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रिटायरमेंट के बाद मेंटल हेल्थ : सेफ फील कराएं (Safe feel)
स्टेबल और सिक्योर महसूस करना वास्तव में मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें घर और अपने आस-पड़ोस में सुरक्षित महसूस करना, वित्तीय रूप से सुरक्षित महसूस करना और अपने करीबी रिश्तों और कम्युनिटी का सपोर्ट महसूस करना शामिल हो सकता है। जब बुजुर्ग व्यक्ति सुरक्षित महसूस करता है, तो वह बेहतर तरीके से रिलैक्स कर सकता है और अपनी इच्छानुसार जीवन जीने के लिए फ्री फील करता है। इसलिए, यदि आप चाहते हैं कि घर के बुजुर्ग लोगों की रिटायरमेंट के बाद मेंटल हेल्थ (mental health) दुरुस्त रहें, तो उन्हें सुरक्षित महसूस कराएं।
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ध्यान दें मेंटल हेल्थ पर (Mental Heath)
चिंता या अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य स्थितियां किसी भी उम्र के लोगों को कभी-भी प्रभावित कर सकती हैं। लेकिन, 60 वर्ष से अधिक आयु वालों में यूनिपोलर डिप्रेशन 7% ज्यादा देखने को मिलता है। हालांकि, डिप्रेशन के लक्षण को समझकर इसे कम किया जा सकता है। इन लक्षणों को अक्सर फैमिली मेंबर्स अनदेखा कर देते हैं। यदि दो सप्ताह या उससे अधिक समय से बुजुर्ग इंसान दुःखी, चिंतित, तनावग्रस्त, क्रोधित दिखे, तो उन्हें मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल के पास ले जाएं। डॉक्टर काउंसलिंग के जरिए इसका कारण पता लगाने की कोशिश करेंगे ताकि उचित ट्रीटमेंट दिया जा सके।
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वृद्ध वयस्कों में अवसाद के लक्षण क्या हैं?
बुजुर्गों में अवसाद को पहचानने के लिए इन संकेतों पर ध्यान दें:
- उदासी या निराशा की भावना,
- समाजीकरण (socializing) या शौक में रुचि कम होना,
- वजन कम होना या भूख कम लगना,
- निराशा या लाचारी की भावना,
- प्रेरणा और ऊर्जा की कमी,
- नींद की समस्या (सोते रहने में कठिनाई या दिन में नींद आना),
- सेल्फ वर्थ कम होना (खुद फॅमिली पर एक बोझ मानना या आत्म-घृणा),
- सुस्त चाल,
- शराब या अन्य दवाओं का बढ़ता उपयोग,
- आत्महत्या के विचार आना या सुसाइड के बारे में बात करना,
- याददाश्त की समस्या,
- पर्सनल केयर को अनदेखा करना (खाना स्किप करना, दवाओं को भूलना, पर्सनल हाइजीन की उपेक्षा करना) आदि।