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डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर : क्या हैं इसके फायदे और नुकसान, जानिए

डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर : क्या हैं इसके फायदे और नुकसान, जानिए

डायबिटीज पिछले कुछ सालों से एक बड़ी बीमारी बन के उभरी है। हर साल लाखों लोग इस समस्या का शिकार बनते हैं। इसके उपचारों में दवाईयां और इंसुलिन आदि शामिल हैं। लेकिन, सबसे जरूरी है रोगी के लिए अपने जीवन में बदलाव करना। ऐसा माना जाता है कि डायबिटीज में आयुर्वेदिक और हर्बल तरीके भी काम आते हैं। आज हम बात करने वाले हैं डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) के बारे में। आमतौर पर शंखपुष्पी को दिमाग (Brain) के लिए बेहतरीन माना जाता है। लेकिन, डायबिटीज में इसे लेना भी लाभदायक हो सकता है। आइए जानते हैं डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) के बारे में विस्तार से। सबसे पहले जान लेते हैं डायबिटीज के बारे में।

डायबिटीज (Diabetes) के बारे में जानें

अन्य देशों की तरह हमारे देश में भी डायबिटीज के मरीजों की संख्या ज्यादा है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज संभव नहीं है, हालांकि मरीज अपने खानपान और जीवनशैली में परिवर्तन कर के काफी हद तक इस समस्या को मैनेज कर सकता है। इस बीमारी में मरीज के खून में ब्लड ग्लूकोज (Blood Glucose) की मात्रा बढ़ जाती है। इसमें हमारा शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन को बना नहीं पाता है या उसे मैनेज नहीं कर पाता है। इंसुलिन एक हॉर्मोन है, जिसे हमारा शरीर बनाता है और यह हॉर्मोन ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने का काम करता है। डायबिटीज के कई प्रकार होते हैं जैसे टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes), टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes), और जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes)

डायबिटीज के मरीजों के लिए रोजाना व्यायाम करना, शारीरिक रूप से एक्टिव रहना भी बेहद जरूरी है। इसके साथ ही कुछ दवाईयां भी उनके काम आ सकती हैं। हालांकि, कुछ जड़ी-बूटियों यानी हर्ब्स के प्रयोग को भी इसमें लाभदायक माना जाता है। इन्हीं में से एक है शंखपुष्पी। डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) के फायदों के बारे में जानने से पहले शंखपुष्पी के बारे में थोड़ा जान लेते हैं।

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शंखपुष्पी (Shankhpushpi) क्या है?

शंखपुष्पी एक ऐसी जड़ी बूटी है, जिसे आयुर्वेद में एक जादू माना जाता है। यह हर्ब ऐसे जंगलों में पाई जाती है, जिसकी जमीन पथरीली होती है। इसे वैज्ञानिक नाम कॉन्वोल्वुलस प्लुरिकायुलिस (Convolvulus pluricaulis) से भी जाना जाता है। इसका पौधे के फूल तीन रंगों के होते है जैसे सफेद , नीला और लाल। लेकिन, केवल सफेद रंग के फूलों वाले पौधे का प्रयोग ही औषधि को बनाने के लिए किया जाता है। इसकी पत्तियों से तेज गंध आती है। इस पौधे की जड़, पत्तों, तने और फूलों का प्रयोग बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। इसके कई अन्य नाम भी हैं जैसे शंखिनी (Shankhini), कंबुमालिनी (Kambumalini), समखापुष्पी (Samkhapushp),संखफूली (Sankhaphuli) आदि। इस हर्ब का नाम शंखपुष्पी इसकी फूलों के कारण पड़ा है। क्योंकि इसके फूलों का आकार एक शंख की तरह होता है।

डायबिटीज में के साथ ही यह हर्ब कई अन्य समस्याओं को दूर करने में प्रभावी है जैसे याददाश्त बढ़ाने, मेंटल थकावट, स्ट्रेस, तनाव आदि। अब जानिए कि डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) किस तरह से लाभदायक है। यही नहीं इसके अन्य फायदों के बारे में जानना न भूलें।

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डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर किस तरह से है लाभदायक? (Benefits of Shankhpushpi Powder for Diabetes)

शंखपुष्पी को दिमाग के लिए अमृत माना जाता है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार कॉन्वोल्वुलस प्लुरिकायुलिस (Convolvulus pluricaulis) यानी शंखपुष्पी एक बारहमासी हर्ब है। जिसके फूल देखने में मॉर्निंग ग्लोरी जैसे फूल की तरह लगते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस हर्ब के सभी हिस्सों के कई चिकित्सीय लाभ हैं। इस प्लांट का प्रयोग कई बीमारियों में इंडियन और चायनीज दवाईयां बनाने में होता है। गंभीर खांसी, अनिद्रा, एंग्जायटी, मिर्गी आदि में इस हर्ब के औषधीय गुण बेहद काम आते हैं।

लेकिन, डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसा माना गया है कि डायबिटीज में इसका सेवन करने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहती है। डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) का प्रयोग सुबह शाम करने की सलाह दी जाती है। इसके बारे में किये गए अध्ययन भी यह बताते हैं कि इसका सेवन करने से ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ता नहीं है। यही नहीं ऐसा भी माना जाता है कि शंखपुष्पी को लेने से तनाव (Tension) और हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) से भी राहत मिलती है और यह दोनों डायबिटीज के मुख्य रिस्क फैक्टर्स हैं।

यानी, अगर किसी व्यक्ति को तनाव और हाय ब्लड प्रेशर की शिकायत है, तो उसे डायबिटीज की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन, जब इस हर्ब के सेवन से यह दोनों समस्याएं कंट्रोल में रहेंगी तो डायबिटीज को कंट्रोल में रखने में भी मदद मिल सकती है। यह तो थी डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर  (Shankhpushpi Powder for Diabetes) की जानकारी। अब जान लेते हैं इस हर्ब से संबंधित अन्य फायदों के बारे में।

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शंखपुष्पी के अन्य स्वास्थ्य लाभ क्या हैं? (Benefits of Shankhpushpi)

इसमें कोई संदेह नहीं कि डायबिटीज में शखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) लेना बेहद लाभदायक है। लेकिन इसके फायदे यहीं खत्म नहीं होते। बल्कि इस जड़ी-बूटी को अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी बेहद लाभदायक माना गया है। आइए जानें, किस तरह से लाभदायक है यह हर्ब?

 हायपरटेंशन (Hypertension) को रखे कंट्रोल में

डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर तो है ही ये हायपरटेंशन के इलाज में भी फायदेमंद है। हाय ब्लड प्रेशर एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है। जो हार्ट डिजीज और किडनी डिजीज आदि का कारण बन सकती है, जिनमें हार्ट फेलियर भी शामिल है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि शंखपुष्पी को अगर इस समस्या के उपचार के लिए लिया जाए, तो रोगी को इससे बहुत लाभ होता है।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (Autism Spectrum Disorder) में फायदेमंद

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर में रोगी के दिमाग का विकास नहीं हो पाता है। ऐसे में रोगी न तो किसी व्यक्ति से सही से बात कर पाता है न ही उसकी बात को कोई समझ पाता है। इसके लक्षण बचपन में ही नजर आने लगते हैं। यह एक डेवलपमेंट डिसऑर्डर है। लेकिन, ऐसा माना जाता है कि शंखपुष्पी इस डिसऑर्डर को दूर करने में लाभदायक है।

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सिरदर्द (Headache) को करें गायब

डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) के प्रयोग बारे में तो आप जान ही गए होंगे। ऐसा माना जाता है कि यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक समस्याओं को दूर करने में भी प्रभावी है। इससे तनाव, अनिद्रा, एंग्जायटी आदि समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही सिरदर्द में भी इसे लाभदायक माना गया है।

दिमागी स्वास्थ्य (Mental Health) को सुधारे

जैसा की पहले ही बताया गया है कि यह हर्ब दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद मानी गई है। इसके प्रयोग से दिमाग संबंधी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यह एक तरह से दिमाग पर रिजुविनेशन थेरिपी की तरह काम करती है। यादाश्त सही रखने, स्ट्रेस कम करने, एकाग्रता बढ़ाने और अन्य कई दिमागी कार्यों को करने से इस हर्ब के प्रयोग से लाभ होता है।

अल्जाइमर रोग (Alzheimer’s diseases)

शंखपुष्पी में याददाश्त बढ़ाने के गुण होते हैं जिससे न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग (Neurodegenerative Diseases) के उपचार में मदद मिलती है जैसे अल्जाइमर रोग (Alzheimer’s diseases)। इसके साथ ही यह हर्ब डेमेंशिया (Dementia) हायपरथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism) के उपचार में भी लाभदायक साबित हो सकती है।

अल्सर (Ulcer) की समस्या से राहत

शंखपुष्पी  कई तरह के अल्सर के उपचार में लाभदायक मानी जाती है, जो शरीर में म्यूकस सेक्रेशंस (Mucous Secretions) और ग्लायकोप्रोटीन (Glycoprotein) के कारण बनते है। ऐसा माना जाता है कि इसके प्रयोग से बोन मेरो और नर्व टिश्यूज की गुणवत्ता भी बढ़ सकती है। मूत्र संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी इसे प्रभावी माना गया है।

डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes)

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सुंदरता बढ़ाए (Beautiful Skin)

शंखपुष्पी का उपयोग स्किन लेयर्स के पोषण के लिए टॉनिक और फेब्रीफ्यूज (Febrifuge) के रूप में किया जाता है और सुंदरता को बढ़ाने में भी यह मददगार है। चेहरे पर झुर्रियां ड्राय स्किन, त्वचा को सही मॉइस्चराइज़ न करने और उम्र के बढ़ने पर होती है। इसलिए शंखपुष्पी के प्रयोग से चेहरे की झुर्रियां दूर होती है और त्वचा को पर्याप्त नमी भी मिलती है। यानी सुंदरता को बढ़ाने में भी कॉन्वोल्वुलस प्लुरिकायुलिस (Convolvulus pluricaulis) यानी शंखपुष्पी का प्रयोग किया जा सकता है।

कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol Level) को करे कम

शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल के कम होने से कई समस्याओं से बचा जा सकता है। शंखपुष्पी खून में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में सहायक है, जिसमे फास्फोलिपिड्स (Phospholipids), ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) और खास तरह के फैटी एसिड्स शामिल हैं, जो शरीर में पाए जाते हैं।

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सर्दी खांसी (Cold and Cough) हों दूर

मौसम के बदलने पर सर्दी, खांसी, बुखार और अस्थमा की समस्याएं बढ़ जाती हैं। इन स्थितियों में भी शंखपुष्पी को फायदेमंद माना गया है। ऐसा माना गया है कि इन समस्याओं को दूर करने में इसके पत्ते बेहद काम आते हैं।  इसके साथ ही एसिडिटी में भी इसे फायदेमंद माना जाता है।

बालों (Hair) के लिए फायदेमंद

चेहरे के साथ ही बालों को सुन्दर बनाने में भी इस हर्ब का इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि इस हर्ब के लेप को बना कर बालों में लगाने से बाल लंबे, घने और खूबसूरत बनते हैं। यही नहीं ऐसा माना जाता है कि इसके रस को पीने से बाल कम झड़ते हैं। शंखपुष्पी का प्रयोग बालों में अन्य हर्ब्स के साथ भी किया जा सकता है जैसे आंवला और भृंगराज आदि।

यह तो थे इस हर्ब के फायदों के बारे में पूरी जानकारी। अब आप जान ही गए होंगे कि डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) का प्रयोग कितना लाभदायक है और अन्य समस्याओं को दूर करने में भी यह जड़ी-बूटी कितनी फायदेमंद है। लेकिन, इसके प्रयोग से पहले इसके प्रयोग करने के तरीके और साइड इफेक्ट्स के बारे में जानना भी जरुरी है। जानिए इसके उपयोग के बारे में।

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डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर का उपयोग कैसे करना चाहिए?

डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) का उपयोग किया जा सकता है। इसके साथ ही अन्य परेशानियों की स्थिति में इसके पाउडर को दूध या पानी के साथ लिया जाता है। हालांकि यह बाजार में पाउडर के साथ ही सिरप के रूप में भी आसानी से उपलब्ध है। इसे सुबह और शाम को लेने की सलाह दी जाती है। इसे कितनी मात्रा में लेना है। इसके बारे में चिकित्सक या किसी विशेषज्ञ की राय लेना जरूरी है। डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर की अपनी मर्जी से अधिक डोज लेना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। जानिए क्या हैं इसके साइड इफेक्ट्स?

शंखपुष्पी के साइड इफेक्ट्स (Side-Effects of Shankhpushpi)

हर एक दवाई, हर्बल उत्पाद या सप्लीमेंट का कोई न कोई साइड इफेक्ट या नुकसान अवश्य होता है। ऐसा ही शंखपुष्पी के साथ भी है। डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर का यूज कर रहे हो या किसी अन्य कंडिशन में इससे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि हर व्यक्ति जो इसका सेवन करे उसे इससे कोई नुकसान या साइड इफेक्ट्स हों। लेकिन, इसकी सही मात्रा लेना बहुत जरूरी है जानिए क्या हो सकते हैं इसके साइड इफेक्ट्स?

  • अगर आप इसे सही मात्रा में नहीं लेंगे यानी इसका इस्तेमाल अधिक करेंगे। तो आपको पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जैसे पेट का ख़राब होना।
  • जिन लोगों का ब्लड प्रेशर लो रहता है, उन्हें भी इसे न लेने की सलाह दी जाती है। क्योंकि, इस हर्ब को ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है। ऐसे में अगर लो ब्लड प्रेशर (Low blood pressure) से पीड़ित लोग इसका सेवन करेंगे, तो उनकी कंडिशन बदतर हो सकती है।
  • गर्भावस्था की स्थिति में इस औषधि का सेवन केवल तभी करें। अगर डॉक्टर ने कहा हो। क्योंकि, इस स्थिति में इसका विपरीत प्रभाव भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में कोई भी रिस्क लेना आपके और आपके शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है। स्तनपान की स्थिति में भी कॉन्वोल्वुलस प्लुरिकायुलिस (Convolvulus pluricaulis) यानी शंखपुष्पी का सेवन तभी करना चाहिए। जब डॉक्टर ने सलाह दी हो।
  • इस हर्ब का स्वाद बहुत ही कड़वा होता ,है ऐसे में कुछ लोगों के लिए इसका सेवन करना मुश्किल हो सकता है।

अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं, एलर्जिक हैं या कोई खास दवाई ले रहे हैं, तो आपको डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) या किसी भी स्थिति में इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

और पढ़ें : Type 2 Diabetes: टाइप 2 डायबिटीज क्या है?

क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज को रिवर्स कैसे कर सकते हैं? तो खेलिए यह क्विज!

यह तो थी डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर (Shankhpushpi Powder for Diabetes) के बारे में पूरी जानकारी। इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक पारंपरिक हर्बल रेमेडी (Herbal Remedy) है, जिसके अनगिनत लाभ हैं। इसके लाभों और गुणों के बारे में भी आप अच्छे से जान गए होंगे। यह कई समस्याओं में आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है। लेकिन डायबिटीज में शंखपुष्पी पाउडर का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए। इसे लेने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी होना भी जरूरी है। अगर शंखपुष्पी का सेवन करने के बाद आपको कोई भी समस्या होती है या साइड इफेक्ट नजर आता है तो तुरंत इसे लेना बंद कर दें और डॉक्टर की सलाह लें।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

5 Health benefits of Shankhpushpi – Brain tonic herb.https://www.theayurveda.org/ayurveda/herbs/10-health-benefits-shankhpushpi/ Accessed on 3/8/21

Clinical efficacy of Shankhapushpi and a herbo-mineral compound in type-II diabetes. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3611639/.Accessed on 3/8/21

Shankhpushpi. https://www.alzdiscovery.org/uploads/cognitive_vitality_media/Shankhpushpi-Cognitive-Vitality-for-researchers.pdf.Accessed on 3/8/21

 Shankhpushpi. http://ejobios.org/download/authentication-of-shankhpushpi-by-rapd-markers.pdf.Accessed on 3/8/21

Nootropic, anxiolytic and CNS-depressant studies on different plant sources of shankhpushpi. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/21846173/.Accessed on 3/8/21

Current Version

23/12/2021

Nikhil deore द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

Updated by: Nikhil deore


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के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Nikhil deore द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/12/2021

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