
और पढ़ें : कहीं आपके बच्चे में तो नहीं है इन पोषक तत्वों की कमी?
कोऑपरेशन (Cooperation)
एसोसिएटिव प्ले (Associative play) का दूसरा फायदा है अन्य बच्चों के साथ खेलते हुए अपनी चीजों और टॉयज को शेयर करना। यही नहीं, इससे वो दूसरों की मदद करना भी सीखेंगे और दूसरों की मदद लेना भी उन्हें आ जाएगा।
हेल्दी ब्रेन डेवलपमेंट (Healthy brain development)
खेलना बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहद जरूरी है। उन्हें आसपास की चीजों को एक्सप्लोर करने के लिए अपनी इमेजिनेशन का इस्तेमाल भी करना पड़ता है। जिससे वो बहुत कुछ सीख सकते हैं। हेल्दी ब्रेन डेवलपमेंट के लिए बच्चे को अन्य बच्चों के साथ खेलने दें।
सीखने की तैयारी (Learning readiness)
एसोसिएटिव प्ले (Associative play) या कोई भी खेल बच्चों को कुछ भी सीखाने का सबसे बेहतरीन तरीका है। यानी, आप उसे स्कूल भेजने से पहले ही तैयार कर सकते हैं। यही नहीं, इससे आप अपने बच्चों को व्यस्त भी रखेंगे जिससे वो कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं से बच सकता है जैसे इस दौरान होने वाले मोटापे से। भावनात्मक रूप से भी आपका बच्चा मजबूत होगा।
अपने बच्चे को टीवी या मोबाइल के प्रयोग से दूसरों के साथ खेलने के लिए प्रेरित करें। इससे न केवल वो हेल्दी होगा बल्कि स्मार्ट भी बनेगा। इस दौरान सीखी यह चीजें पूरी उम्र उसके साथ रहेंगी। अब जानते हैं एसोसिएटिव प्ले (Associative play) के उदाहरणों के बारे में।
और पढ़ें : प्रेग्नेंसी में बेस्ट डीएचए सप्लिमेंट : मां और बच्चे दोनों के संपूर्ण विकास के लिए है जरूरी!
एसोसिएटिव प्ले के उदाहरण क्या हैं? (Examples of Associative play)
अपने बच्चे को एसोसिएटिव प्ले (Associative play) में व्यस्त रखने के लिए आप कुछ आसान एक्टिविटीज का सहारा ले सकते हैं। यह एक्टिविटीज इस प्रकार हैं:
- बिना प्लानिंग या कॉम्पिटिशन के ब्लॉक्स का टावर बनाना।
- अन्य बच्चों के साथ एक ही प्लेग्राउंड में एक जैसे झूले शेयर करना जैसे स्लाइड्स, स्विंग्स आदि।
- अन्य बच्चों के साथसाइकिलिंग करना।
- किचन-किचन या इसी तरह से अन्य खेलों को खेलते हुए चीजों को शेयर करना।
- एक ही मटेरियल से पेंटिंग करना।
- प्ले स्कूल में एक्टिविटीज करना जैसे पजल्ज आदि।
- दूसरे बच्चों के साथ बैठ कर खाना खाना और शेयर करना।
प्ले के हर स्टेज के अपने-अपने फायदे हैं। इन प्ले सेशन के दौरान बच्चे सोशल, फंक्शनल और इमोशनल स्किल्स सीखते हैं। लेकिन, हर बच्चा अलग होता है। ऐसे में कुछ बच्चे कई चीजें जल्दी सीख जाते हैं, तो कुछ देर से सीखते हैं। इसके अलावा आप अन्य एक्टिविटीज के लिए भी अपने बच्चे को एनकरेज कर सकते हैं। यह तो आप जान ही गए होंगे कि रोजाना बच्चे के लिए खेल के लिए पर्याप्त समय निकालना जरूरी है। इससे वो कई स्किल्स सीखते हैं। हालांकि, इस उम्र के बच्चों के लिए अकेले खेलना ठीक है। लेकिन, उन्हें दूसरों के साथ खेलने के लिए भी प्रेरित करें।
और पढ़ें : टोडलर ग्रोथ स्पर्ट्स : बच्चे की ग्रोथ के महत्वपूर्ण चरण, जानिए विस्तार से!
Quiz : 5 साल के बच्चे के लिए परफेक्ट आहार क्या है?
यह तो थी एसोसिएटिव प्ले (Associative play) के बारे में जानकारी। यह ध्यान रखें कि प्ले की इन विभिन्न स्टेजेज के माध्यम से बच्चे के विकास को परिभाषित करने का कोई पर्टिकुलर रूल नहीं है। लेकिन, बच्चे को नई चीजें सीखने और नए खेल खेलने के लिए प्रेरित करते रहें। ताकि, वो हेल्दी रहें और उनका विकास सही से हो पाए। इससे संबंधित कोई भी सवाल अगर आपके मन में है, तो आप अपने डॉक्टर से इस बारे में पूछ सकते हैं। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।