पहले निमोनिया का इलाज संभव नहीं था। उस समय के बच्चों में निमोनिया (Pneumonia in children) कई बार जानलेवा बन जाता था। आज के दौर में ज्यादातर बच्चों में इसका इलाज संभव है। बता दें कि निमोनिया का सबसे आम कारण स्ट्रेप्टोकॉकल बैक्टीरिया है। यह बैक्टीरिया एक प्रकार के निमोनिया का कारण बनता है जिसे टिपिकल निमोनिया कहा जाता है। रेस्पिरेटरी सिंसीटियल वायरस (respiratory syncytial virus) इनफ्लूएंजा (Influenza) पैराइनफ्लूएंजा (Parainfluenza) अडिनोवायरस (Adenovirus) से वायरल निमोनिया भी होता है।