लोगों को ब्रीदिंग और छाती में समस्या के कारण भूख की कमी महसूस हो सकती है। सांस लेने में समस्या के कारण आपको हर कार्य में अधिक मेहनत लगती है और इसमें खाना खाना भी शामिल है। लेकिन कुछ टिप्स से उनकी भूख न लगने की समस्या सुधर सकती है और साथ एनर्जी लेवल भी बढ़ सकता है।

    • दिन में 3 बार अधिक खाने से अच्छा है दिन में 6 बार थोड़ा-थोड़ा खाएं। इससे आपको अपना पेट भरा हुआ महसूस नहीं होगा और फेफड़ों पर भी कम दबाव पड़ेगा।
    • कभी भी नाश्ते को नजरअंदाज न करें। अगर आपने नाश्ता अच्छे से किया होगा, तो आपको पूरा दिन अच्छा और ऊर्जा से भरपूर महसूस होगा।
    • खाने से पहले आराम करें।
    • अगर खाने के साथ तरल पदार्थों का सेवन करने से आपको पेट भरा हुआ लगता है। तो खाने के साथ तरल पदार्थों को न लें।

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    व्यायाम करना भी है जरूरी (Exercise is Important)

    COPD डायट (COPD Diet) के साथ ही आपको व्यायाम पर भी ध्यान देना चाहिए। आप दिन में कुछ समय व्यायाम के लिए अवश्य निकालें। सही डायट और व्यायाम से COPD से प्रभावित व्यक्ति को लाभ होता है। यह लाभ इस प्रकार हैं:

    यह भी पढ़ें : World COPD Day: स्मोकिंग को बाय-बाय बोल कर सीओपीडी से बचें

    यह तो थी COPD डायट (COPD Diet) से जुड़ी हर जानकारी। बैलेंस्ड और सही डायट से प्रभावित व्यक्ति की ब्रीदिंग समस्या दूर होती है और कुछ जटिलताएं भी सुधरती है। हालांकि, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) से प्रभावित व्यक्ति की डायट कई अन्य फैक्टर्स पर भी निर्भर करती है जिसमें बॉडी वेट और संपूर्ण स्वास्थ्य शामिल है। इसलिए, अपनी COPD डायट (COPD Diet) और लाइफस्टाइल में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें और इसके साथ ही डॉक्टर और डायटिशन का मार्गदर्शन भी जरूरी है।

    डिस्क्लेमर

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