हमारा शरीर एक मशीन की तरह है, जिस पर हर एक चीज का अच्छा या बुरा प्रभाव पड़ता है। फिर वो चाहे हमारा भोजन हो, पानी हो या सांस के द्वारा अंदर जाने वाली हवा। अगर आप के आहार, वायु, पानी आदि की गुणवत्ता अच्छी होगी तो आपका शरीर अच्छे से काम करेगा। नहीं तो, शरीर के अंगों के लिए सही काम करना मुश्किल हो सकता है और हम बीमार पड़ सकते हैं। ऐसा ही प्रभाव पड़ता है, हमारे शरीर पर मौसम के बदलाव का। आपने भी नोटिस किया होगा कि गर्मियों में डेंगू, मलेरिया, डिहाइड्रेशन जैसे रोगों के मामले अधिक आते हैं और सर्दियों में सर्दी-खांसी जैसी परेशानियां बढ़ जाती हैं।
क्या आप जानते हैं कि ऐसे ही मौसम के बदलने से पुरुषों में कई सेक्शुअल बदलाव आ सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि जब मौसम बदलता है, तो उससे पुरुषों को नपुंसकता (erectile dysfunction) का सामना करना पड़ता है। सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन यह बिलकुल सही है। अगर आपको इस बारे में सही से पता नहीं है, तो आज हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। जानिए, किस तरह से इस समस्या से बचने के लिए अपना ध्यान रख सकते हैं। बदलते मौसम और नपुंसकता(seasonal change and erectile dysfunction) के बारे में जानिए विस्तार से
क्या है नपुंसकता (इरेक्टाइल डिसफंक्शन)?
बदलता मौसम और नपुंसकता(seasonal change and erectile dysfunction) के बीच में संबंध जानने से पहले जानते हैं कि नपुंसकता क्या है। नपुंसकता यानी इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED), यह समस्या होने पर सेक्स के दौरान लिंग में उत्तेजना नहीं आती यानी इरेक्शन होने में समस्या होती है। अगर ऐसा होता है तो इससे पुरुषों में हीन भावना आ सकती है। इस रोग का सीधा प्रभाव सेक्स लाइफ के साथ-साथ रोजाना के जीवन पर भी पड़ता है। सेक्स के दौरान लिंग में इरेक्शन रहना आवश्यक है और इसके लिए लिंग में सही ब्लड सरक्यूलेशन(blood circulation) होना जरूरी है। लेकिन, अगर यह ब्लड सरक्यूलेशन(blood circulation) सही से नहीं हो पाता, तो लिंग में इरेक्शन मुश्किल होता है।
नपुंसकता की समस्या बहुत ही आम है और अधिकतर पुरुष जीवन में कभी न कभी इस समस्या का सामना करते ही हैं। लेकिन, फिर भी इसके बारे में किसी से बात करना या डॉक्टर से जांच कराने को अभी भी शर्म माना जाता है।
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अगर इसका सही समय पर इलाज कराया जाए तो यह समस्या जल्दी ठीक हो सकती है क्योंकि दवाइयों, हार्मोन थेरेपी से इसका इलाज संभव है। अगर यह समस्या बढ़ जाए तो लिंग प्रत्यारोपण भी करना पड़ सकता है। इस समस्या के कई कारण हैं जैसे डायबिटीज, तनाव, मोटापा, धूम्रपान आदि। जानिए क्या असर होता है मौसम के बदलाव का पुरुषों के लिंग पर जिससे नपुंसकता जैसी समस्या हो सकती है। बदलता मौसम और नपुंसकता(seasonal change and erectile dysfunction) दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं
बदलता मौसम और नपुंसकता(seasonal change and erectile dysfunction) में संबंध
बदलता मौसम और नपुंसकता(seasonal change and erectile dysfunction) के बारे में विशेषज्ञों के एक अनुमान के मुताबिक 40 से 70 की उम्र वाले आधे से ज़्यादा लोग कुछ हद तक नपुंसकता से पीड़ित रहते हैं। दरअसल, ऐसा कहा जाता है कि ठंड या सर्दी के मौसम में पुरुषों का लिंग जरूरत से अधिक सिकुड़ जाता है। इसे आप सर्दियों का फिजिकल रिएक्शन कह सकते हैं। इससे इरेक्शन में कमी हो जाती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक ठंडे मौसम में लिंग में ब्लड वेसल बंद हो जाते हैं। ऐसा भी अनुमान है कि जब मौसम सर्द हो जाता है तो पुरुष का लिंग 50% तक लम्बाई और 20% से 30% तक चौड़ाई में सिकुड़ सकता है। यानी, सर्दी का मौसम पुरुषों के सेक्शुअल स्वास्थ्य के लिए निराशा ले कर आता है।
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दरअसल, हमारा शरीर हीट और एनर्जी को संरक्षित करता है। इसलिए, ठंड में यह एनर्जी और हीट हमारे अंगों को ब्लड सरक्यूलेशन(blood circulation) को बनाए रखने में मदद करती है, खासतौर पर हमारे महत्वपूर्ण अंगों में। लेकिन, ठंड में शरीर के कुछ अंग जिनमें लिंग भी शामिल है उसमे खून का प्रवाह सही से नहीं हो पाता। यही नहीं, अंडकोष भी ठंड में पीछे हट जाते हैं और शरीर के बाकी हिस्सों के करीब हो जाते हैं, ताकि वे भी गर्म रह सकें। तो जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, आपके अंडकोष और लिंग सामान्य से छोटा होता जाएगा। सर्दियों में नपुंसकता(erectile dysfunction in winter) की संभावना बढ़ जाती है। यह कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन इसके बारे में आपको पता होना चाहिए। यह घटना मूल रूप से गर्मी के मौसम में लिंग की स्थिति से बिलकुल विपरीत है।
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ठंड में ऑर्गज्म
गर्म और कोजी रहना मनुष्य को ऑर्गज्म तक पहुंचने में मदद करता है। उसी तरह से जैसे गर्मी शरीर को आराम पहुंचाती है। इसलिए, ऐसा माना जाता है कि अगर किसी ने बेड में जुराबें पहनी हों तो उसे ऑर्गज्म तक पहुंचने में आसानी होती है। इसका मतलब यह है कि जब मौसम ठंडा होता है, तो आपका शरीर तनाव से पीड़ित हो सकता है और उसी ऑर्गज्म तक पहुंचने में मुश्किल होती है। ऐसा कहा भी जाता है कि ठंडा शावर लेने से इरेक्शन समाप्त हो सकता है और चरमसुख पाने में भी मुश्किल होती है।
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रिसर्च के दौरान से ये भी पाया गया है कि सर्दियां बढ़ते ही लिंग में सेंसेशन कम हो जाता है और यह जल्दी से रिस्पॉन्स नहीं कर पाता। एक्सपर्ट ये भी कहते हैं कि जो लोग सीजनल इफेक्टिव डिसऑर्डर(Seasonal affective disorder) यानी एसएडी से परेशान रहते हैं, उन्हें भी ठंड के मौसम के दौरान मूड डिसऑर्डर हो सकता है। यही कारण है कि सर्दियों के मौसम में पुरुष अधिक डिप्रेस महसूस करते हैं या पुरुषों को ऑर्गज्म में अधिक समय लग सकता है। यानी इसके पीछे केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक कारण भी हैं। यानी,सीजनल इफेक्टिव डिसऑर्डर(Seasonal affective disorder) के कारण आप सेक्स पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय इस बारे में सोचते हैं कि ठंड से कैसे बचे।
कैसे रखें सर्दियों में नपुंसकता(erectile dysfunction in winter) का ख्याल?
हालांकि, मौसम में बदलाव या सर्दियों में नपुंसकता(erectile dysfunction in winter) की यह समस्या स्थायी नहीं है और इसका उपचार भी अविश्वसनीय रूप से आसान हैं। आपको बस खुद को गर्म रखने और उत्तेजित होने लिए कुछ अतिरिक्त समय की योजना बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए आप इन चीजों से सर्दियों में भी अपना ख्याल रख सकते हैं और इस समस्या से बच सकते हैं।
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एटीओएम कॉक रिंग (ATOM cock ring))
यदि, आपको एक इरेक्शन प्राप्त करने में मुश्किल हो रही है, तो एटीओएम कॉक रिंग (ATOM cock ring) का प्रयोग करने में कोई बुराई नहीं है। जो रक्त प्रवाह को बढ़ाने और अच्छा इरेक्शन पाने में मदद कर सकता है। यह लिंग को उत्तेजित करने के लिए शक्तिशाली चिकित्सा तकनीक पर आधारित है। इससे शरीर गर्म होगा।
गर्मी का रखें ध्यान
बदलता मौसम और नपुंसकता(seasonal change and erectile dysfunction) को आप इस तरह से समझ सकते हैं कि सर्दियों में नपुंसकता(erectile dysfunction in winter) की समस्या बढ़ जाती है। लेकिन, इससे बचा भी जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि जैसे-जैसे लिंग के क्षेत्र का तापमान बढ़ता है, रक्त स्वतंत्र रूप से बहता है। इससे लिंग की सिकुड़न बंद होगी और लिंग वापस सामान्य हो जाएगा। इसके साथ ही एक और आसान तरीका है खुद को गर्म करने का अपने कमरे का सेंट्रल हीटिंग चालू करें या गर्म कंबल के नीचे इन पलों का मजा लें। सर्दियों में बाहर सेक्स करना भी अच्छा विचार नहीं है। यदि आप अपने लिंग के आकार के बारे में सचेत हैं, तो घर के अंदर रहना और घर के अंदर की गर्मी का मजा लेना ही अच्छा उपाय है।
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फोरप्ले
ठंड में मौसम में लिंग के आकर में परिवर्तन आने से आप मायूस हो सकते हैं और साथ ही शर्मिंदा महसूस कर सकते हैं। ऐसे में आप खुद को गर्म रखने के साथ ही फोरप्ले को अधिक समय दें। मूड में आने और उत्तेजित होने के लिए भी यह तरीका अच्छा है।
सेक्स के लिए जुराबें पहने
हीट संरक्षण के कारण, सर्दी के महीनों में हाथ और पैर ठंडे रहते हैं क्योंकि शरीर अपने सेंटर मास में रक्त खींचता है। ऐसे में, जुराबें पहनना यह सुनिश्चित करता है कि कम से कम कुछ बाहरी अंग अच्छे और आरामदायक रहें। एक अध्ययन के अनुसार अगर 80% कपल जिन्होंने बिस्तर पर मोजे पहने थे। उनमें से 50% कपल बिना मौजो वाले कपल की तुलना में ऑर्गज्म तक पहुंचे।
ED डिवाइस का उपयोग करें
इरेक्टाइल डिसफंक्शन डिवाइस लिंग में खून के प्रवाह होने में मदद करता है। यह सर्दी ही नहीं बल्कि साल के हर मौसम में एक अच्छा और लोकप्रिय विकल्प है। ED के लिए गिद्दी’स मेडिकल डिवाइस ( Giddy’s medical device) इरेक्शन को बनाये रखने में मदद करता है। इस डिवाइस को लिंग के बेस में पहना जाता है और सेक्स के दौरान या पहले प्रयोग किया जाता है। इससे मांसपेशियों में ब्लड सर्कुलेशन(blood circulation)अच्छे से होने में मदद मिलता है और जिससे इरेक्शन अच्छे से हो पाता है।
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लूज फिटिंग वाले बॉक्सर पहने
जब शरीर ठंडा होता है तो रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। जिससे लिंग रबड़ की तरह हो जाता है। जिससे सेक्स के दौरान असुविधा और दर्द का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आप लूज फिटिंग वाले बॉक्सर पहने ताकि आपका लिंग अनचाहे फ्रिक्शन और कांटेक्ट से बच सके। सर्दियों में नपुंसकता(erectile dysfunction in winter) की समस्या से बचने के यह आसान तरीका है।
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अगर आपको कोई भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या है फिर वो चाहे सेक्शुअल हो या मेन्टल स्वास्थ्य हो, इनमें सबसे जरूरी है अपने डॉक्टर से संपर्क करना और सही समय पर इलाज कराना। सेक्शुअल मामलों को लेकर खुलकर बात करनी चाहिए। क्योंकि, इन स्थितियों में शर्माने या किसी से बात न करने से सही समय पर इलाज नहीं हो पाता है जिससे समस्या और अधिक बढ़ सकती है। बदलता मौसम और नपुंसकता(seasonal change and erectile dysfunction) के साथ ही आपको इनसे जुडी अन्य चीजों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही मौसम के बदलने पर आप अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही यौन स्वास्थ्य और गुप्तांगों का भी खास ध्यान रखें, ताकि मौसम में बदलाव या ठंड का आपके स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव न पड़े।