गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) …एक डायजेस्टिव डिसऑर्डर है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड सर्वे रिपोर्ट के अनुसार भारत में 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज से पीड़ित हैं। गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के इन आंकड़ों में हल्के और गंभीर लक्षण वाले मरीज शामिल हैं। लोगों में GERD की समस्या क्यों होती है और क्या GERD सर्जरी (GERD Surgery) ही इस बीमरी से निजात पाने का विकल्प है? GERD का सर्जिकल ट्रीटमेंट (Surgical Treatment Of GERD) और ऐसे ही कई सवाल गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal reflux disease) से जुड़े हुए हैं। जैसे:
- GERD क्या है?
- गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के कारण क्या हैं?
- गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के लक्षण क्या हैं?
- GERD सर्जरी के विकल्प क्या हैं?
GERD एवं GERD सर्जरी से जुड़े इन सवालों का जवाब एक-एक कर समझने की कोशिश करते हैं।
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GERD (गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज) क्या है?
जब पेट में मौजूद आहार खाने की नली में वापस आ जाता है, तो ऐसी स्थिति में पेट में जलन एवं अन्य तकलीफ शुरू हो जाती है। पेट से जुड़ी इस तकलीफ को GERD (गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज) कहते हैं। GERD की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन हां इसके पीछे कुछ कारणों को जरूर समझना चाहिए जिससे GERD सर्जरी (GERD Surgery) की स्थिति ना बनें।
गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के कारण क्या हैं? (Cause of Gastroesophageal reflux disease)
यू.एस डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस (U.S. Department of Health and Human Services) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- खानपान की गलत आदत होना।
- ज्यादा वक्त तक कुछ नहीं खाना।
- जरूरत से ज्यादा खाना (Overeating) खाना।
- दवाओं (Medicine) का सेवन करना।
- स्मोकिंग (Smoking) करना।
- प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के दौरान।
इन कारणों के साथ-साथ दमा (Asthma), डायबिटीज (Diabetes) एवं स्कलेरोडर्मा (Scleroderma) भी गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज की संभावनाओं को बढ़ाता है।
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गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of GERD)
गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- सीने में दर्द (Chest Pain) महसूस होना।
- सीने में जलन (Heartburn) महसूस होना।
- खट्टी डकार आना।
- सूखी खांसी (Dry cough) होना।
- मसूड़ों में सूजन की समस्या होना।
- कैविटी (Cavities) से जुड़ी तकलीफ होना।
- सांसों से बदबू (Bad breath) आना।
- खाना खाने में कठिनाई होना।
- आवाज बैठना (Hoarseness)।
- गले में खराश (Chronic sore throat) होना।
- उल्टी (Vomiting) होना।
अगर ऐसे कोई भी लक्षण महसूस किये जा रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर हेल्थ कंडिशन (Health Condition) को ध्यान में रखकर दवा या GERD सर्जरी (GERD Surgery) करवाने की सलाह दे सकते हैं।
GERD सर्जरी (GERD Surgery): GERD का सर्जिकल ट्रीटमेंट (Surgical Treatment Of GERD) कैसे किया जाता है?
GERD सर्जरी से पहले डॉक्टर पेशेंट में GERD के लक्षण को समझते हैं और फिर उस आधार पर पहले टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं।
GERD टेस्ट (GERD Diagnosis)-
GERD टेस्ट के दौरान निम्नलिखित टेस्ट किये जा सकते हैं। जैसे:
- इसोफेगल इमपीडेंस टेस्ट (Esophageal impedance test)
- एंब्यूलेट्री एसिड टेस्ट (Ambulatory acid test)
- एंडोस्कोपी (Endoscopy)
- अपर डायजेस्टिव सिस्टम का एक्स-रे (X-Ray of Upper Digestive System)
इन टेस्ट रिपोर्ट्स को ध्यान में रखकर GERD की दवा या फिर आवश्यकता पड़ने पर GERD सर्जरी (GERD Surgery) की जा सकती है।
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GERD सर्जरी (GERD Surgery)-
गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के लिए सर्जरी की आवश्यकता तुरंत नहीं पड़ती है, लेकिन अगर पेट में बनने वाले एसिड की वजह से पेट के अंदुरुनी हिस्से में सूजन की समस्या शुरू हो गई है, तो ऐसे में ब्लीडिंग (Bleeding) या अल्सर (Ulcers) जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। वहीं अगर गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal reflux disease) की वजह से टिशू डैमेज होने लगे और इसोफेगस में सूजन की समस्या भी GERD सर्जरी (GERD Surgery) का संकेत दे सकती है। हालांकि GERD सर्जरी (GERD Surgery) से पहले डॉक्टर लॉन्ग टर्म मेडिसिन के सेवन की भी सलाह दे सकते हैं और इस दौरान पेशेंट के हेल्थ कंडिशन पर ध्यान बनाये रखते हैं। दवाओं के सेवन और डॉक्टर द्वारा दिए गए सलाह के बाद भी अगर स्थिति ठीक ना हो, तो ऐसे में GERD का सर्जिकल ट्रीटमेंट (Surgical Treatment Of GERD) किया जा सकता है।
GERD सर्जरी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी-
1. फंडोप्लिकेशन (Fundoplication)-
GERD सर्जरी की लिस्ट में सबसे पहले बात करते हैं फंडोप्लिकेशन (Fundoplication) की। फंडोप्लिकेशन सर्जरी के दौरान डॉक्टर पेट के ऊपरी हिस्से (आहार नली) इसोफेगस को लपेट देते हैं। ऐसा करने से एसिडिक पदार्थ खाने की नली में नहीं जा पाता है। फंडोप्लिकेशन (Fundoplication) GERD सर्जरी के दो दिन पहले लिक्विड डायट का सेवन करना पड़ता है और सर्जरी के दिन खाना खाने की सलाह नहीं दी जाती है। पेट साफ करने के लिए डॉक्टर मेडिकेशन प्रिस्क्राइब करते हैं। फंडोप्लिकेशन GERD सर्जरी लॉन्ग टर्म के अनुसार बेहतर माना जाता है।
2. टीआईएफ (Transoral Incisionless Fundoplication)-
टीआईएफ GERD सर्जरी भी एसिड को रोकने में मददगार होते हैं। टीआईएफ GERD सर्जरी के दौरान पेट (Stomach) एवं एसोफेगस (Esophagus) के बीच बेरियर लगाई जाती है, जिससे एसिड को रोका जा सकता है। इस सर्जरी के दौरान भी 1 से 2 दिनों के लिए लिक्विड डायट फॉलो करने की सलाह दी जाती है और सर्जरी के दिन खाना नहीं खाना चाहिए।
3. स्ट्रेटा प्रोसीजर (Stretta Procedure)-
यू.एस. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (U.S. Food and Drug Administration) के अनुसार स्ट्रेटा परोसिडियूर (Stretta Procedure) को अप्रूव किया गया है। फंडोप्लिकेशन GERD सर्जरी की तरह ही स्ट्रेटा परोसिडियूर भी है, लेकिन इस GERD सर्जरी के दौरान इसोफेगस (Esophagus) में फ्लेक्सिबल ट्यूब लगाई जाती है, जिससे एसिड बनने की प्रक्रिया को रोकने में मदद मिलती है।
4. बार्ड एंडो-सिंच सिस्टम (Bard EndoCinch System)-
एंडोस्कोप (Endoscope) की सहायता से लोअर एसोफेगस स्फिंक्टर (Lower Esophageal sphincter [LES]) को स्टिच किया जाता है, जिससे गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) को कम करने में मदद मिलती है।
5. लिंक्स सर्जरी (Linx Surgery)-
GERD सर्जरी के लिस्ट में शामिल लिंक्स सर्जरी (Linx Surgery) में यह GERD सर्जरी सबसे कम पेनफूल माना गया है। इस सर्जरी के दौरान एक स्पेशल डिवाइस लिंक्स (Linx) की मदद ली जाती है। लिंक्स में मैग्नेटिक टाइटेनियम बीड्स होते हैं एक साथ मूव होते हैं, जो पेट और इसोफेगस को एकसाथ खुलने नहीं देते हैं और फूड भी आसानी पास हो जाता है।
GERD का सर्जिकल ट्रीटमेंट (Surgical Treatment Of GERD) इन्हीं अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। डॉक्टर पेशेंट की हेल्थ कंडिशन और गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज की गंभीरता को ध्यान में रखकर ही GERD सर्जरी का निर्णय लेते हैं। GERD सर्जरी (GERD Surgery) के बाद डॉक्टर द्वारा दी गई इंस्ट्रक्शन को ठीक तरह से फॉलो करें और हेल्दी रहें।
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GERD सर्जरी: किन बातों का रखें ध्यान, जिससे ना पड़े सर्जरी की जरूरत? (Tips to avoid GERD)
GERD सर्जरी (GERD Surgery) की आवश्यकता ना पड़े इसलिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:
- शरीर का वजन (Weight) संतुलित बनाये रखें।
- स्मोकिंग (Smoking) ना करें।
- एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन कम से कम करें या ना करें।
- ऑयली खाना खाने से बचें।
- खाना खाने के दो घंटे बाद सोएं।
- कैफीन ड्रिंक्स का सेवन कम से कम करें।
- थिओफाइलिन (Theophylline) का सेवन ना करें।
इन सात बातों को ध्यान में रखकर गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal reflux disease) को कम करने में या इस बीमारी से बचने में मदद मिल सकती है।
गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) से जुड़ी कोई भी समस्या अगर आप महसूस करते हैं, तो इसे इग्नोर ना करें। क्योंकि गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के शुरुआती स्टेज में सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती है और दवाओं से इस तकलीफ को कम करने में मदद मिल सकती है।
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