इंफेक्शन डिजीज के बारे में डॉक्टर अनीता मैथ्यू, संक्रामक रोग विशेषज्ञ, फोर्टिस अस्पताल, का कहना है,’ बहुत से लोगों को बहुत सारी इंफेक्शन वाली डिजीज होती है, जैसे कि किसी को कुछ प्रकार के फलों से होती है, तो कुछ को दवाओं से होती है। इन सबके प्रकार भी अलग-अलग है। इन सबका इलाज भी समय रहते बहुत जरूरी है। नहीं तो कई बार हालत भी गंभीर हो सकती है। इंफेक्शियस डिजीज में इस समय कोराेना और ब्लैक फंगस सबसे ज्यादा फैलने वाली डिजीज हैं। इन पर ध्यान न दिया जाए, तो स्थिति गंभीर और जानलेवा हो सकती है। इसके अलावा अन्य कई सामान्य इंफेक्शियस डिजीज भी है। जिसके बारे में लोगों काे पता होना चाहिए।
क्लैमाइडिया (Chlamydia)
यह एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जो उन युवा पुरुषों में सामान्य है, जो सेक्शुअली एक्टिव होते हैं। यह बैक्टीरियम क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस (Bacterium Chlamydia Trachomatis) के कारण होता है। क्लैमाइडिया संक्रमण का उपचार एज़िथ्रोमाइसिन (azithromycin) जैसी एंटीबायोटिक दवाओं से संभव है।
सूजाक (Gonorrhea)
सूजाक भी एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है। सूजाक निसेरिया गोनोरिया बैक्टीरिया (Neisseria gonorrhoeae bacteria) के कारण होता है। एंटीबायोटिक्स, जैसे कि सेफ्क्सिम (cefixime) का उपयोग आमतौर पर गोनोरिया के इलाज के लिए किया जाता है।
ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus)
ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (HIV) वो वायरस है, जो मनुष्य के इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं किसी को भी हो सकती है शारीरिक संबंधों । शेयर्ड सुइयों द्वारा यह फैलती है।
जेनिटल हर्पीस (Genital herpes)
जेनिटल हर्पीस भी एक इंफेक्शस डिजीज (Infectious Diseases) है। जेनिटल हर्पीस के कारण शरीर के यौन क्षेत्रों पर फफोले और घाव हो जाते हैं। यह समस्या महिलाओं या पुरुषों दोनों में हो सकती है।
ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV)
इंफेक्शस डिजीज में आगे है ह्यूमन पेपिलोमा वायरस। ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) के कई प्रकार मौजूद हैं और यह विभिन्न स्थितियां पैदा करते हैं। एचपीवी संक्रमण पुरुषों और महिलाओं में जेनिटल वार्ट का कारण बनता है। यह घाव लिंग, योनि या गुदा क्षेत्र पर नरम, उभरे हुए फफोलो के रूप में दिखाई देते हैं।
सेल्युलाइटिस (Cellulitis)
यह एक आम किंतु गंभीर बैक्टीरियल त्वचा संक्रमण है। जिसमें सेल्युलाइटिस के साथ, बैक्टीरिया त्वचा में प्रवेश करते हैं। सेल्युलाइटिस तेजी से शरीर में फैल सकता है और प्रभावित त्वचा में सूजन और लालिमा दिखाई देती है। अगर इस इंफेक्शस डिजीज (Infectious Diseases) का एंटीबायोटिक के साथ इलाज नहीं किया जाता है, तो सेल्युलाइटिस जानलेवा हो सकता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary Tract Infection)
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) मूत्र प्रणाली के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे आपके किडनी, मूत्रवाहिनी, ब्लैडर और मूत्रमार्ग। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन आमतौर पर तब होते हैं, जब बैक्टीरिया मूत्रमार्ग के माध्यम से मूत्र पथ में प्रवेश करते हैं और मूत्राशय में बढ़ना शुरू हो जाते हैं।
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ऑस्टियोमायलिटिस (Osteomyelitis)
ऑस्टियोमाइलाइटिस हड्डी में संक्रमण है। यह संक्रमण ब्लड स्ट्रीम के माध्यम से या पास के ऊतक से फैलकर हड्डी तक पहुंच सकता है। इसके सामान्य लक्षणों में दर्द, बुखार और ठंड लगना आदि शामिल हैं।
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