और पढ़ें – Chronic Obstructive Pulmonary Disease (COPD) : क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज क्या है?
कोरोना वायरस (Coronaviruses) क्या है?
कुछ साल पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने एक बयान में कोरोना वायरस को लेकर दावा किया था कि ये वायरस एक-दूसरे के संपर्क में रहने वाले दो इंसानों में तेजी से फैल सकता है। आमतौर पर कोरोना वायरस सांस से संबंधित परेशानी पैदा करता है जिसके कारण निमोनिया और कभी-कभी किडनी फेल होने की स्थिति भी देखी जाती है। साथ ही, सर्दी-जुकाम का भी यह एक कारण होता है। जुकाम और फ्लू के प्रकार जानना इसलिए भी जरूरी है ताकि पता चल सके कि यह फैलने वाली बीमारी है या नहीं।
डब्ल्यूएचओ की ताजा रिपोर्ट के अनुसार साल 2012 से 2013 के दौरान यूरोप और मध्य पूर्व में इस वायरस से संक्रमित 33 मरीजों की पहचान की गई थी।
फ्लू वायरस के प्रकार
फ्लू वायरस के कई कारण हो सकते हैं। इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण सांस की नली में समस्या सबसे तेजी से फैलती है। आमतौर पर फ्लू वायरस जनवरी से मार्च या अप्रैल कभी-कभी जुलाई से अगस्त के दौरान भी तेजी से फैल सकत हैं।
और पढ़ें – Congestive heart failure : कंजेस्टिव हार्ट फेलियर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
इन्फ्लूएंजा वायरस तीन प्रकार के होते हैं
- इन्फ्लूएंजा ए (A)
- इन्फ्लूएंजा बी (B)
- इन्फ्लूएंजा सी (C)
इन तीनों में सिर्फ इन्फ्लूएंजा ए और बी ही विभिन्न रोगों और स्थितियों का कारण बन सकते हैं। जबकि, इन्फ्लूएंजा सी के कारण बच्चों और वयस्कों में सामान्य सर्दी-जुकाम हो सकता है। फ्लू के वायरस को मौसमी इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है।
मौसमी इन्फ्लूएंजा होने पर बुखार, खांसी, गले में खराश, बहती नाक, मांसपेशियों में दर्द, थकान, उल्टी, दस्त और सिरदर्द के लक्षण देखें जा सकते हैं। फ्लू होने पर बुखार पांच से सात दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन खांसी के लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं। इसके अलावा अगर इंफ्लुएंजा शारीरिक तौर पर कमजोर, दुर्बल या बुजुर्ग लोगों में हो जाए, तो यह एक गंभीर बीमारी का कारण भी हो सकती है।
जुकाम और फ्लू के प्रकार जानने से पहले ये भी जानना जरूरी है कि ये वायरस साल के किसी भी मौसम या महीने में हो सकते हैं, लेकिन सर्दियों में इसका खतरा सबसे अधिक होता है। इसके लक्षण पशुओं में भी पाएं जाते हैं।
और पढ़ें – डायबिटिक किडनी डिजीज (Diabetic Kidney Disease): जानें क्या है इसका कारण, बचाव और इलाज
जुकाम के लक्षण
- बंद या बहती नाक
- गले में खराश
- छींक आना
- खांसी
- सिर दर्द
- बदन दर्द
- हल्की थकान