बच्चों की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है। इसलिए, उन्हें त्वचा संबंधी समस्याएं होने की संभावनाएं अधिक रहती है। इन्हीं समस्याओं में से एक है रिंगवर्म। रिंगवर्म एक तरह का फंगल स्किन इंफेक्शन है, जो कवक के कारण होता है। कवक मायक्रोस्कॉपिक प्लांट का जैसा ऑर्गनिज्म होता है, जो नमी भरे और गर्म वातावरण में पनपता है। रिंगवर्म को टिनीया (Tinea) और दाद के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) के बारे में विस्तार से। सबसे पहले बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) के प्रकार और लक्षणों के बारे में जान लेते हैं।
बच्चों में रिंगवर्म के प्रकार और लक्षण क्या हैं? (Symptoms and types of Ringworm in Children)
बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) स्किन रैश की तरह दिखाई देता है, जिसमें सामान्य त्वचा पर रिंग जैसा निशान बनता है। रिंगवर्म इंफेक्शन एक्चुअल वर्म (Worm) के कारण नहीं होता है। यह त्वचा, बाल या नेलबेड्स पर कवक के कारण होता है, जिन्हें डर्मेटोफाइट्स (Dermatophytes) कहा जाता है। बच्चों में रिंगवर्म्स के कई प्रकार हो सकते हैं। इसके प्रकार के अनुसार इनमें अलग-अलग लक्षण भी नजर आ सकते हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से हैं यह प्रकार और क्या हैं इनके लक्षण?
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एथलिट’स फुट (Athlete’s foot)
एथलिट’स फुट की परेशानी अधिकतर टीनएज लड़कों और पुरुषों में नजर आती है। युवावस्था से पहले यह बीमारी बच्चों को प्रभावित नहीं करती है। अधिक पसीना आना, स्विमिंग या नहाने के बाद अपने पैर को सही से न सुखाना, टाइट जुराबें और जूते पहनना और गर्म मौसम इस समस्या का कारण बन सकते है। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
- पैर की उंगलियों के बीच की त्वचा का सफेद होना (Whitening of Skin)
- पैरों में स्केलिंग (Scaling of the feet)
- पैर में खुजलीभरे रैशेज (Itchy rash on the feet)
- पैरों पर ब्लिस्टर (Blisters on feet)
जॉक इच (Jock itch)
बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) का यह प्रकार भी पुरुषों में यानी मेल्स में अधिक सामान्य है। यह स्किन डिजीज अधिकतर गर्म मौसम में सामान्य होती है। फीमेल्स में यह रोग दुर्लभ हैं और इसके लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- ग्रोइन एरिया में लाल, रिंग की तरह पैचेज (Red, ring-like patches)
- ग्रोइन एरिया में खुजली (Itching in groin area)
- ग्रोइन एरिया में दर्द (Pain in groin area)
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स्कैल्प रिंगवर्म (Scalp ringworm)
बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) के अगले प्रकार को स्कैल्प रिंगवर्म के नाम से जाना जाता है। यह बेहद संक्रामक रोग है खासतौर पर बच्चों में। यह रोग अधिकतर दो से दस साल के बच्चों में अधिक देखा जा सकता है। इसके लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- स्कैल्प पर लाल और स्केली रैश (Red, scaly rash on scalp)
- स्कैल्प में खुजली (Itchy scalp)
- स्कैल्प पर बालों का कम होना (Hair loss on scalp)
- शरीर में कहीं भी रैशेज होना (Rash elsewhere on body)
स्कैल्प के रिंगवर्म के बदतर मामलों में यह रोग केरियोन (Kerion) में विकसित हो सकता है। इसमें स्कैल्प पर थिक और पस युक्त एरिया बन जाता है। इसके कारण बुखार भी हो सकता है। यह समस्या बेहद गंभीर हो सकती है।
नेल इंफेक्शन (Nail infections)
बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) में नेल इंफेक्शन के कारण नाख़ून थिक हो जाते हैं और उनकी आकृति बदल सकती है। उंगलियों के नाखूनों की तुलना में यह समस्या अंगूठों के नाखूनों को अधिक प्रभावित करती है। लेकिन, छोटे बच्चों में इस समस्या का जोखिम कम होता है जबकि युवाओं में यह अधिक रहता है। इसके लक्षणों में नाखूनों का आकार ख़राब होना, नाखूनों का पीला होना या नाखूनों के एंड्स का थिक होना शामिल है।
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बॉडी रिंगवर्म (Body ringworm)
यह स्किन इंफेक्शन एक रिंग की तरह का रैश होता है, जो शरीर या चेहरे पर कहीं भी नजर आ सकता है। यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती हैं लेकिन बच्चों में अधिक सामान्य है। गर्म मौसम में भी इसकी संभावना बढ़ सकती है। बॉडी रिंगवर्म के लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- लाल, रिंग जैसे रैशेस (Red, ring-like rash)
- प्रभावित स्थान पर खुजली होना (Itching of affected area)
बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) किसी अन्य स्किन प्रॉब्लम की तरह भी नजर आ सकती है। इसलिए, इसके निदान और सही उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है। जानिए, किन बच्चों को यह रोग होने की संभावना अधिक रहती है?
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किन बच्चों में रिंगवर्म की संभावना अधिक रहती है?
मेडलाइनप्लस (MedlinePlus) के अनुसार रिगवर्म एक व्यक्ति से दूसरे तक फैल सकती है। अगर किसी व्यक्ति को यह इंफेक्शन है तो यह उसके संपर्क में आने वाले अन्य लोगों तक पास हो सकता है। रिंगवर्म की समस्या किसी भी बच्चे को हो सकती है। लेकिन, कुछ परिस्थितियों में यह बीमारी होने की संभावना अधिक रहती है। यह परिस्थितियां इस प्रकार हैं:
- अगर बच्चे बाथरूम या लॉकर रूम्स को अन्य लोगों या बच्चों के साथ शेयर करते हों।
- बच्चे कांटेक्ट स्पोर्ट्स खेलते हों जैसे रेसलिंग।
- गर्म मौसम में रहते हों।
- किसी ऐसे बच्चे या पालतू जानवर के संपर्क में आना, जिसे रिंगवर्म की समस्या हो।
- किसी बीमारी या दवा को लेने की वजह से इम्यून सिस्टम का कमजोर होना।
- पुअर हायजीन
- अगर बच्चा कुपोषित हो।
इनके अलावा भी इसके अन्य कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में कोई भी लक्षण नजर आने पर डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है। जानिए बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) का निदान कैसे संभव है?
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बच्चों में रिंगवर्म का निदान कैसे किया जा सकता है? (Diagnosis of Ringworm in Children)
बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) का निदान उनकी हेल्थ हिस्ट्री और आपके बच्चे की शारीरिक जांच पर निर्भर करती है। रिंगवर्म रैश यूनिक होते हैं। ऐसे में शारीरिक जांच से इस बीमारी का निदान बहुत आसान हो जाता है। इसके साथ ही डॉक्टर निदान को कंफर्म करने के लिए रैश के कल्चर या स्किन स्क्रैपिंग (Skin scrapping) की जाँच करने की सलाह भी दे सकते हैं। अब जानिए बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) का उपचार किस तरह से किया जाता है?
बच्चों में रिंगवर्म का उपचार कैसे संभव है? (Treatment of Ringworm in Children)
कवक त्वचा पर अनिश्चित काल तक जीवित रह सकता है, इसलिए दाद के फिर से होने की संभावना भी रहती है। इसका उपचार लक्षणों, बच्चे की उम्र और जनरल हेल्थ पर निर्भर करती है। इसका उपचार इस बात पर भी डिपेंड करता है कि रोगी की कंडिशन कितनी गंभीर है। बच्चों में स्कैल्प रिंगवर्म का उपचार इस प्रकार हो सकता है:
- एंटीफंगल मेडिसिन (Antifungal medicine) जिसे चार से आठ हफ़्तों तक लेने की सलाह दी जाती है। कुछ बच्चों को इससे भी अधिक समय तक इन दवाईयों को लेना पड़ सकता है।
इसके साथ ही फंगस से छुटकारा पाने के लिए खास शैम्पू के इस्तेमाल की सलाह भी दी जा सकती है।
- अगर आपके बच्चे को केरियोन (Kerion), फोड़ा (Abscess) या बैक्टीरियल इंफेक्शन है, तो डॉक्टर अतिरिक्त दवाईयों को दे सकते हैं। ताकि, सूजन को कम करने में मदद मिल सके। इन दवाईयों में स्टेरॉइड्स भी शामिल है।
- शरीर, ग्रोइन और पैरों में रिंगवर्म के उपचार के लिए एंटीफंगल क्रीम (Antifungal) या पिल्स की सलाह भी दी जा सकती है। इस ट्रीटमेंट की अवधि रिंगवर्म की लोकेशन पर निर्भर करती है। नाखूनों के रिंगवर्म का उपचार करना मुश्किल हो सकता है।
- इसके उपचार के लिए एंटीफंगल दवाइयों को दिया जा सकता है।
- रिंगवर्म को मैनेज करने के लिए गुड हैंड वॉशिंग जरूरी हैं। ऐसे में अपने बच्चे को समय-समय पर हाथों को धोने को कहें। अब जानते हैं कि बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) की समस्या से कैसे बचा जा सकता है?
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बच्चों को रिंगवर्म से कैसे बचाएं? (Prevention of Ringworm in Children)
रिंगवर्म को अक्सर रोका जा सकता है। इससे बचने के लिए आपको कुछ खास चीजों का ध्यान रखने की जरूरत होती है। इसके साथ ही आप बच्चों को भी इनके बारे में जानकारी दें। इससे बचने के लिए इन चीजों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है:
- बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) की समस्या न हो, इससे बचने के लिए त्वचा को साफ और सूखी रखना बेहद जरूरी है। खासतौर पर नहाने, तैरने या कोई भी पसीना आने वाली एक्टिविटी करने के बाद।
- अपनी चीजों को अन्य लोगों के साथ शेयर करने से बचें जैसे तौलिया, कपडे, कंघी, हैट्स आदि।
- अधिक टाइट कपड़ों को पहनने से बचना चाहिए और रोजाना कपडों को बदलना चाहिए।
- किसी भी ऐसे व्यक्ति या जानवर से संपर्क में आने से बचें, जिन्हें यह समस्या है।
- पालतू जानवरों के साथ खेलने के बाद साबुन और पानी से हाथों को अच्छे से साफ करें।
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यह तो थी बच्चों में रिंगवर्म (Ringworm in Children) के बारे में जानकारी। रिंगवर्म के माइल्ड मामलों में यह समस्या दो से चार हफ्तों से ठीक हो जाती है, लेकिन अगर यह इंफेक्शन अधिक गंभीर है, तो इसका उपचार तीन महीनों तक चल सकता है। अधिकतर मामलों में यह समस्या गंभीर नहीं होती है। लेकिन, अगर आपको अपने बच्चे में इस समस्या का कोई भी लक्षण नजर आता है, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना और उपचार कराना अनिवार्य है। अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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