एंजाइना का इलाज (Symptoms of Angina)
हार्ट तक ब्लड फ्लो (Blood flow) ठीक करने की कोशिश की जाती है। मरीज को आराम से साथ-साथ काम भी कम करने की सलाह दी जाती है। प्रायः ब्लड फ्लो को ठीक करने के लिए एस्प्रिन दी जाती है। नाइट्रोग्लिसरीन जैसे नाइट्रेट, डेलेशन जैसी दवाओं से ब्लड फ्लो ठीक किया जाता है। बीटा-ब्लॉकर्स जैसी अन्य दवाएं हृदय गति को धीमा कर देती हैं, जिससे हृदय पर दवाब कम पड़ता है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर स्टेंट सर्जरी भी होती है।
पुरुषों में खतरनाक बीमारी: हार्ट अटैक (Heart Attack)
हार्ट अटैक आज के दौर में महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में जानलेवा बीमारी बन चुकी है। हार्ट अटैक में हृदय में रक्त का प्रवाह रुक जाता है। ज्यादातर मामलों में हार्ट अटैक के कारण जानलेवा देखें जाते हैं। इसकी स्थिति रक्त वाहिकाओं में फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य द्रव्यों के जम जाने से पैदा होती है। ये सभी चीजें हृदय में खून के प्रवाह में रुकावट पैदा करती हैं। आमतौर पर हृदय में रक्त पहुंचाने वाली रक्त वाहिकाएं यानी कोरोनरी आर्टरीज (coronery arteries) में ये समस्या उत्पन्न होती है। खून में ऐसी रुकावट की वजह से ये हृदय को पूरी तरह से या आंशिक रूप से क्षति पहुंचती है। यह एक जानलेवा समस्या है। हालांकि, मेडिकल साइंस ने इसके उपचार में नई उपलब्धियां हासिल कर ली हैं। इसी वजह से वर्तमान में दिल का दौरा आने पर भी लोगों की जान बचाई जा सकती है।
हार्ट अटैक के लक्षण (symptoms of Heart Attack)
जानलेवा बीमारी माने जाने वाले हार्ट अटैक के निम्न लक्षण हैं :
हार्ट अटैक का इलाज (Treatment of Heart Attack)
हार्ट अटैक (Heart Attack) के दौरान या उसके बाद एस्प्रिन (aspirin), थ्रॉमबॉलिटिक्स (thrombolytics), क्लोपिडॉगरिल (clopidogrel), हिपैरिन (heparin) आदि दवाइयां दी जा सकती हैं, जिनमें से कई ब्लड थिनर का काम कर रक्त प्रवाह सामान्य बनाती हैं, तो कई ब्लड क्लॉट होने से बचाती हैं। इसके अलावा सर्जरी में बाइपास सर्जरी भी की जाती है।
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पुरुषों में होने वाली जानलेवा बीमारी है कार्डिएक अरेस्ट (cardiac arrest)
जानलेवा बीमारी हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक कार्डिएक अरेस्ट (cardiac arrest) है। कार्डिएक अरेस्ट भी महिला और पुरुषों में होने वाली जानलेवा बीमारी (Other men’s health issue) है क्योंकि इसमें हमारा दिल अचानक से शरीर के विभिन्न हिस्सों में खून पहुंचाना बंद कर देता है और हृदय का धड़कना बंद हो जाता है। इससे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है, जब हृदय के अंदर वेंट्रीकुलर फाइब्रिलेशन पैदा होता है। हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि हार्ट अटैक में भले ही हृदय की धमनियों में खून का प्रवाह नहीं हो, पर हृदय की धड़कन चलती रहती है। जबकि कार्डियक अरेस्ट में दिल की धड़कन बंद हो जाती है।
कार्डिएक अरेस्ट के लक्षण (symptoms of cardiac arrest)
इसके लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे-
हृदय की गति का रुक जाना।
- अचानक से बेहोश हो होना।
- घबराहट और बेचैनी महसूस होना।
- सांस लेने में दिक्क्त महसूस होना और धीरे-धीरे सांस की गति धीमी होते जाना।
कार्डिएक अरेस्ट का इलाज (Treatment of cardiac arrest)
सीपीआर के द्वारा कार्डिएक अरेस्ट का प्राथमिक इलाज किया जाता है। इसके अलावा एंटी-अरिदमयिक दवाएं दी जाती हैं। सर्जरी की जरूरत पड़ने पर कोरोनरी एंजियोप्लास्टी और कोरोनरी बाइपास सर्जरी की जाती है।
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कैंसर (Cancer)
पुरुषों में जानलेवा बीमारी जैसे लंग कैंसर महिलाओं की तुलना में ज्यादा होता है। इसके अलवा पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर भी होता है।
पुरुषों में खतरनाक बीमारी है लंग कैंसर (Lung Cancer)
फेफड़े का कैंसर (Lung Cancer) तब होता है, जब फेफड़ों के टिशू असामान्य गति से बढ़ते हुए एक ट्यूमर का निर्माण करते हैं। शरीर में फेफड़े सांस लेने में मदद करते हैं और आपके शरीर के बाकी हिस्सों को ऑक्सिजन (Oxygen) पहुंचाते हैं। WHO के अनुसार, कैंसर से होने वाली मौतों का आमतौर से पाया जाने वाला कारण फेफड़ों का कैंसर है। फेफड़ों का कैंसर रोगी को कमजोर और बीमार बना देता है।