स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स विकसित करने के लिए उन्हें आप फिजिकल एक्टिविटी के लिए प्रेरित कर सकते हैं। लेकिन सभी बच्चे स्पोर्ट्स पसंद नहीं करते। ऐसे में आप उनकी पसंद व नापसंद को ध्यान में रखते हुए फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा देने की सोचें। यदि आपके बच्चे फिजिकल एक्टिविटी को पसंद करते हैं तो इसके जरिए वो खुश रहने के साथ हेल्दी रह सकते हैं। आगे चलकर इस प्रकार की एक्टिविटी को दिनचर्या में जोड़े रखते हैं। यदि आपके बच्चे को अब तक किसी प्रकार के स्पोर्ट्स एक्टिविटी में इंट्रेस्ट नहीं है, तो उनमें स्पोर्ट्स व अन्य शारिरिक एक्टिविटी के लिए उत्सुकता जगाते रहें। आप चाहें तो उनका इंट्रेस्ट जगाने के लिए उन्हें स्वीमिंग, आर्चरी, जिमनास्टिक, डांस क्लासेस, फुटबॉल, ट्रैकिंग जैसी एक्टिविटी कराने के लिए बाहर लेकर जाएं। ताकि बच्चे इन स्पोर्ट्स-एक्टिविटी को करीब से देख सकें व अपनी पसंदीदा स्पोर्ट्स का चयन कर उसे जीवन में शामिल कर सकें।
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खाने की अच्छी आदतें विकसित करें
स्कूल के बच्चों के लिए हेल्दी हेबिट्स विकसित करने के लिए जरूरी है कि उन्हें खाने की अच्छी आदतें सिखाई जाएं। हमारे आस-पड़ोस के बच्चों को आपने यह कहते सुना होगा कि मुझे यह सब्जी नहीं खानी, बल्कि फास्ट फूड खाना है। कई बच्चे तो फास्ट फूड व चाइनीज फूड के इतने दिवाने होते हैं कि वो नाश्ते से लेकर रात के डिनर तक फास्ट फूड खाना पसंद करते हैं। खाने में जहां ये खाद्य पदार्थ टेस्टी होते हैं, वहीं ये शरीर के लिए उतने ही हानिकारक भी होते हैं। बच्चों में खाने की अच्छी आदतें विकसित करने के लिए उन्हें हरी सब्जियों का सेवन कराएं। खासतौर पर सीजनल सब्जियां- फ्रूट्स का सेवन जरूर करें व कराएं। आप खुद भी इस बात का ख्याल रखें कि यदि आप बड़े चाव से पौष्टिक सब्जियों का सेवन करेंगे, तो आपका बच्चा भी बड़े ही चाव से खाएगा। क्योंकि बच्चे पैरेंट्स को ही देखकर सीखते हैं।
यदि आप बच्चों की डायट में हर रंग की सब्जियों को शामिल करते हैं, तो इससे उनको पर्याप्त मात्रा में न्यूट्रिएंट्स मिलेंगे। शरीर में विटामिन व मिनरल्स की पूर्ति करने के लिए पौष्टिक फल व सब्जियों का सेवन करना उचित होता है। इसलिए बच्चों को हर प्रकार के रंग के फल व सब्जियों को खाने की आदत विकसित करें।