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रेबीज इंजेक्शन टाइम पीरियड: रेबीज वैक्सीन क्या है? (Rabies Vaccine)
रेबीज वैक्सीन एक एक्टिव इम्युनायजिंग एजेंट (Active immunizing agent )है। जिसका प्रयोग इंफेक्शन को दूर करने में किया जाता है जो रेबीज वायरस का कारण होता है। यह वैक्सीन आपके शरीर को रेबीज वायरस के खिलाफ अपनी प्रोटेक्शन (एंटीबॉडी) बनाने के लिए प्रेरित करती है। रेबीज वैक्सीन का प्रयोग दो तरह से किया जाता है। यह वैक्सीन उस व्यक्ति को दी जाती है जो जानवर के बाईट, स्क्रैच या लीक के संपर्क में आए हों या किसी को ऐसा संदेह हो कि उन्हें रेबीज है। यह वैक्सीन उस व्यक्ति को भी दी जा सकती है जिसे लगता है कि उसे रेबीज वायरस होने की संभावना अधिक है।
इनमें जानवरों के डॉक्टर, एनिमल हैंडलर्स या ट्रेवलर्स जो उन स्थानों पर जाते हैं। जहां जानवरों की उपस्थिति के कारण रेबीज होने की संभावना अधिक होती है। वो लोग भी इस वैक्सीन को ले सकते हैं जो वाइल्ड एरिया में काम करते है या रहते हैं और उनका जंगली जानवरों के संपर्क में आने की संभावना अधिक होती है। इसे प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (Pre-exposure Prophylaxis) कहा जाता है।
रेबीज के उच्च जोखिम वाले लोगों को रेबीज का टीका दिया जाता है ताकि वे एक्सपोज्ड होने पर उनकी रक्षा कर सकें। अगर इसे किसी व्यक्ति को एक्सपोज्ड होने के बाद दिया जाता है, तो भी यह प्रोटेक्शन के लिए प्रभावी साबित हो सकता है। रेबीज वैक्सीन को किल्ड यानी मरे हुए रेबीज वायरस से बनाया जाता है। इससे रेबीज नहीं हो सकता। जानिए किस स्थिति में यह वैक्सीन है जरूरी।
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किन स्थितियों में जरूरी है रेबीज वैक्सीन और रेबीज इंजेक्शन टाइम पीरियड के बारे में जानकारी?
रेबीज इंजेक्शन टाइम पीरियड (Rabies Injection Time Period) से पहले यह जान लें कि किन स्थितियों में इस वैक्सीन का प्रयोग बेहद जरूरी है। कुत्ता पालतू हो या जंगली, लेकिन अगर काट ले तो ऐसा माना जाता है कि 72 घंटे के भीतर रोगी को रेबीज इंजेक्शन (Rabies Injection) लगवाना जरूरी है। अगर ऐसा न हो तो यह स्थिति भयानक हो सकती है। जब बच्चा रेबीज वायरस के संपर्क में आता है तो उसे तुरंत वैक्सीन देनी चाहिए जिससे बच्चे को इम्युनिटी प्राप्त हो। अगर आपको संदेह है कि आपका बच्चा रेबीज वायरस के संपर्क में आया हैं, तो इसका उपचार इम्यून ग्लोब्युलिन (Immune Globulin) से किया जाता है। तुरंत उसी समय बच्चे को इसकी एक डोज दी जाती है। उसके बाद दो हफ़्तों तक इसका उपचार रेबीज वैक्सीन के कई शॉट्स के साथ कराया जाता है।
प्री एक्सपोज़र रेबीज वैक्सीन (Pre-exposure Rabies Vaccine) का प्रयोग बच्चों को इसके अधिक जोखिम से बचाने के प्रयोग किया जा सकता है। बच्चों को इसके बारे में डॉक्टर से बात करें। अगर किसी अज्ञात जानवर ने बच्चे को काटा हो या उसके नाख़ून आपके बच्चे को लगे हों। तो सबसे पहले उस जगह को पानी और साबुन की मदद से साफ करना जरूरी है। इसके बाद तुरंत बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएं। ताकि, डॉक्टर इस बात के बारे में निर्धारित कर सकें कि आपके बच्चे को एंटी रेबीज उपचार की जरूरत है या नहीं। अब जानिए रेबीज इंजेक्शन टाइम पीरियड (Rabies Injection Time Period) के बारे में।
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रेबीज इंजेक्शन टाइम पीरियड क्या है? (Rabies Injection Time Period)
अगर आपके बच्चे को किसी जानवर ने काटा है जिससे रेबीज हो सकता है या आपको संदेह है कि आपके बच्चे को रेबीज हो सकता है। तो बच्चों में लक्षण नजर आने का इन्तजार न करें बल्कि तुरंत मेडिकल हेल्प लें। अगर रेबीज का उपचार न किया जाए तो जानलेवा हो सकता है। बच्चे के रेबीज इंजेक्शन टाइम पीरियड (Rabies Injection Time Period)के बारे में जानकारी होना भी आपके लिए जरूरी है। अगर आपके बच्चे को इसकी पहले इसकी वैक्सीन न लगी हो, तो डॉक्टर उनके उपचार के बारे में निर्धारित करेंगे और उन्हें पांच इंजेक्शन दिए जा सकते हैं। बच्चे जो इम्यूनोसप्रेस्ड हैं, उन्हें इसके छे इंजेक्शंस की जरूरत हो सकती है।