कार्डिएक कैथेटेराइजेशन (Cardiac catheterization)
इस प्रोसीजर में कोरोनरी आर्टरीज में एक वायर को पास किया जाता है। इसके बाद आर्टरी में एक कंट्रास्ट एजेंट को इंजेक्ट किया जाता है। किसी खास आर्टरीज की अब्नॉर्मोलिटीज, ब्लॉकेज और तंग होनी की समस्या को एक्स-रेज के माध्यम से डिटेक्ट किया जा सकता है।
कार्डियक मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (Cardiac Magnetic resonance imaging)
इस टेस्ट से हार्ट मसल्स तक ब्लड फ्लो की मात्रा को डिटेक्ट किया जा सकता है।
कोरोनरी कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन (Coronary CT scan)
कोरोनरी CT स्कैन से हार्ट के ब्लड वेसल्स के अंदर कैल्शियम और प्लाक की मात्रा को जाना जा सकता है। यह तो थे एंजाइना पेक्टरिस (Angina Pectoris) के लिए कुछ टेस्ट्स। अब जान लेते हैं कि इसका उपचार कैसे संभव है?
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एंजाइना पेक्टरिस का उपचार कैसे किया जा सकता है? (Treatment of Angina Pectoris)
डॉक्टर उन हार्ट कंडिशंस का उपचार करेंगे, जिससे रोगी को एंजाइना से राहत मिल सके। रोगी को कोरोनरी एंजियोप्लास्टी (Coronary angioplasty) और स्टेंटिंग (Stenting) या कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफ्टिंग (Coronary artery bypass grafting) सर्जरी की जरूरत हो सकती है। ताकि, हार्ट तक ब्लड फ्लो इम्प्रूव हो सके। कई लोगों को केवल दवाईयों से ही इस समस्या से राहत मिल जाती है। इस समस्या का उपचार रोगी के लक्षणों और टेस्टिंग के परिणामों पर निर्भर करता है। ट्रीटमेंट के साथ भी कुछ लोगों को एंजाइना की समस्या हो सकती है। आपके डॉक्टर जब आपको दर्द हो, आपके ब्लड वेसल्स को खोलने के लिए भी कुछ दवाइयों की सलाह दे सकते हैं। नाइट्रोग्लिसरीन ड्रग्स (Nitroglycerin drugs) सबसे सामान्य एंजाइना मेडिकेशन है। इसकी अन्य दवाईयां इस प्रकार हैं:
यह तो थी एंजाइना पेक्टरिस (Angina Pectoris) के उपचारों के बारे में जानकारी। एंजाइना का कारण बनने वाली यह कंडिशंस से बचाव संभव है। इससे बचाव कैसे किया जा सकता है, जानिए।