प्रभावित स्थान पर ब्लीडिंग या नील पड़ना (Bleeding or Bruising) इंफेक्शन (Infection) हार्ट या ब्लड वेसल को नुकसान होना (Damage to Heart or Blood Vessels) इम्प्लांटेशन साइट पर दर्द होना (Mild Pain) इस डिवाइस से जुड़े जोखिम या साइड इफ़ेक्ट रोगी की उम्र, मेडिकल कंडीशंस या अन्य फैक्टर्स पर निर्भर करते हैं। इन जोखिमों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
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इस प्रोसीजर के बाद रिकवरी में कितना समय लगता है?
इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर (Implantable Loop Recorder) को स्किन के नीचे इन्सर्ट करने के लिए स्किन को काटा जाता है। इससे रोगी उस स्थान में नील और दर्द महसूस कर सकता है। लेकिन, यह समस्या अस्थायी हैं और बहुत जल्दी ठीक हो जाती हैं। कुछ दिनों में रोगी यह महसूस भी नहीं करता कि उसे कोई परेशानी है। इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर का प्रयोग तब तक किया जाता है, जब तक यह समस्या का निदान करने में मदद करता है या जब तक इसकी बैटरी खत्म नहीं हो जाती है। हालांकि, अगर मरीज या मेडिकल टीम चाहे, तो इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर को किसी भी समय बाहर निकाला जा सकता है। यदि इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर (Implantable Loop Recorder) दिखाता है कि रोगी समस्या बढ़ चुकी है और उसे पेसमेकर की आवश्यकता है, तो इसे उसी समय हटाया जा सकता है और पेसमेकर लगाया जाता है।
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इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर से जुड़ी सामान्य समस्याएं क्या हैं?
इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर को आमतौर पर पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है। यह डिवाइस आपके सामान्य जीवन में बाधा नहीं बनता है। इस डिवाइस को लगाने के बाद भी आप अपना सामान्य जीवन जी सकते हैं। अगर आप कोई लक्षण या पैल्पिटेशन महसूस करते हैं तो आप हैंड हेल्ड एक्टिवेटर (Hand Held Activator) का भी प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन, अगर किसी अन्य बीमारी के निदान के लिए आपको मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (Magnetic Resonance Imaging) की सलाह दी जाती है तो पहले डॉक्टर को इस डिवाइस के बारे में बता दें। क्योंकि इससे आपका उपकरण गलत रीडिंग प्रदर्शित कर सकता है। आप दो या तीन सालों तक इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर (Implantable Loop Recorder) का आराम से प्रयोग कर सकते हैं।
लेकिन, अगर आपको इसकी जरूरत नहीं है, तो इसे एक सामान्य प्रोसीजर से रिमूव किया जा सकता है। यह भी संभव है कि इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर के साथ किसी स्थान पर लगे मेटल डिटेक्टरों में आपको समस्या आये, उदाहरण के लिए, हवाई अड्डे पर। ऐसी स्थितियों में आपको अपने साथ आपका डिवाइस आइडेंटिफिकेशन कार्ड (Device Identification Card) रखना होगा, जो आपके डॉक्टर आपको दे सकते हैं।
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इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर के साथ किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए?
अगर किसी रोगी में इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर (Implantable Loop Recorder) को इम्प्लांट किया गया है तो उसे कुछ चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए, जैसे:
- अपने मोबाइल फोन को ब्रेस्ट पॉकेट में न रखें।
- इस इम्प्लांटेशन की प्रक्रिया के पांच से सात दिन तक कोई भी खेल खेलने से बचें। लेकिन, आप हल्की गतिविधियां कर सकते हैं और अपनी नौकरी या काम पर भी जा सकते हैं।
- जब तक आप पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते, अपने घाव का ध्यान रखें ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
- अपनी छाती को किसी भी चोट से बचाएं। क्योंकि, इससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
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आपका डॉक्टर नियमित रूप से इम्प्लांटेबल लूप रिकॉर्डर (Implantable Loop Recorder) को मॉनिटर करने के लिए कहेंगे। डिवाइस के चालू होने पर आपको नियमित जांच के लिए साल में एक या दो बार अपने डॉक्टर के पास जाने की भी आवश्यक है। यह रिकॉर्डर इनविजिबल होता है और इससे रोगी को कोई नुकसान नहीं होता है। यही नहीं, इसमें कोई पैच या वायर नहीं होते हैं। रोगी को इसके गीले होने पर चिंता करने की भी जरूरत नहीं है। यानी यह पूरी तरह से सुरक्षित है। अगर इससे जुड़ा कोई भी सवाल आपके मन में हैं, तो इस प्रोसीजर से पहले ही अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करना जरूरी है।