उम्र बढ़ने का मतलब सिर्फ बाल सफेद होना, झुर्रियां आना और चीजें भूल जाने तक सीमित नहीं है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारे शरीर में कई सारे शारीरिक बदलाव देखने मिलते हैं। इसी के साथ बहुत से आंतरिक बदलाव भी होते हैं, जिसमें शामिल हैं- क्रोनिक हेल्थ कंडिशन (Chronic health condition)। इसके अंतर्गत कॉग्निटिव हेल्थ, मेंटल हेल्थ, शारिरिक चोटें, सेंसरी इम्पेरमेंट्स, आंखों की समस्या और ओरल हेल्थ की समस्याएं आने लगती हैं। यह शारीरिक स्थितियां वृद्धावस्था (Old age) में काफी सामान्य हैं। ऐसे में आपको पहले से कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। इस आर्टिकल में जानिए कि वृद्धावस्था (Old age) में किन 8 चीजों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
बुढ़ापे में अकेलापन ठीक नहीं
यदि आप एक साथी या पति या पत्नी के बिना अकेले बूढ़े हो रहे हैं, तो ऐसा अकेलापन मानसिक स्वास्थ्य (Mental health) के लिए ठीक नहीं है। 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक 28% वृद्ध वयस्क अकेले जीवन व्यतीत करते रहे थे। बहुत से लोग अकेले रहते हैं, बहुत से वृद्ध अपने भाई-बहनों, यहां तक कि अपने बच्चों के साथ रहना पसंद करते हैं। अकेले वृद्ध होने के बारे में जानने के लिए नीचे दिए गए बातों पर ध्यान दें।
होम केयर प्रोवाइडर होगा मददगार (Home Care Provider)
अगर आपका सामान्य स्वास्थ्य अच्छा है, लेकिन अंदर ही अंदर कोई लंबी बीमार है जैसे कि अल्जाइमर रोग(Alzheimer disease) या पार्किंसंस, तो आप एक होम केयर प्रोवाइडर को काम पर रख सकते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन एजिंग के अनुसार, एक होम केयर प्रोवाइडर एक पेशेवर रिश्तेदार के रूप में कार्य करता है, जो आपको उम्र बढ़ने के अनुसार (Old age) आपकी आवश्यकताओं को पूरा करने के तरीकों की पहचान करने में मदद कर सकता है।
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वृद्धावस्था में भी मजबूत रहे फाइनेंस (Financially)
महंगाई के इस दौर में खुद की देखभाल करने के लिए आपको पैसों की जरूरत तो पड़ेगे ही। ऐसे में वृद्धावस्था (Old age) के दौरान किसी और पर निर्भर न होना पड़े इसके लिए आपका फाइनेंस पहले से ही मजबूत होना चाहिए। अगर आपकी फाइनेंस स्थिति काफी अच्छी है तो आपको चिंता की जरूरत नहीं है। लेकिन आपकी अगर आपकी जमापूंजी कम है तो यह आपके बीमारी में ही खर्च होने की संभावना है।
जरूरत के सभी कॉन्टेक्ट्स रखें अपडेट
दोस्त, रिश्तेदारों के अलावा चिकित्सक, मेडिकल स्पेशलिस्ट, एनजीओ, वकील आदि के नंबर हमेशा अपनी कॉन्टेक्ट लिस्ट में रखें। जरूरत पड़ने पर आप सीधे इनसे संपर्क कर सकते हैं। ऐसा करने से आप एमरजेंसी में किसी भी समय फोन मिला पाएंगे। इसके अलावा, आप कुछ खास लोगों के फोन नंबर स्पीड डायल में मिलाकर रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर आप बिना समय बर्बाद किए अपने उस खास को फोन मिला सकें।
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वृद्धावस्था में अपनी प्रॉपर्टी का रखें ध्यान (Mental Heath in old age)
वृद्धावस्था में लोग आपकी प्रॉपर्टी को लेकर भ्रमित कर सकते हैं। गलत जानकारी देने वाले लोगों से बचें और किसी भरोसेमंद एजेंसी से प्रॉपर्टी इवेल्युएशन कराएं। इसके लिए आप वकीलों की भी मदद ले सकते हैं। इससे आप किसी मुसीबत की घड़ी में प्रॉपर्टी सही दाम पर भी बेच सकेंगे। आप एक भरोसेंमद ब्रोकर से निम्नलिखित प्रश्न पूछें-
- मेरे घर की कीमत कितनी है?
- अगर मैं आज बेचता हूं, तो कितना समय लगेगा?
- बाद में मेरे घर न बिकने का क्या उल्टा और नकारात्मक पहलू है?
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वृद्धावस्था (Old age) में पावर ऑफ अटॉर्नी महत्वपूर्ण है
यदि आपके पास पावर ऑफ अटॉर्नी के रूप में सेवा करने के लिए कोई विश्वसनीय व्यक्ति नहीं है, तो कुछ वकील एक एजेंट या पावर ऑफ अटॉर्नी के रूप में एक सहायक भूमिका निभा सकते हैं। इसे इग्नोर ना करें, क्योंकि बढ़ती उम्र (Old age) में इस प्लानिंग को इग्नोर नहीं करना चाहिए।
नियमित रूप से अपने नेटवर्क का आकलन करें (Good Network)
जैसे-जैसे समय बीतता है, लोग स्थानांतरित हो सकते हैं, गुजर सकते हैं या बीमार हो सकते हैं। आपको अपने तत्काल नेटवर्क की स्वास्थ्य, मानसिक और शारीरिक क्षमताओं को लगातार आकलन करना होगा, खासकर अगर ये लोग एक ही उम्र के हैं, या आप के उम्र के करीब हैं।
आपको एक मित्र परिवार होना चाहिए
कई लोग अपने बुढ़ापे (Old age) में अकेले रहते हैं। यदि आप भी वृद्धावस्था (Old age) में अकेले रहते हैं, तो आपातकाल के मामले में दोस्तों को प्राथमिकता दें। आपातकालीन स्थिति के बिना भी, एक डॉक्टर को किसी को आपको मेडिकल प्रोसेस में ले जाने और बाद में लेने की आवश्यकता हो सकती है। अगर आपकी सर्जरी हो चुकी है और किसी को कुछ दिनों के लिए आपके साथ रहने की आवश्यकता हो सकती है। केवल एक या दो लोग होने के कारण इसमें कटौती नहीं होनी चाहिए। आपका मित्र परिवार का होना जरूरी है।
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वृद्धावस्था में जरूरी दवाएं अपने पास रखें (Medication)
इस बात को स्वीकार करना होगा कि बुढ़ापे (Old age) में बीमारियां जल्दी घेरती हैं। इसलिए आप अपने पास हमेशा वो दवाएं रखें, जिनकी जरूरत आपको किसी भी समय पड़ सकती है। अगर वो दवाएं खत्म हो जाती हैं, तो आप फिर से मंगवा लें, लेकिन दवाओं को अपने पास खत्म न होने दें।
नियमित रूप से कराएं शरीर की जांच(Regular Checkup)
आपको बुढ़ापे (Old age) में नियमित रूप से अपने शरीर की जांच करानी चाहिए। इसी के साथ अगर डॉक्टर आपको कोई दवा नियमित रूप से लेने की सलाह देते हैं, तो उसे अनदेखा बिल्कुल न करें। आपको बता दें कि बुढ़ापे में इम्यूनिटी जल्दी कमजोर होती है, जिससे बीमारियां जल्दी घेर सकती हैं। इसलिए डॉक्टर की सलाह से नियमित रूप से जरूरी दवाएं (Medicine), सप्लिमेंट्स (Supplements) आदि लेना जरूरी हो जाता है, ताकि आपको कोई बीमारी जल्दी न घेर पाए।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि बुढ़ापे में व्यक्ति का शरीर काफी कमजोर हो जाता है और उसकी इम्यूनिटी वीक (Weak immunity) पड़ने लगती है। लेकिन आप सही देखभाल और सही प्लानिंग के साथ अपने बुढ़ापे (Old age) के दिनों अच्छे से जी पाएंगे।
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शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए खान-पान (Healthy food) का विशेष ख्याल रखना चाहिए। इसके साथ ही नियमित और सही योगासन (Yogasan) करना आवश्यक माना गया है। आप नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योग से जुड़े आसनों को समझें और उन्हें अपने जीवन में रोजाना शामिल करें।
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