जैसा की आप जानते ही होंगे कि नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर होती है। ऐसे में, उन्हें बीमारियों से बचाने और उनकी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए उनकी वैक्सीनेशन कराना बेहद जरूरी है। कई वैक्सीनेशन्स का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। इन्हीं में से एक वैक्सीन है हेक्साकसिम वैक्सीन (Hexaxim vaccine)। हालांकि, यह वैक्सीन बच्चों को कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने में प्रभावी है। लेकिन, इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। आज हम बात करने वाले हैं हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) के बारे में। लेकिन, हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) के बारे में जानने से पहले इस वैक्सीन के बारे में थोड़ा जान लेते हैं।
हेक्साकसिम वैक्सीन क्या है? (Hexaxim vaccine)
हेक्साकसिम वैक्सीन (Hexaxim vaccine) वो वैक्सीन है जो नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों की कई बीमारियों से सुरक्षा करती हैं जैसे डिप्थीरिया (Diphtheria), हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी इंफेक्शन (Haemophilus influenzae type B infection), टिटेनस (Tetanus), पोलियो (Polio) और काली खांसी (Pertussis) आदि। यह वैक्सीन हल्के संक्रमण की शुरुआत करके ऊपर बताई कई बीमारियों के अगेंस्ट इम्युनिटी विकसित करने में मदद करती है। इस वैक्सीन को छे सप्ताह या इससे अधिक उम्र के बच्चों को इंजेक्शन के माध्यम से देने की सलाह दी जाती है।
इसे आमतौर पर 6, 10, और 14 हफ़्तों में तीन डोज दी जाती है। इसके बाद बच्ची के दूसरे साल में इसकी बूस्टर डोज दी जाती है। अगर बच्चे को इसकी सभी खुराकें नहीं मिलती हैं, तो वो इस वायरस से पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो पाता है। इसलिए, बच्चे को यह सभी खुराकें देने जरुरी हैं। हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) आमतौर पर गंभीर नहीं होते हैं। लेकिन, इनके बारे में जानकारी होना जरूरी है। लेकिन पहले जान लेते हैं इसके फायदों के बारे में।
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हेक्साकसिम वैक्सीन के फायदे क्या हैं? (Benefits of Hexaxim vaccine)
हेक्साकसिम वैक्सीन (Hexaxim vaccine) सात वैक्सीन का कॉम्बिनेशन है। यह वैक्सीन एक माइल्ड इंफेक्शन की शुरुआत करके इम्युनिटी को डेवेलप करने में मदद करती है। इस प्रकार का संक्रमण बीमारी का कारण नहीं बनता है। लेकिन, भविष्य में होने वाले किसी भी संक्रमण से बचाने के लिए एंटीबॉडी (प्रोटीन) का उत्पादन करने के लिए शरीर की इम्यून सिस्टम (Immune System) को स्टिमुलेट करता है। हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) से पहले यह जान लें कि यह किस तरह से बच्चे के लिए लाभदायक हो सकती है। जानिए, क्या हैं इस वैक्सीन के फायदे?
डिप्थीरिया (Diphtheria)
डिप्थीरिया (Diphtheria) एक बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial Infection) है, जिसके कारण गले में दर्द और सूजन हो सकती है। इससे सांस लेने में भी समस्या होती है। यही नहीं, यह रोग हार्ट, किडनी और नर्वज को भी डैमेज कर सकता है। इस समस्या से बचने के लिए डॉक्टर इस वैक्सीन की सलाह दे सकते हैं। लेकिन, इस वैक्सीन को लेने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी ले लें।
हिमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी इंफेक्शन (Haemophilus influenzae type B infection)
हिमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी इंफेक्शन भी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है, खासतौर पर बच्चों में। यह बीमारी खासतौर पर इंफेक्टेड ड्रॉप्लेट्स के माध्यम से फैलती है। इस स्थिति में भी हेक्साकसिम वैक्सीन (Hexaxim vaccine) की सलाह दी जाती है। लेकिन, इसे बच्चों को देने से पहले हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) के बारे में अवश्य जान लें।
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काली खांसी (Pertussis)
काली खांसी एयरवेज में होने वाला इंफेक्शन है, जो किसी भी उम्र में हो सकता है। किंतु, नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों को यह अधिक प्रभावित करता है। यह एक गंभीर समस्या है। काली खांसी से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए यह वैक्सीन देना जरुरी है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
टिटनेस (Tetanus)
टिटनेस एक गंभीर बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जो नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। हेक्साकसिम वैक्सीन (Hexaxim vaccine) को इस स्थिति में भी प्रभावित माना जाता है। यह वैक्सीन टिटनेस इन्फेक्शन से लड़ने में एंटीबॉडीज को बनाने में इम्यून सिस्टम की मदद करती है। हालांकि, यह वैक्सीन लाइफलॉन्ग प्रोटेक्शन नहीं दे पाती है। ऐसे में इसका बूस्टर भी अनिवार्य है।
पोलियो
पोलियो एक जानलेवा बीमारी है जो पोलियो वायरस के कारण होती है। यह एक व्यक्ति से दूसरे तक फैल सकती है। यह समस्या ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड को प्रभावित करती है, जिससे पैरालिसिस हो सकता है। पोलियो में भी इस वैक्सीन को लेने की सलाह दी जा सकती है किंतु, इससे पहले अपने डॉक्टर से हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) के बारे में बात अवश्य करें। क्योंकि इस वैक्सीन के कारण होने वाले साइड इफेक्ट्स गंभीर भी हो सकते हैं। आइए, जानें इन साइड इफेक्ट्स के बारे में।
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हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects)
अन्य वैक्सीन्स, दवाइयों या सप्लीमेंट्स की तरह इस वैक्सीन को लेने के बाद भी कुछ लोग साइड इफेक्ट्स का अनुभव कर सकते हैं। हालांकि इस वैक्सीन को लेने के बाद होने वाले साइड इफेक्ट्स माइल्ड होते हैं। जिन्हें किसी भी मेडिकल अटेंशन की आवश्यकता नहीं होती और कुछ ही दिनों में यह दुष्प्रभाव खुद ही गायब हो जाते हैं। हेक्साकसिम वैक्सीन (Hexaxim vaccine) के माइल्ड और सामान्य साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हैं:
- इंजेक्शन साइट में दर्द (Injection site pain)
- इंजेक्शन साइट में टेंडरनेस (Injection site tenderness)
- इंजेक्शन साइट पर सूजन (Injection site swelling)
- इंजेक्शन साइट में लालिमा (Injection site redness)
- चिड़चिड़ापन (Irritability)
- बुखार (Fever)
- रेस्टलेसनेस (Restlessness)
- उल्टी आना (Vomiting)
- कमजोरी (Weakness)
- सिरदर्द (Headache)
- थकावट (Fatigue)
- ठंड लगना (Chills)
- पेट दर्द (Stomach Pain)
- मसल्स में दर्द (Muscle Ache)
- पीठ में दर्द (Back Pain)
- इंसोम्निया (Insomnia)
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हेक्साकसिम वैक्सीन के गंभीर साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हैं:
- एंजियोएडेमा (Angioedema)
- ब्रोंकियल स्पाज्म (Bronchial spasm)
- कॉन्वेल्जन (Convulsion)
जैसा की पहले ही बताया गया है कि हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) का कोई गंभीर परिणाम नहीं होता है। हालांकि, कुछ लोग गंभीर साइड इफेक्ट्स का अनुभव कर सकते हैं। लेकिन, इस वैक्सीन के बाद अगर रोगी की स्थिति बिगड़ जाए या कई दिनों तक यह दुष्प्रभाव ठीक न हों, तो इसे नजरअंदाज न करें। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी है। अब जानिए हेक्साकसिम वैक्सीन (Hexaxim vaccine) से पहले किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए?
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हेक्साकसिम वैक्सीन को लेने से पहले किन चीजों का ख्याल रखना जरूरी है?
किसी भी वैक्सीन्स को लेने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए और अपने डॉक्टर को भी अपने बारे में पूरी जानकारी देना भी जरूरी है। जानिए, इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है?
- हेक्साकसिम वैक्सीन(Hexaxim vaccine) के प्रयोग से पहले, अपने डॉक्टर को उन दवाईयों, हर्बल प्रोडक्ट्स और अन्य उत्पादों के बारे में बताएं जिन्हें आप ले रहे हैं।
- अगर आपको कोई हेल्थ समस्या है, तो उन स्थिति में भी इस वैक्सीन को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है। क्योंकि, कुछ हेल्थ कंडिशंस हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) का कारण बन सकती हैं। इन वैक्सीन की सलाह डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेना जरूरी है। यही नहीं, इसकी डोज भी आपकी कंडिशन पर निर्भर करती है।
- गर्भावस्था, स्तनपान, की स्थिति में इस वैक्सीन के प्रभाव के बारे में सही जानकारी नहीं है। हालांकि इस दौरान किसी भी तरह की ड्रग या वैक्सीन का प्रभाव आपके शिशु पर पड़ सकता है। इसलिए, इन स्थितियों में इस वैक्सीन को लेने से पहले डॉक्टर से अवश्य पूछ लें।
- सात साल से कम उम्र के बच्चों को इसकी सलाह नहीं दी जाती है।
- अगर आपको फिट्स (Fits), इंफेक्शंस (Infections), ब्लीडिंग डिसऑर्डर (Bleeding Disorders), लो प्लेटलेट लेवल (Low Platelet level) या AIDS की हिस्ट्री है, तो आपको यह वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए। क्योंकि, यह भी हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) की वजह बन सकती है।
प्रेग्नेंसी में टीकाकरण की क्यों होती है जरूरत ?
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यह तो थी हेक्साकसिम वैक्सीन साइड इफेक्ट्स (Hexaxim vaccine side effects) के बारे में पूरी जानकारी। इस वैक्सीन को बच्चों में कई समस्याओं की रोकथाम के लिए प्रभावी माना जाता है। लेकिन, इसकी कितनी डोज लेनी है और इसके कब लेना चाहिए, इसके बारे में जानकारी होना आवश्यक है। अगर आपके मन में कोई भी सवाल है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें। इसके साथ ही इस वैक्सीन को लेने के बाद अगर आपको अपने बच्चें में कोई भी साइड इफेक्ट नजर आता है, तो मेडिकल हेल्प लेना आवश्यक है। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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