अगर ब्रेन स्ट्रोक आपके परिवार के इतिहास से जुड़ा हुआ है, तो आपकी बढ़ती उम्र स्ट्रोक के खतरे के जोखिम बढ़ा सकती है। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते ही मस्तिष्क के दौरे को रोकने के विकल्पों पर ध्यान दिया जाए। आपको बता दें कि ब्रेन स्ट्रोक से काफी लोगों की मौत भी हो जाती है। आप न ही अपनी बढ़ती उम्र को रोक सकते हैं और न ही आपने पारिवारिक इतिहास को बदल सकते हैं, लेकिन ब्रेन स्ट्रोक कैसे रोकें इसके कई कारगर तरीके हैं। अगर अपनी सेहत के प्रति जागरूक रहेंगे, तो मस्तिष्काघात यानी ब्रेन स्ट्रोक के जोखिमों को नियंत्रित कर सकते हैं। इस आर्टिकल में आज हम ब्रेन स्ट्रोक को रोकने के कुछ टिप्स देंगे, जो आपके काम आ सकते हैं। जानिए क्या हैं ये टिप्स।
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ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) कैसे रोकें?
आपको बता दें कि ब्रेन स्ट्रोक को रोकना संभव है, लेकिन आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। अगर आप कुछ बातों का खास ध्यान रखेंगे और अपनी रोजाना की दिनचर्या में इन्हें शामिल करेंगे, तो आप काफी हद तक ब्रेन स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकते हैं। नीचे हम बताने जा रहे हैं कि ब्रेन स्ट्रोक को आप किन बातों का ध्यान रखते हुए रोक सकते हैं :
ब्रेन स्ट्रोक कैसे रोकें इसके लिए हम 7 महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रख सकते हैंः
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1. स्मोकिंग को कहें बाय-बाय
स्मोकिंग की लत आपके स्ट्रोक के खतरे को दोगुना बढ़ा सकती है। तंबाकू युक्त पदार्थों में निकोटिन पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। वहीं, धुएं में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा होती है, जो खून में ऑक्सिजन की मात्रा कम करता है। इसलिए ब्रेन स्ट्रोक के खतरे से बचने के लिए काफी जरूरी है कि आप स्मोकिंग से खुद को दूर रखें। स्मोकिंग के खतरे भी हम आपको नीचे बता रहे हैं :
स्मोकिंग के खतरें
- ट्राइग्लिसराइड्स ब्लड में फैट के स्तर को बढ़ाता है
- खून की नसों को सिकोड़ता है
- एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के “अच्छे’ स्तर को कम करता है
- खून के थक्के के उत्पादन हो बढ़ाता है
अगर आप स्मोकिंग की आदत से परेशान हैं, तो हमारी वेबसाइड पर मौजूद स्मोकिंग की आदत से कैसे छुटकारा पाएं आर्टिकल पढ़ कर अपनी मदद कर सकते हैं।
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2. ब्लड प्रेशर को रखें कम
हाई ब्लड प्रेशर ब्रेन स्ट्रोक का सबसे बड़ा कारण हो सकता है। सामान्य रक्तचाप 120/80 से कम होता है। अगर आपका ब्लड प्रेशर 130/80 से 140/90 की सीमा से ऊपर है, तो आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। इसके लिए आप निम्न बातों का ध्यान रख सकते हैंः
- हाई कोलेस्ट्रॉल युक्त पदार्थों का सेवन न करें
- नमक कम खाएं
- प्रतिदिन के आहार में ताजे फलों और सब्जियों की मात्रा शामिल करें
- कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन करें
- अगर मांसाहारी पदार्थ खा सकते हैं, तो सप्ताह में दो से तीन बार मछली खाएं
- दिन में कम से कम 30 मिनट तक एक्सरसाइज करें।
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3. एल्कोहॉल से दूरी बनाएं
एल्कोहॉल आपके ब्लड प्रेशर और ट्राइग्लिसराइड्स को हाई कर सकता है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। इसलिए अपने लाइफस्टाइल में शराब की मात्रा सीमित करें। कोशिश करें कि एल्कोहॉल से दूरी ही बनाए रखें।
4. वजन कम करें
अगर आप मोटापे से परेशान हैं, तो आपका शरीर हाई ब्ल्ड प्रेशर और डायबिटीज जैसे बीमारियों से जल्दी ग्रसित हो सकता है जो मस्तिष्क के दौरे के खतरे को भी बढ़ा सकता है। अगर आप ब्रेन स्ट्रोक कैसे रोकें के नियमों का पालन करना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने वजन को नियंत्रित करना सीखें।
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इसके लिए इन बातों का ध्यान रखेंः
- एक दिन में 1,500 से 2,000 की कैलोरी से अधिक न खाएं।
- शारीरिक गतिविधियों में खुद को हमेशा एक्टिव रखें।
- सुबह सैर करें। टेनिस या फुटबॉल जैसे खेल खेंलें।
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5. दिल का रखें ख्याल
हार्ट डिसऑर्डर जैसे कोरोनरी धमनी रोग, अनियमित दिल की धड़कन या दिल में खून के थक्के जमने जैसी स्थितियां खून की नसों को डैमेज कर सकती हैं। दिल की अनियमित धड़कन को एरियल फाइब्रिलेशन के तौर पर भी जाना जाता है। अगर आप ब्रेन स्ट्रोक कैसे रोकें के उपायों को फॉलो कर रहें हैं, तो जरूरी है कि आपका दिल दुरुस्त होना चाहिए, क्योंकि हार्ट डिजीज स्ट्रोक के मुख्य कारणों में से एक होता है। एट्रियल फाइब्रिलेशन खून के थक्कों के उत्पादन को बढ़ाता है। अगर यह थक्के मस्तिष्क में प्रवेश कर जाएं, तो स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं। ऐसी स्थतियों से बचने के लिए खून को पतला करने वाली दवाएं, चिकित्सक उपचार या सर्जरी का सहारा लिया जा सकता है।
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कैसे लगाएं एट्रियल फाइब्रिलेशन का पता?
अगर आपको सांस लेने में तकलीफ होती है, तो आपको एट्रियल फाइब्रिलेशन हो सकता है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
6. डायबिटीज का करें उपचार
हाई ब्लड शुगर खून की नसों को बहुत तेजी से डैमेज कर सकती है और यह खून के थक्के बनाने की प्रक्रिया भी तेजी से कर सकती है। अगर आ़पको से डायबिटीज की समस्या है, तो आपको मस्तिष्काघात का खतरा भी अधिक हो सकता है। इसलिए अगर ब्रेन स्ट्रोक के खतरे से बचना है, तो अपने डायबिटीज का उपचार कराएं और ब्लड शुगर को नियंत्रित करें। इसके लिए इन बातों का रखें ख्यालः
- अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा और आहार का सेवन करें
- साथ ही, उचित एक्सरसाइज भी करें
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7. एक्सरसाइज से करें दोस्ती
शरीर का आलसपन अपने आप में ही बीमारियों का घर होता है। इसलिए, अपने शरीर को हमेशा एक्टिव रखें। हफ्ते के 5 दिन कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें।
आपको किस तरह की एक्सरसाइज करनी चाहिए, यह आपके स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर कर सकती है। इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए आमतौर पर इन आदतों को भी अपना सकते हैंः
- हर सुबह नाश्ता करने के बाद थोड़ी देर टहलें। खाने के बाद टहलने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
- अगर आपके पास एक्सरसाइज करने के लिए 30 मिनट का समय नहीं है, तो इसे दिन में तीन बार 10-10 मिनट के लिए भी कर सकते हैं।
- ऐसे एक्सरसाइज न करें, जिसकी वजह से आपकों सांस लेने में बहुत ज्यादा परेशानी हो।
- लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल अधिक करें।
- स्ट्रोक से बचना है तो स्ट्रेस फ्री रहें। स्ट्रेस स्ट्रोक का मुख्य कारण हो सकता है।
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एक बात का ध्यान रखें कि ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। इसके जोखिम उनके पारिवारिक इतिहास, मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति, उम्र और दैनिक आदतों पर भी निर्भर कर सकती है। ब्रेन स्ट्रोक कैसे रोकें इसके लिए आपको सबसे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
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