मांसपेशियां को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए नियमित रूप से पुश अप्स एक्सरसाइज करना चाहिए। एक रिसर्च के अनुसार पुश अप्स करने से शोल्डर और आर्म्स स्ट्रॉन्ग होते हैं।
वजन होता है संतुलित:
अगर शरीर का वेट बैलेंस्ड बनायें रखना चाहते हैं या आप बढ़े हुए वजन से परेशान हैं, तो पुश अप्स के फायदे आपको मिल सकते हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार वजन संतुलित रहता है और बॉडी वेट कंट्रोल रहने की वजह से दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा भी दूर होता है।
कमर दर्द (लोअर बैक) की परेशानी होती है दूर:
एनसीबीआइ के अनुसार वयस्कों में कमर दर्द की समस्या तकरीबन 60 से 80 प्रतिशत बढ़ी है। ऐसा बदलते जीवनशैली की वजह से होता है। इसलिए कमर दर्द से पीड़ित लोगों के लिए या कमर दर्द की समस्या से खुद को सुरक्षित रखने के लिए पुश अप्स वर्कआउट बेहद कारगर माना गया है।
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कार्डिएक डिजीज में आती है कमी
एक स्टडी के मुताबिक पुश अप्स करने वाले पुरुषों में दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसलिए आपकी अपर बॉडी ही नहीं आपके दिल के लिए भी पुश अप्स जरूरी हो जाते हैं। इस तरह से दिल की बीमारियों से बचना पुश अप्स के फायदे में अव्वल है।
टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन बढ़ता है
पुश अप्स के फायदे पुरुषों के लिए सबसे ज्यादा है क्योंकि इससे टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन का स्तर बढ़ता है। यह पुरुषों के लिए बहुत लाभदायक होता है। इससे हड्डियां भी मजबूत होती हैं। आपको बता दें कि पुरुषों के दिल की सेहत के लिए यह बढ़िया वर्कआउट है।
मसल टोन और स्ट्रेंथ को बढ़ाता है
पुश अप्स मसल को टोन करने के साथ ही आपकी स्ट्रेंथ को भी बढ़ाते हैं। इसलिए पुश अप्स के फायदे से आपकी मसल्स भी फायदे में रहेंगी। इसे अगर विस्तार से जानना है, तो हमें पुश अप्स के प्रकारों को भी जानना होगा।
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पुश अप्स के कितने प्रकार हैं?
स्टैंडर्ड पुश अप्स (Standard pushup)
स्टैंडर्ड पुश अप्स वर्कआउट का सबसे आसान तरीका माना जाता है। इसे करने के लिए आपको प्लैंक की पुजिशन में आना होता है। इसके बाद नीचे की ओर यानी जमीन की ओर आएं और अपने सीने से जमीन को छुएं। दोबारा सामान्य पुजिशन में पहुंच जाएं। यह प्रक्रिया सेट के अनुसार दोहराएं। इस प्रकार के पुश अप्स के फायदे अनेक हैं।
वाइड ग्रिप पुश अप्स
पुश अप्स में स्टैंडर्ड पुश अप्स की अपेक्षा हाथों को कंधों की चौड़ाई से ज्यादा फैलाना पड़ता है। यह हाथों को मजबूती देता है।
क्लैपिंग पुश अप्स
पुश अप्स वर्कआउट की पुजिशन में आएं और अपने शरीर को नीचे की ओर लाएं। शरीर को पीछे की ओर धक्का दें। जिससे जमीन और सीने के बीच क्लैप की जगह बने। दोबारा अपनी पुजिशन में आ जाएं। इस पुश अप्स के फायदे कई हैं।
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इंक्लाइन पुश अप्स
बैंच की ओर मुंह करें और कंधों की चौड़ाई से ज्यादा हाथों को फैला लें। हाथों को बेंच के साइड में रखकर पुश अप (Push up) करें। इंक्लाइन पुश अप्स से सीने में प्रेशर पड़ता है।
डिक्लाइन पुश अप्स