मुंहासे का खुद इलाज करने के तरीके : शहद (Honey) का करें इस्तेमाल
कील मुंहासे के घरेलू उपाय के लिए शहद का इस्तेमाल करना बेस्ट है। एक्ने व पिंपल का इलाज करने के लिए हजारों साल से शहद का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो भरे हुए छिद्र के अंदर से गंदगी निकालने के साथ साफ करने के काम में लाया जाता है। घाव की ड्रेसिंग करने के लिए डॉक्टर शहद का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण के साथ घाव को भरने की खासियत होती है।
- ऐसे करें इस्तेमाल : साफ हाथ से काटन पैड लें, हल्का शहद लगाकर पिंपल पर रगड़ें। या फिर चेहरे या शरीर पर शहद को मास्क की तरह लगाएं।
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ग्रीन टी (Green Tea) का करें इस्तेमाल
कील मुंहासे के घरेलू उपाय में हम ग्रीन टी का इस्तेमाल कर सकते हैं। ग्रीन टी में काफी मात्रा में पॉलीफेनोल एंटीऑक्सीडेंट्स (Polyphenol antioxidants) जैसे तत्व कैटेचिन (Catechins) पाया जाता है। एक्ने से पीड़ित कई लोगों में एंटीऑक्सिडेंट की बजाय सीबम और नेचुरल बॉडी ऑयल जैसे तत्व उनके सोर में होते हैं। वहीं एंटीऑक्सिडेंट हमारे शरीर में जाकर केमिकल्स और वेस्ट प्रोडक्ट को डैमेज करने का काम करते हैं। यदि न किया जाए तो यही वेस्ट प्रोडक्ट हमारे हेल्दी सेल्स को डैमेज कर सकते हैं। पिंपल व एक्ने के गड्ढों में मौजूद गंदगी और वेस्ट को साफ करने में ग्रीन टी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ग्रीन टी (Green Tea) में मौजूद तत्व हमें इन समस्याओं से दिलाते हैं निजात, जैसे
- स्किन के सीबम प्रोडक्शन को कम करता है
- पिंपल व एक्ने को कम करता है
- जलन को कम करता है
ऐसे करें इस्तेमाल
कील मुंहासे के लिए ग्रीन टी (Green Tea) का इस्तेमाल हम चाहे तो इसे पीकर या फिर इसके तत्वों को स्किन पर लगाकर कर सकते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार एक शोध के अनुसार पाया गया कि करीब 78 से 89 फीसदी तक व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स सिर्फ आठ सप्ताह में ही पॉली फिनाइल ग्रीन टी के एक्सट्रैक्ट का इस्तेमाल करने से कम हुआ। ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट व ग्रीन टी हमें बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं।
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मुंहासे का खुद इलाज करने के तरीके : लहसुन (Garlic) का करें इस्तेमाल
लहसुन का इस्तेमाल कील मुंहासे के घरेलू उपाय के लिए किया जा सकता है। कई पारंपरिक चिकित्सक लहसुन का इस्तेमाल इंफेक्शन और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए करते हैं। ताकि हमारा शरीर जर्म और इंफेक्शन से लड़ सके। लहसुन में ऑर्गेनोसल्फर तत्व (Organosulfur compounds) होते हैं। यह प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल (Antibacterial) और एंटी इंफ्लेमेटरी (Anti inflammatory) गुण होते हैं। ऑर्गेनसल्फर तत्व हमारे इम्मुन सिस्टम को बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं, वहीं इंफेक्शन से लड़ते हैं। इसलिए कील मुंहासे के घरेलू उपाय में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऐसे करें इस्तेमाल