ओमेगा-3 फैटी एसिड को डैमेज नर्व प्रॉब्लम के उपचार के लिए अच्छा माना जाता है। इसके लिए आप सलमोन फिश और अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं।
St.जॉन’स वोर्ट (St.John’s wort)
एक आयुर्वेदिक हर्ब को St.जॉन’स वोर्ट के नाम से जाना जाता है। यह सभी तरह की नर्व इंजरीज के उपचार में प्रभावी है। यही नहीं बर्निंग और शूटिंग पैन के साथ ही माइल्ड डिप्रेशन में भी इसे सहायक माना जाता है।
पेरीफेरल न्यूरोपैथी में आयुर्वेद: ओट सीड (Oat Seed)
लिंब में सुन्नता और कमजोरी को ओट्स सीड्स के नियमित प्रयोग से दूर किया जा सकता है। इस हर्ब में मिनरल्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं। यह एक सुरक्षित नेचुरल मेडिसिन है जिसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं।
पैशन फ्लावर (Passion Flower)
यह ऐंठन, मसल ट्विचिंग और बेचैनी को ठीक करने में उपयोगी है। इसके अलावा भी कुछ अन्य हर्ब्स और आयुर्वेदिक मेडिसिन्स हैं जो पेरीफेरल न्यूरोपैथी में लाभदायक साबित हो सकती हैं। अधिक जानकारी के लिए किसी एक्सपर्ट से संपर्क करें।
क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज को रिवर्स कैसे कर सकते हैं? तो खेलिए यह क्विज!
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यह तो थी पेरीफेरल न्यूरोपैथी में आयुर्वेद (Ayurveda in Peripheral neuropathy) के बारे में जानकारी। हालांकि कई समस्याओं जैसे पेरीफेरल न्यूरोपैथी (Peripheral neuropathy) , डायबिटिक फुट (Diabetic foot) आदि में आयुर्वेद और आयुर्वेदिक मेडिकेशन्स और सही देखभाल से राहत पाई जा सकती है। लेकिन, इन समस्याओं में केवल आयुर्वेदिक उपचार या मेडिकेशन से ही फायदा नहीं होता। इसके लिए आपका ब्लड ग्लूकोज की नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह का पालन करना जरूरी है। इसके साथ ही पेरीफेरल न्यूरोपैथी में आयुर्वेद (Ayurveda in Peripheral neuropathy) व आयुर्वेदिक उपचार के बारे में किसी एक्सपर्ट से पहले बात करें और उसके बाद ही सही इलाज कराएं।
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