हर उम्र के लोगों को सही कैलोरी की जरूरत होती है। बच्चों के लिए कैलोरीज का खास ध्यान रखना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यह उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन, बच्चों को किस उम्र में कितनी कैलोरीज की जरूरत होती है यह भी जानना जरूरी है। लड़कियों में दस साल और लड़कों में बारह साल के आस-पास भूख बढ़ जाती है क्योंकि इस समय उनका शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होता है। पेरेंट्स का बच्चों के लिए कैलोरीज के बारे में जानना इसलिए भी जरूरी हो जाता है क्योंकि इस उम्र में सही मात्रा में कैलोरी लेने से भविष्य में उन्हें इसका फायदा दिखता है। कैलोरी भोजन द्वारा ली गई एनर्जी को कहा जाता है। शरीर किशोरावस्था के दौरान जीवन के किसी भी समय की तुलना में अधिक कैलोरी की मांग करता है।
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बच्चों के लिए कैलोरीज क्यों हैं जरूरी
बच्चों के शरीर को एनर्जी के लिए कैलोरीज की जरूरत होती है। लेकिन, बहुत अधिक कैलोरी लेने और कम एक्टिविटी करने से कैलोरी बर्न नहीं होती हैं, जो वजन बढ़ने का भी कारण बन सकता है।
बच्चों के लिए कैलोरीज कितनी सही है यह उनके खान-पान पर भी निर्भर करता है। ज्यादातर खाने और पीने की चीजों में कैलोरीज होती हैं। मूंगफली जैसे अन्य खाद्य पदार्थों में बहुत अधिक कैलोरीज होती हैं (आधा कप मूंगफली में 400 से अधिक कैलोरीज होती हैं)।
कुछ लोग जब वजन कम करने की कोशिश करते हैं, तो वे दिन में कितनी कैलोरीज लेते हैं इसका ध्यान रखते हैं। अधिकांश बच्चों को ऐसा करने की जरूरत नहीं है लेकिन सभी बच्चों के लिए स्वस्थ और संतुलित आहार की जरूरत होती है। बच्चों के लिए कैलोरीज की सही मात्रा का ख्याल रखना चाहिए। ये बहुत अधिक और बहुत कम भी नहीं होनी चाहिए दोनों ही सूरतों में यह बच्चे के लिए परेशानी खड़ी कर सकती हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आपके बच्चों के लिए कितनी कैलोरीज सही हैं।
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बच्चों के लिए कैलोरीज की कितनी जरूरत है
हर एक बच्चा अलग-अलग वजन और अलग बनावट का होता है। हर व्यक्ति का शरीर अलग-अलग दरों पर ऊर्जा (कैलोरी) बर्न करता है, इसलिए बच्चों के लिए कितनी कैलोरीज सही है यह उसके शरीर और उम्र पर भी निर्भर करता है। लेकिन, 6 से 12 साल की उम्र के ज्यादातर बच्चों के लिए कैलोरीज की एक सीमा है। यह 1,600 से 2,200 कैलोरीज हर रोज हो सकती हैं। बच्चों के लिए कैलोरीज की जरूरत इस बात पर भी निर्भर करती है कि वे पूरे दिन में कितने एक्टिव रहते हैं।
जब बच्चे प्यूबर्टी तक पहुंचते हैं, तो लड़कियों को पहले की तुलना में अधिक कैलोरीज की जरूरत होती है, लेकिन उन्हें लड़कों की तुलना में कम कैलोरीज की जरूरत होती है। जैसे ही लड़के प्यूबर्टी में पहुंचते हैं, तो उन्हें हर रोज 2,500 से 3,000 कैलोरी की जरूरत हो सकती हैं। खासकर अगर वे बहुत एक्टिव हैं। लेकिन, चाहे वे लड़कियां हों या लड़के जो बच्चे ज्यादा एक्टिव हैं और दिनभर चलना-फिरना पसंद करते हैं उन्हें उन बच्चों की तुलना में अधिक कैलोरी की जरूरत होती है, जो बैठना पसंद करते हैं।
बच्चों में कैलोरी को जानना और उसको मेंटेन करना आवश्यक होता है। अगर आप जरूरत से ज्यादा कैलोरीज लेते हैं, तो शरीर एक्सट्रा कैलोरी को फैट में बदलता है। बहुत अधिक फैट, वजन बढ़ना और दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। केवल आपका डॉक्टर ही बता सकता है कि आपका वजन अधिक है इसलिए अगर आप परेशान हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
पेरेंट्स का बच्चों के लिए हाई कैलोरीज फूड को जानना जरूरी है। अधिक कैलोरीज वाले फूड स्वीट सोडा, कैंडी और फास्ट फूड कम समय में ज्यादा कैलोरीज को बढ़ाते हैं। इसके बजाए एक हेल्दी बैलेंस डायट लें। बच्चों का व्यायाम करना और खेलना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि शारीरिक गतिविधियों से कैलोरीज बर्न होती है।
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बच्चों के लिए कैलोरीज लेने का अच्छा विकल्प हैं पोषक तत्व
भोजन में पोषक तत्व प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और गुड फैट शरीर के एनर्जी सोर्स का काम करते हैं।
- प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के हर एक ग्राम में 4 कैलोरी होती हैं।
- फैट में इसकी दोगुनी कैलोरीज होती हैं इसके हर एक ग्राम से 9 कैलोरीज ली जा सकती हैं ।
बच्चों के लिए कैलोरीज का साथी है प्रोटीन
तीन पोषक तत्वों में से हमे प्रोटीन के बारे में ज्यादा परेशान नहीं होना चाहिए। इसलिए नहीं कि यह जरूरी नहीं है बल्कि हमारे शरीर का 50% वजन प्रोटीन के कारण ही होती है। बच्चों के लिए कैलोरीज की जरूरत को प्रोटीन पूरा कर सकता है।
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कार्बोहाइड्रेट से बच्चों के लिए कैलोरीज
कॉम्प्लेक्स कार्ब्स बहुत एनर्जी देते हैं। अधिकांश डॉक्टर सलाह देते हैं कि कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट टिन्स के जरूरी कैलोरीज का 50% से 60% तक मुहैया कराते हैं। दूसरी ओर सिंपल कार्ब्स उनके मीठे स्वाद की वजह से लोगों को पसंद आते हैं। लेकिन, इनसे बहुत कम कैलोरीज मिलती हैं। यह आहार में कम से कम होने चाहिए।
बच्चों के लिए कैलोरीज की जरूरत पूरा करते हैं डायट्री फैट
फैट को आहार का केवल 30% ही होना चाहिए। इससे अधिक होना बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। फैट एनर्जी देता है और फैट शरीर को फैट-सॉल्यूबल विटामिन को अब्जॉर्ब करने में मदद भी करता है: जैसे विटामिन ए, डी, ई, और के। फैटी फूड में कोलेस्ट्रॉल होता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से भी बच्चों में अलग-अलग परेशानियां होती है।
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बच्चों के लिए कैलोरीज शरीर कैसे करता है इस्तेमाल
आपके शरीर को ऑपरेट करने के लिए कैलोरीज की जरूरत होती है। अब वह चाहे दिल का धड़कना हो या फेफड़ों का सांस लेना हो। बच्चों के लिए कैलोरीज शरीर को विकसित करने के लिए भी जरूरी होती हैं। अलग-अलग तरह के खाने-पीने की चीजों से शरीर को कैलोरी मिलती हैं।
हर दिन बच्चों के लिए एक घंटे या उससे अधिक के लिए किसी एक्टिविटी का हिस्सा बनना और एक्टिव रहना एक अच्छा आइडिया है। किसी भी तरह की एक्टिविटी करना बच्चों के लिए कैलोरीज को बर्न करने का अच्छा तरीका है। यह बताता है कि हर दिन एक्टिव रहना आपके शरीर को मजबूत रखता है और आपको स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद कर सकता है।
टीवी देखने और वीडियो गेम खेलने से बहुत कम कैलोरीज बर्न होती है यही कारण है कि आपको इन एक्टिविटीज को लिमिटेड समय के लिए करना चाहिए। एक व्यक्ति टीवी देखते समय प्रति मिनट केवल एक ही कैलोरी बर्न करता है।
आपके बच्चों के लिए कैलोरीज जितनी जरूरी हैं उतना ही जरूरी है उसे बर्न करना। बच्चों के लिए कैलोरीज लेने के बहुत सारे स्त्रोत हैं लेकिन, उसे बर्न करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है साथ ही इन्हें कंट्रोल रखना भी जरूरी है। आजकल की लाइफस्टाइल डिजिटल है और हर कोई फोन या लैपटॉप में व्यस्त रहता है। बच्चों को एक्टिव रखने के लिए उनको अलग-अलग एक्टिविटीज में एनरोल करें। यह उनकी कैलोरीज को बर्न करने में मदद करेगा और उन्हें स्वस्थ रखेगा।
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