कोकोनट ऑयल यानी कि नारियल का तेल, एक प्राकृतिक तेल है। जिसे खूबसूरती से लेकर सेहत की कई तरह की समस्याओं के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कोकनट ऑयल में खाना पकाना भी सेहत के लिए अच्छा होता है। लेकिन क्या कोकोनट ऑयल सेक्स के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है? नारियल के तेल को सेक्स ऑयल के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इस बात को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल आते हैं कि कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल करना पेनिस और वजायना के लिए सही है।
इस आर्टिकल में आप ऐसे ही कई तरह के सवालों का जवाब जानेंगे कि नारियल के तेल को सेक्स ऑयल के रूप में कैसे इस्तेमाल करें।
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सेक्स ऑयल क्या है?
अक्सर आपने सेक्स के बारे में एक कहावत सुनी होगी कि दि वेटर दि बेटर (the wetter the better), जिसका मतलब होता है ‘गीला है तो अच्छा है’। सेक्स के समय जब महिला और पुरुष के बीच में फोरप्ले होता है, तो पेनिस और वजायना से कुछ लिक्वि़ड जैसा निकलता है, जो प्रीकम कहलाता हैं। जिसके मदद से पेनिस वजायना में आसानी से इंटरकोर्स कर सकता है। लेकिन कभी-कभी हॉर्मोनल चेंज, स्ट्रेस, नींद की कमी, डिप्रेशन आदि की वजह से प्रीकम नहीं हो पाता है। ऐसे में इंटरकोर्स के दौरान दोनों पेनिस और वजायना में को दर्द और घिसाव महसूस होता है, जिससे महिला और पुरुष दोनों के गुप्तांगों में तकलीफ हो सकती है। इसी दर्द और घिसाव को कम करने के लिए सेक्स ऑयल का इस्तेमाल पेनिस और वजायना पर किया जाता है। जिसे सेक्स लूब्रिकेंट या सेक्स ऑयल कहते हैं।
दूसरी तरफ एक अध्ययन के अनुसार 30 फीसदी महिलाओं को सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान दर्द होता है। ऐसे में सेक्स ऑयल का इस्तेमाल करने सेक्सुअल इंटरकोर्स में आराम मिलता है।
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कोकोनट ऑयल सेक्स के दौरान इस्तेमाल करने के फायदे क्या हैं?
कोकोनट ऑयल त्वचा की नमी को बरकार रखता है। एक अध्ययन के अनुसार कोकोनट ऑयल क्लीनिकली प्रूव किया गया है कि इसमें मॉस्चराइजिंग गुण होते हैं। इसलिए ये सेक्स ऑयल के रूप में काफी प्रभावी लूब्रिकेंट पाया गया। कोकोनट ऑयल सेक्स के दौरान पेनिस और वजायना पर लगाने से लंबे समय तक टिका रहता है। कोकोनट ऑयल खास कर उन महिलाओं के लिए सेक्स ऑयल के रूप में ज्याद प्रभावी पाया गया, जो मेनोपॉज के दौर से गुजर रही थी। क्योंकि मेनोपॉज के दौरान सेक्स करने में निम्न समस्याएं सामने आती हैं :
- वजायना में सूखापन
- सेक्स के दौरान दर्द होना
- वजायना के त्वचा के पास से फैटी टिश्यू का पतला या खत्म होना
ऐसी स्थिति में मेनोपॉज से गुजर रही महिला को कोकोनट ऑयल सेक्स के दौरान इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है। कुछ मामलों में पाया गया है कि लगातार कई बार सेक्स करने से भी वजायना में ड्राईनेस हो जाती है। इसलिए इंटरकोर्स के दौरान दर्द होने लगता है।
जिन लोगों को लूब्रिकेंट्स से एलर्जी होती है या सेंस्टिव स्किन होती है, तो उनके लिए नारियल का तेल एक नेचुरल सेक्स ऑयल के रूप में बेहतर विकल्प है। क्योंकि कोकोनट ऑयल पूरी तरह से प्राकृतिक होता है और उसमें कोई भी केमिकल या टॉक्सिन नहीं होता है। हमेशा ये ध्यान रखें कि नारियल के तेल को सेक्स ऑयल के रूप में इस्तेमाल करने से पहले ये जान लें कि वो रिफाइंड है या अनरिफाइंड है। अनरिफाइंड कोकोनट ऑयल सेक्स के लिए बेस्ट लूब्रिकेंट है। हालांकि, इसका फायदा पार्टनर की आपसी समझ और इस्तेमाल करने के तरीके पर निर्भर करता है।
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कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में कैसे इस्तेमाल करें?
आप सेक्स से पहले एक दूसरे को कोकोनट ऑयल की मसाज दें। इससे इंटिमेसी बढती है और ये फोरप्ले का काम भी कर सकता है। इसके अलावा कोकोनट ऑयल को हल्का गर्म कर के उसे बाथ टब में डाल लें और इससे एक साथ बाथ लें। कोकोनट ऑयल की खुशबू और इसका चिकनापन आप दोनों को एक दूसरे के करीब लेकर आएंगें।
ऑलिव ऑयल
ऑलिव ऑयल यानी जैतून का तेल गाढा होता है और सेक्स ड्राइव बढ़ाने के अन्य तरीकों से ज्यादा लंबे समय तक चलता है। वॉटर बेस ल्यूब्रिकेंट लंबे समय तक नहीं चलते हैं और जल्दी सूख जाते हैं। अगर आप लैटेक्स से बनी कंडोम यूज कर रहे हैं तो ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल न करें।
वैसलीन
आप योनि या पेनिस को चिकना करने के लिए वैसलीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये भी ल्यूब्रिकेशन का अच्छा तरीका है वैसलीन लंबे समय तक टिके रहती है और जल्दी सूखती भी नहीं है जिससे आप आराम से सेक्स का मजा ले सकते हैं। हालांकि, इसे साफ करना मुश्किल होता है इसलिए इसके इस्तेमाल बरतना जरूरी है। वैसे इन तरीकों में सबसे बेहतर नारियल तेल ही है और आप ल्यूब्रिकेशन के लिए किसी और ऑयल या तरीके की बजाय नारियल तेल का ही प्रयोग करें।
नारियल के तेल को सेक्स ऑयल के रूप में इस्तेमाल करने से क्या नुकसान हो सकता है?
कोकोनट ऑयल को सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल करने के अपने कुछ नुकसान भी हैं, जो निम्न हैं :
वजायनल इंफेक्शन का खतरा
कोकोनट ऑयल में पीएच लेवल (pH level) ज्यादा होता है, जो नारियल के तेल की प्रकृति को एल्कालाइन बनाता है। जबकि वजायना की प्रकृति सामान्य पीएच लेवल के साथ एसिडिक होती है। ऐसे में कोकनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल करने से वजायना का पीएच बैलेंस बिगड़ सकता है। जिससे यीस्ट इंफेक्शन या किसी अन्य तरह का वजायनल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है। अगर आपको वजायना में पहले से यीस्ट इंफेक्शन है तो आपको कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
कॉन्डम के लैटेक्स का क्षरण करता है
नारियल के तेल को सेक्स ऑयल के रूप में इस्तेमाल करने से कॉन्डम फटने का खतरा बढ़ जाता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि जब नारियल के तेल में 60 सेकेंड के लिए लैटेक्स के बने कॉन्डम को रखा जाता है तो कोकोनट ऑयल कॉन्डम के प्रभाव को 90 फीसदी कम कर देता है और लैटेक्स का क्षरण करता है। ऐसे में अगर आप सेक्स लूब्रिकेंट के साथ कॉन्डम का प्रयोग कर रहे है तो सेक्स ऑयल से अच्छा है कि आप सिलिकॉन बेस्ड या वॉटर बेस्ड सेक्स लूब्रिकेंट का इस्तेमाल करें। इससे कॉन्डम के फटने का खतरा 90 फीसदी तक कम हो जाता है।
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कोकोनट ऑयल से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है
कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल करने से कुछ लोगों में एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है। कोकोनट ऑयल से एलर्जी होने पर निम्न लक्षण सामने आ सकते हैं :
- डायरिया
- मितली आना
- उल्टी होना
- एक्जिमा
- हाइव्स
- खुजली होना
इसके अलावा रैशेज, लालपन, वजायना या पेनिस पर खुजली जैसी समस्या भी एलर्जिक रिएक्शन के कारण देखने को मिल सकते हैं। अगर आपकी त्वचा सेंस्टिव है तो बिना डॉक्टर से पूछे कोकोनट ऑयल को सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में ना इस्तेमाल करें।
बिस्तर पर तेल का दाग बन सकता है
जब सेक्स के दौरान आप बिस्तर पर कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल करते हैं तो वह बिस्तर पर भी लग सकता है। ऐसे में बिस्तर पर तेल के दाग पड़ जाते हैं। वहीं, इस दाग पर धूल मिट्टी जमने के कारण भी इंफेक्शन फैलने का डर रहता है। ऐसे में कोकोनट ऑयल के दाग को बिस्तर से साफ करने के लिए दाग वाले स्थान पर बेकिंग सोडा छिड़क कर उसे लगभग एक घंटे के लिए छोड़ दें। फिर डिटर्जेंट पाउडर की मदद से रगड़ कर साफ कर लें।
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सेक्स ऑयल का इस्तेमाल कब करें?
सेक्स ऑयल का इस्तेमाल निम्न मामलों में आप कर सकते हैं :
- प्रेग्नेंसी के दौरान या डिलिवरी के बाद वजायना सूख जाने पर आप कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। इस वक्त सेक्स के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सेक्स ऑयल का इस्तेमाल करना सही होता है।
- जब वजायना सूखी लगे तो कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है, अक्सर ऐसा दवाओं के सेवन या हॉर्मोनल चेंजेस के कारण होता है।
- मेनोपॉज के कारण वजायना सूखने पर भी आप कोकोनट ऑयल सेक्स के दौरान इस्तेमाल कर सकती हैं।
- पुरुषों में भी सेक्स के पहले प्रीकमिंग ना होने पर लुब्रिकेशन करने की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में वे भी अपने पेनिस पर सेक्स के पहले कोकोनट ऑयल एप्लाई कर सकते हैं।
कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में कैसे इस्तेमाल करें?
जब भी आप सेक्स करें तो कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल फोरप्ले के समय से ही करें। इसके बाद जब आप सेक्सुअल इंटरकोर्स करने जा रहे हैं तो सेक्स ऑयल का इस्तेमाल पेनिस और वजायना दोनों पर कर सकते हैं। दूसरी तरफ, अगर आप सेक्स टॉय का इस्तेमाल करते हैं तो भी आपको लूब्रिकेंट के रूप में कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए।
सेक्स लूब्रेकिंट में कोकोनट ऑयल के अलावा और क्या इस्तेमाल कर सकते हैं?
सेक्स लूब्रेकिंट में कोकोनट ऑयल के अलावा अन्य प्राकृतिक तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर का परामर्श जरूर ले लें :
- ऑलिव ऑयल
- मूंगफली का तेल
- बेबी ऑयल
- सनफ्लावर ऑयल
क्या कोकोनट ऑयल स्पर्म को मार सकता है?
कई बार लोगों में देखा गया है कि लूब्रिकेंट का इस्तेमाल वे इसलिए नहीं करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे स्पर्म मर जाते हैं। लेकिन कोकोनट ऑयल स्पर्म किलर बिल्कुल भी नहीं है। कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल करने से स्पर्म पर कोई असर नहीं होता है। क्योंकि कोकोनट ऑयल की प्रकृति एल्कालाइन होता है। जबकि एसिडिक प्रकृति वाले सेक्स लूब्रिकेंट का इस्तेमाल करने से स्पर्म मर जाते हैं। ऐसे में आप स्पर्म को नुकसान ना पहुंचाने के लिए अनरिफाइंड कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल करें।
क्या कोकोनट ऑयल स्पर्म की मोबिलिटी को बढ़ाता है?
कोकोनट ऑयल या किसी भी अन्य नेचुरल ऑयल को लेकर एक अध्ययन किया गया। जिसमें 296 महिलाओं को शामिल किया गया। जिसमें से 57 फीसदी महिलाएं लूब्रिकेंट कभी भी नहीं इस्तेमाल करती थी, 29 फीसदी महिलाएं कभी-कबार ही लूब्रिकेंट का इस्तेमाल करती थी, जबकि 14 फीसदी महिलाएं हमेशा लूब्रिकेंट का इस्तेमाल करती थी। जो महिलाएं हमेशा लूब्रिकेंट का इस्तेमाल करती थी, उनमें भी गर्भवती होने के चांसेस उतने ही पाए गए, जितना लूब्रिकेंट का इस्तेमाल ना करने वाली महिलाओं के। ऐसे में स्पर्म की मोबिलिटी में बहुत ज्यादा फर्क नहीं पाया गया। हालांकि, एक अन्य रिसर्च में नेचुरल सेक्स ऑयल से बहुत कम स्पर्म मोबिलिटी में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
इस तरह से आपने जाना कि कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में कितना सुरक्षित है। लेकिन, फिर भी आपको एक बार कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल अपनी सेक्स लाइफ में करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें। इससे ये बात साफ हो जाएगी कि कहीं आपमें कोकोनट ऑयल के कारण किसी भी तरह का कोई एलर्जिक रिएक्शन ना हो।
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