backup og meta

Blood pressure and Heart attack: हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर कहीं किसी और गंभीर बीमारी का ना बन जाए कारण!

Blood pressure and Heart attack: हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर कहीं किसी और गंभीर बीमारी का ना बन जाए कारण!

दिल से जुड़ी कई बीमारियों के बारे में आपने पढ़ा होगा, लेकिन क्या आपको ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक (Blood pressure and Heart attack) के बीच के संबंध के बारे सही जानकारी मालूम है? वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organization) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार भारत में 13 करोड़ 90 लाख लोग अनियंत्रित हाय ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित हैं। बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ा देता है। क्या हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर (Blood Pressure during Heart attack) बढ़ जाता है? या ब्लड प्रेशर लेवल में कोई बदलाव आता है? आज इसी टॉपिक पर इस आर्टिकल में रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार आपके साथ महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर करेंगे।

और पढ़ें : हार्ट अटैक के बाद डायट का रखें खास ख्याल! जानें क्या खाएं और क्या न खाएं

हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर से जुड़ी जानकारियों के बारे में समझें, लेकिन ब्लड प्रेशर लेवल कितना होना चाहिए, इससे शुरुआत करते हैं।

ब्लड प्रेशर लेवल (Blood Pressure Level)

  • 90/60mmHg या इससे कम- अगर किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 90/60mmHg या इससे कम रहता है, तो इसका अर्थ है लो ब्लड प्रेशर की समस्या। हालांकि लो ब्लड प्रेशर से कोई परेशानी तो नहीं होती है, लेकिन बीपी कम (Low Blood Pressure) होने की स्थिति में आप बेहोश हो सकते हैं या आपको चक्कर आ सकता है। ज्यादा दिनों तक ऐसी परेशानी किसी अन्य हेल्थ कंडिशन की स्थिति पैदा कर सकती है।
  • 90/60mmHg से 120/80mmHg- यह नॉर्मल ब्लड प्रेशर माना जाता है। जिन लोगों का ब्लड प्रेशर 90/60mmHg से 120/80mmHg के बीच रहता है, तो उनमें हार्ट डिजीज (Heart Disease) और स्ट्रोक (Stroke) का खतरा कम रहता है। ऐसे में हेल्दी लाइफ स्टाइल मेंटेन करने से ब्लड प्रेशर को नॉर्मल बनाये रखने में मदद मिल सकती है।
  • 120/80mmHg से 140/90mmHg- ब्लड प्रेशर अगर 120/80mmHg से 140/90mmHg के बीच रहे, तो ऐसी स्थिति प्री-हाय ब्लड प्रेशर pre-high blood pressure कहलाती है। ऐसी स्थिति भविष्य में हाय ब्लड प्रेशर की संभावनाओं को बढ़ाने का काम करती है। प्री-हाय ब्लड प्रेशर से नॉर्मल ब्लड प्रेशर के लिए हेल्दी लाइफ स्टाइल मेंटेन करना बेहद जरूरी माना जाता है।
  • 140/90mmHg या इससे ज्यादा- ब्लड प्रेशर अगर 140/90mmHg या इससे ज्यादा बढ़ने लगे तो इसे हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) यानी हायपरटेंशन (Hypertension) कहा जाता है। ऐसी स्थिति सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम की ओर इशारा करती है। डॉक्टर्स बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नॉर्मल करने के लिए दवा प्रिस्क्राइब कर सकते हैं और आपको विशेष ध्यान रखने की सलाह भी देते हैं।
  • 180/90mmHg या इससे ज्यादा- ब्लड प्रेशर का 180/90mmHg से ज्यादा होने की स्थिति अत्यधिक गंभीर मानी जाती है। ऐसी स्थिति पेशेंट के लिए एमरजेंसी भी हो सकती है।

ये हुई ब्लड प्रेशर लेवल से जुड़ी जानकारी। अब हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर (Blood Pressure during Heart attack) के बारे में समझते हैं।

और पढ़ें : हाय कोलेस्ट्रॉल के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना चाहते हैं, तो इन 8 बातों का रखें विशेष ध्यान!

हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर (Blood Pressure during Heart attack)

हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर (Blood Pressure during Heart attack)

सर्कुलेटरी सिस्टम (Circulatory system) के ब्लड फ्लो का प्रेशर ब्लड प्रेशर पर ही निर्भर करता है। अगर किसी भी कारण से ब्लड फ्लो रुकता है या ब्लॉक होता है, तो ऑक्सिजन की कमी होने लगती है। ऑक्सिजन की कमी हार्ट अटैक की संभावनाओं को बढ़ाने का काम करती है। वहीं रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर (Blood Pressure during Heart attack) नॉर्मल, हाय या लो हो सकता है। दरसल हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर बॉडी किस तरह से रिस्पॉन्ड करती है, उसके अनुसार ब्लड प्रेशर लेवल में भी बदलाव देखा जा सकता है।

हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर: बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर (Increase in blood pressure)

हार्ट अटैक के दौरान ब्लड प्रेशर बढ़ने के पीछे हॉर्मोन्स जैसे एड्रेनालाईन (Adrenaline) लेवल के बढ़ने की वजह से हो सकता है। ऐसी स्थिति में हार्ट बीट सामान्य से ज्यादा तेज होने लगता है और यह खतरनाक भी माना जाता है।

हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर: लो ब्लड प्रेशर (Low in blood pressure)

हार्ट अटैक के दौरान मसल्स डैमेज या कमजोर होने की स्थिति में ब्लड प्रेशर लो (Blood Pressure Low) होने की संभावना बढ़ जाती है। हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर लो होने की स्थिति में पेशेंट तेज चेस्ट पेन (Chest pain) महसूस कर सकते हैं।

और पढ़ें : Acute Decompensated Heart Failure: जानिए एक्यूट डीकंपनसेटेड हार्ट फेलियर के लक्षण, कारण और इलाज!

हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर (Blood Pressure during Heart attack): क्या हो सकती है तकलीफ?

अगर कोई व्यक्ति हाय ब्लड प्रेशर यानी हायपरटेंशन की समस्या से पीड़ित है, लेकिन प्रॉपर चेकअप और प्रिकॉशन के अभाव में हार्ट अटैक की संभावना बढ़ सकती है। हाय ब्लड प्रेशर की समस्या फैट (Fat), कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) या अन्य समस्याओं की वजह से हो सकती है। रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार हाय ब्लड प्रेशर कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन अगर लापरवाही गंभीर शारीरिक परेशानी को भी पैदा कर सकती है। इसलिए ब्लड प्रेशर को नॉर्मल बनाये रखना जरूरी है। हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर हाय होने की स्थिति में पेशेंट की परेशानियों को बढ़ा सकती है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार हाय ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट अटैक (Heart attack) और स्ट्रोक (Stroke) की स्थिति पैदा हो सकती है।

और पढ़ें : हाय ब्लड प्रेशर के कारण हो सकती है ये हेल्थ कंडीशन, इन बातों का रखें ध्यान

ब्लड प्रेशर एवं हार्ट अटैक के लक्षणों को कैसे समझें? (Symptoms of Blood Pressure and Heart attack)

लो ब्लड प्रेशर के लक्षण (Symptoms of Low Blood Pressure)

  • हल्का सिरदर्द (Lightheadedness) महसूस होना।
  • चक्कर (Dizziness) आना।
  • धुंधला दिखाई (Blurred vision) देना।
  • कमजोरी महसूस (Weak) करना।
  • कन्फ्यूज (Confusion) रहना।
  • बेहोश (Fainting) होना।

ऐसे लक्षण लो ब्लड प्रेशर की ओर इशारा करते हैं।

हाय ब्लड प्रेशर के लक्षण (Symptoms of High Blood Pressure)

  • तेज सिरदर्द (Headaches) होना।
  • नाक से खून (Nosebleed) आना।
  • थकान या भ्रम (Fatigue or confusion) में रहना।
  • दिखाई देने में समस्या (Vision problems) होना।
  • सीने में दर्द (Chest pain) महसूस होना।
  • सांस लेने में परेशानी (Difficulty breathing) महसूस होना।
  • अनियमित हार्ट बीट (Irregular heartbeat) होना।
  • यूरिन से ब्लड (Blood) आना।

ये लक्षण हाय ब्लड प्रेशर की लक्षण हो सकते हैं।

हार्ट अटैक के लक्षण (Symptoms of Heart attack)

  • सीने में दर्द (Chest pain) महसूस होना।
  • शरीर के ऊपरी हिस्से में परेशानी (Discomfort) महसूस होना।
  • सांस लेने में परेशानी (Shortness of breath) होना।
  • अत्यधिक पसीना (Sweating) आना।
  • जी मिचलाने (Nausea) की परेशानी होना।
  • हल्का सिरदर्द (Lightheadedness) होना।
  • एंग्जाइटी (Anxiety) होना।
  • पैरों में सूजन (Swelling in the legs) होना।

ऐसे लक्षण हार्ट अटैक की ओर इशारा करते हैं।

नोट: लो ब्लड प्रेशर, हाय ब्लड प्रेशर या हार्ट डिजीज की तकलीफों को नजरअंदाज ना करें। ऐसा करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (Asian Institute of Medical Sciences) में पब्लिश्ड रिपोर्ट में डॉ. ऋषि गुप्ता के अनुसार “भारत में 30 लाख लोग हार्ट अटैक की समस्या से पीड़ित हैं। 15 लाख लोगों की मौत प्रत्येक वर्ष हार्ट अटैक से होती है। वहीं 15 प्रतिशत लोगों की मौत हॉस्पिटल पहुंचने के दौरान हो जाती है। हार्ट अटैक का मुख्य कारण हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), बढ़ता वजन (Obesity) एवं डायबिटीज (Diabetes) के कारणों से होता है।”

रिसर्च रिपोर्ट्स एवं हार्ट स्पेशियलिस्ट के अनुसार हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर (Blood Pressure during Heart attack) नॉर्मल या हाय हो सकता है, लेकिन अगर आप हाय ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।

और पढ़ें : जब ना खुले ‘हाय ब्लड प्रेशर’ का ताला, तो आयुर्वेद की चाबी दिखाएगी अपना जादू

हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर: डॉक्टर से कंसल्ट करना कब है जरूरी?

निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से जल्द से जल्द कंसल्ट करें। जैसे:

  1. दोनों आर्म्स (Arms) में दर्द होना।
  2. पीठ (Back,) गर्दन (Neck), जबड़ा (Jaw) या पेट (Stomach) में दर्द होना।
  3. सांस लेने में परेशानी (Breathlessness) होना।
  4. अत्यधिक पसीना (Sweating) आना।
  5. हमेशा हल्का सिरदर्द (Lightheadedness) महसूस होना।
  6. जी मिचलना (Nausea)।

इन ऊपर बताई शारीरिक तकलीफों को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से संपर्क करें।

और पढ़ें : Heart Palpitations: कुछ मिनट या कुछ सेकेंड के हार्ट पल्पिटेशन को ना करें इग्नोर!

हाय ब्लड प्रेशर एवं हार्ट अटैक की तकलीफों से कैसे रहें दूर?

हाय ब्लड प्रेशर एवं हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों से बचने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो करें। जैसे:

  1. फिजिकल एक्टिविटी (Physically activity) करें।
  2. नियमित एक्सरसाइज (Workout), योग (Yoga) या टहलें (Walk)।
  3. शरीर का वजन (Body weight) संतुलित बनाये रखें।
  4. हेल्दी डायट फॉलो (Healthy diet) करें और डाइट में हेल्दी फैट (Healthy fat) शामिल करें।
  5. प्रोसेस्ड फूड (Processed food) का सेवन ना करें।
  6. स्मोकिंग (Smoking) ना करें।
  7. एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन ना करें।
  8. तनाव (Tension) से बचें
  9. नियमित 7 से 8 घंटे की नींद (Sleep) लें।

इन टिप्स को फॉलो कर ब्लड प्रेशर को नॉर्मल बनाये रखने में मदद मिल सकती है और हार्ट को हेल्दी भी रखा जा सकता है।

और पढ़ें : Diuretics in Cardiomyopathy: कार्डियोपैथी में डाइयुरेटिक्स के फायदे तो हैं, लेकिन इसके सीरियस साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं!

स्वस्थ्य रहने के लिए अपने दिनचर्या में योगासन शामिल करें। नीचे दिए इस वीडियो लिंक को क्लिक कर योगा एक्सपर्ट से समझिये योग करने का सही तरीका और उनके फायदे।

अगर आप हाय ब्लड प्रेशर या हार्ट डिजीज की समस्या से पीड़ित हैं, तो इन ऊपर बताये उपायों को फॉलो कर सकते हैं। वहीं बढ़े हुए ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर लापरवाही ना बरतें। आपकी छोटी सी लापरवाही आपको गंभीर बीमारियों का शिकार भी बना सकती हैं। इसलिए डॉक्टर से समय-समय पर कंसल्ट करें, वॉक (Walk) करें, योग (Yoga) करें और पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन करें और हेल्दी लाइफ स्टाइल (Healthy lifestyle) फॉलो करें। अगर आप हार्ट अटैक में ब्लड प्रेशर (Blood Pressure during Heart attack) की समस्या से जुड़े किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे।

[embed-health-tool-heart-rate]

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Health Threats From High Blood Pressure/https://www.heart.org/en/health-topics/high-blood-pressure/health-threats-from-high-blood-pressure/Accessed on 09/03/2022

Heart attack/https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/heart-attack/symptoms-causes/syc-20373106/Accessed on 09/03/2022

High Blood Pressure–Understanding the Silent Killer/https://www.fda.gov/drugs/special-features/high-blood-pressure-understanding-silent-killer/Accessed on 09/03/2022

High Blood Pressure Symptoms and Causes/https://www.cdc.gov/bloodpressure/about.htm/Accessed on 09/03/2022

CARDIOVASCULAR/https://dphhs.mt.gov/publichealth/cardiovascular/Accessed on 09/03/2022

Current Version

10/03/2022

Nidhi Sinha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Nidhi Sinha


संबंधित पोस्ट

Diagnosing Heart Failure : हार्ट फेलियर को डायग्नोज कैसे किया जाता है, जानिए यहां!

रेसिंग हार्ट (Racing Heart) से कहीं उड़ न जाए आपकी रातों की नींद, जानें दिल की धड़कन की इस समस्या का कारण और निवारण


के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/03/2022

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement