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अच्छी खबर यह है कि बचपन के दौरान बच्चों में होने वाली फूड एलर्जी (Food allergy in children) अक्सर समय के साथ ठीक हो जाती है। यह अनुमान है कि 80% से 90% अंडे, दूध, गेहूं और सोया एलर्जी 5 साल की उम्र तक अपने आप खत्म हो जाती है। कुछ एलर्जी समय के साथ नहीं भी जाती हैं। उदाहरण के लिए पांच में से एक बच्चे को सिर्फ मूंगफली की एलर्जी खत्म हो जाती है और बाकी बच्चों में नट या सीफूड एलर्जी भी खत्म हो जाती है। आपका बाल रोग विशेषज्ञ आपके बच्चों में फूड एलर्जी को ट्रैक करने के लिए टेस्ट कर सकता है और यह बता सकता है कि आपके बच्चे की एलर्जी खत्म हो गई या अभी भी है।
बच्चों में फूड एलर्जी को कैसे डायग्नोस करें (Diagnosis of Food allergy in Children)
अगर आपके बच्चे में फूड एलर्जी है, तो आपका डॉक्टर इस बारे में पूछ सकता है
- आपके बच्चे के लक्षण
- रिएक्शन कितनी बार होता है
- कुछ ऐसा खाने के बाद और लक्षणों की शुरुआत के बीच का समय
- परिवार के किसी भी सदस्य को एलर्जी, एक्जिमा और अस्थमा जैसी परेशानी है
इसके अलावा डॉक्टर किसी भी दूसरे कारण की तलाश करेंगे, जो एलर्जी के लक्षणों का कारण बन सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आपके बच्चे को दूध पीने के बाद दस्त लगते हैं, तो डॉक्टर यह देखने के लिए जांच कर सकते हैं कि क्या लैक्टोज इनटॉलेरेंस के कारण यह हो सकता है। सीलिएक डिसीज (Celiac disease) एक ऐसी स्थिति जिसमें व्यक्ति प्रोटीन ग्लूटन को बर्दाश्त नहीं कर सकता इसकी वजह से भी बच्चों में कुछ लक्षण देखने को मिल सकते हैं। डॉक्टर आपको बच्चों में फूड एलर्जी के लिए एक एलर्जी विशेषज्ञ के पास भेज सकता है, जो आपसे अधिक सवाल पूछेगा और एक बॉडी टेस्ट करेगा।
उम्मीद करते हैं कि आपको बच्चों में फूड एलर्जी (Food allergy in children) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।