बच्चे जब दिन में सोना छोड़ देते हैं, तो माता-पिता के लिए सबसे मुश्किल काम होता है बच्चों को व्यस्त रखना । बच्चों को व्यस्त रखना माता-पिता के लिए जरूरी भी हो जाता है लेकिन ऐसा करने के लिए उन्हे काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं। अगर आपके बच्चे ने भी दिन में सोना छोड़ दिया है, तो आप परेशान न हो और बच्चे के सोने वाले समय को आप उसके एक्टिविटी टाइम (Activity time) में बदल सकते हैं। ये एक्टिविटीज बच्चों के मानसिक (Mental) और शारीरिक विकास (Body development) में भी मदद करती हैं। साथ ही बच्चों को व्यस्त रखने के लिए बहुत सी एक्टिविटीज हैं। लेकिन, ऐसी एक्टिविटी जो बच्चों को व्यस्त रखने के साथ ही उन्हें कोई स्किल भी सीखाएं उनके बारे में जानना जरूरी है।
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आज हम आपको ऐसी एक्टिविटीज के बारे में बताएंगे, जो आपके बच्चों को व्यस्त रखने के साथ आपको भी कुछ समय शांति से रहने में मदद करेंगी। स्कूल (School) शुरू करने से पहले बच्चों में बहुत एनर्जी होती है और उनको अपनी एनर्जी को सही जगह पर लगाना माता-पिता ही सीखा सकते हैं। कभी-कभी इन बच्चों में इतनी एनर्जी होती है कि उन्हें हैंडल करना माता-पिता के लिए मुश्किल हो जाता है। अगर आपके बच्चे ने दिन में सोना (Sleep) बंद कर दिया है, तो आप उसके लिए कुछ ऐसी ही क्रिएटिव एक्टिविटीज को अपना सकते हैं।
बच्चों को व्यस्त रखना है, तो पजल लाएं
बच्चे को शांत रखने के लिए पजल देना और उसे इस एक्टिविटी में लगाना एक अच्छा विकल्प है। ऐसा करने से बच्चे की एनर्जी को सही जगह लगाया जा सकता है। बच्चों को व्यस्त रखना इसलिए भी जरूरी है कि वह अपने समय को किसी प्रोडक्टिव काम में लगाएं। बच्चों को व्यस्त (Busy) रखने के लिए पजल को देने से न केवल टॉडलर्स को मोटर स्किल विकसित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा पजल को सॉल्व करते समय उनके सोचने और देखने की क्षमता (Eye power) का भी विकास होता है। पजल करने से बच्चों को चीजों को ठीक तरह से समझने में भी मदद मिलती है।
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कलरिंग बुक से बच्चों को व्यस्त रखना है आसान
बच्चों को व्यस्त रखना माता-पिता के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। लेकिन, अगर वे समझदारी से यह काम करते हैं, तो पेरेंट्स के साथ-साथ बच्चे भी खुश रहते हैं। कलरिंग बुक से बच्चों को व्यस्त रखना बहुत आसान है। अगर आप बच्चे को सिर्फ खाली पेपर और कलर देते हैं, कलरिंग बुक और मार्कर देते हैं और चॉकबोर्ड और रंगीन चॉक देते हैं, तो वह अपनी क्रिएटिविटी इस पर दिखा सकता है। बहुत कम संसाधन के इस्तेमाल से भी बच्चे की क्रिएटिविटी को उभारा जा सकता है। कई मामलों में अपनी कल्पना के बल पर बच्चे कई बार खुबसूरत पेंटिंग्स बना कर पेरेंट्स को चौंका भी देते हैं। बच्चों को व्यस्त रखने से न केवल पेरेंट्स को मी-टाइम मिलता है। बल्कि बच्चे भी अपनी क्रिएटिविटी अपने हिसाब से मैनेज करते हैं।
बच्चों को व्यस्त रखना है, तो क्वाइट ब्लॉक है अच्छा विकल्प
बच्चों को व्यस्त रखने के लिए ब्लॉक्स को हमेशा एक अच्छी एक्टिविटी में गिना जाता है। हालांकि, जब आप बच्चों को अलग-अलग तरह के ब्लॉक्स के साथ खेलने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, तो वे शांत रहते हैं। बच्चों में एनर्जी (Energy) और सीखने की क्षमता ज्यादा होती है इसलिए वे बहुत कम समय में एक तरह के ब्लॉक बनाना सीख जाते हैं। अगर आप बच्चों को व्यस्त रखना चाहते हैं, तो उन्हें अलग-अलग तरह के ब्लॉक दें, ये उन्हें व्यस्त रखने के साथ उनकी मोटर स्किल (Motor skill) को बढ़ाने में मदद करेगा।
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बच्चों को व्यस्त रखने के लिए मैगनेट (Magnet) है बेस्ट
अलग-अलग साइज, शेप और रंग के मैगनेट बच्चे को खुश कर सकते हैं। बच्चों को व्यस्त रखना आपके लिए तब और आसान हो जाता है जब बच्चा खुद ही आपके लाए गए इंस्ट्रूमेंट का इस्तेमाल करें। बच्चों को प्ले एरिया बनाने के लिए आप बेकिंग ट्रे और मैटल सतह का इस्तेमाल कर सकते हैं। जब मैगनेट मैटल सतह पर चिपकती है, तो बच्चे इसे देखकर रोमांचित और खुश होता है। इन मैगनेट्स के साथ बच्चा अलग-अलग एक्सपेरिमेंट करता है, जो उसके मोटर स्किल को बढ़ाने में मदद करता है। मैगनेट से बच्चों को सिखाने के लिए आप नंबर और लैटर वाले मैगनेट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे बच्चा सीखने के साथ-साथ शांति से खेलता है।
बच्चों को व्यस्त रखना मतलब कोलाज मेकिंग (Collage making) का है मौका
बच्चों को व्यस्त रखना आसान है अगर वो कुछ ऐसा करें, जो उन्हें क्रिएटिव बनाने के साथ बिजी भी रखे। बच्चों को कैसे व्यस्त रखना है, यह पेरेंट्स पर निर्भर करता है। बच्चों को देने के लिए ग्लू और पेपर जैसी चीजें इकट्ठा करें। कोलाज मैटेरियल में पुरानी मैगजीन की तस्वारें, पुराने अखबार की कटिंग, टिशू पेपर और दूसरे कटिंग हो सकते हैं। इन चीजों को बच्चों को उपलब्ध कराएं। वे अपनी कल्पनाओं के हिसाब से कुछ भी बना सकते हैं। इससे न केवल उनके अंदर चीजों को बनाने की कला आती है बल्कि वह इससे वे अपनी क्रिएटिविटी को ज्यादा अच्छे से इस्तेमाल करते हैं।
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बच्चों को व्यस्त रखना है तो म्यूजिक (Music) भी है एक ऑप्शन
बच्चों को व्यस्त रखने के लिए उनका शांत रहना जरूरी नहीं है। वो चुप रह सकते हैं लोकिन मानसिक रूप से उनका शांत रहना मुमकिन नहीं होता। हो सकता है उनके व्यस्त रहने से आपको कुछ समय मिले लेकिन शांत समय का मतलब पूरी तरह से चुप होना नहीं होता। बच्चों को व्यस्त रखने के लिए आप उनको अलग-अलग म्यूजिक (Music) से इंट्रोड्यूस कर सकते हैं। बच्चों को क्लासिकल म्यूजिक (Classic music) या जैज म्यूजिक से परिचित कराने के लिए इस समय का इस्तेमाल करें। बच्चों को व्यस्त रखना है, तो उनके उम्र के हिसाब से उनके लिए ऑडियोबुक भी चुन सकते हैं। इस तरह से आपको उनके लिए रीडिंग नहीं करनी होगी लेकिन वे अलग-अलग तरह की नई कहानियां सुन पाएंगे।
बच्चों के लिए शांत प्लेटाइम कुछ जरूरी पेरेंटिंग लक्ष्यों को पूरा करता है जैसे कि संज्ञानात्मक (Cognitive), सामाजिक (Socially) और शारीरिक (Physical)। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपके बच्चे के विकास में सबसे महत्वपूर्ण क्या है। इसके अलावा इससे माता-पिता और बच्चे के संबंध में भी सुधार आता है। बच्चों को व्यस्त रखना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी उनको नई चीजें सिखाना भी है। अपने बच्चों को व्यस्त रखने के लिए आपको उनकी रुचि के बारे में पता होना चाहिए। कई बार आप पहले बच्चे की पसंद नापसंद को समझें और तब उनको व्यस्त रखने के लिए कुछ नई एक्टिविटी दें।
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