ये बात सही है कि प्रेग्नेंसी में थकान के कारण ज्यादा कुछ करने का मन नहीं करता, लेकिन आपको हल्का व्यायाम जरूर करना चाहिए। एरोबिक, थोड़ा तेज चलना आदि। डॉक्टर और ट्रेनर की हेल्प से आप हल्के व्यायाम को रोजाना कर सकती हैं। इससे आपकी थकान दूर हो जाएगी और नींद भी अच्छी आएगी।
कैफीन का उपयोग संभलकर करें
द अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्ट्रेटिशन एंड गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार सीमित मात्रा में कैफीन (200 मिलीग्राम या 1½ कप कॉफी प्रतिदिन) मिसकैरिज या प्रीटर्म बर्थ का कारण नहीं बनती, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान कैफीन युक्त बेवरेज का सेवन रेगुलर तौर पर नहीं करना चाहिए। अगर आप कैफीन का उपयोग करती हैं तो प्रेग्नेंसी के दौरान इसे लेना बंद कर दें या कम मात्रा में लें। कैफीन के प्रभाव से नींद उड़ जाती है जो थकावट को बढ़ाने का काम करती है। कई बार कैफीन मूड को भी प्रभावित करती है।
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बेबी शॉवर के साथ ही पर्याप्त नींद जरूर लें
प्रेग्नेंसी में थकान से बचने के लिए पर्याप्त नींद जरूर लें। अगर रात में आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती है तो दिन में जब भी मिले, थोड़ी सी झपकी लें। 15 से 20 मिनट की झपकी आपके शरीर को बहुत आराम देगी। इस तरह से आप प्रेग्नेंसी में थकान से राहत पा सकती हैं।
ओरल हेल्थ पर दें ध्यान
हो सकता है कि आपको ये बात बहुत अजीब लग रही हो कि ओरल हेल्थ से प्रेग्नेंसी का क्या मतलब है? लेकिन ये सच है कि ओरल हेल्थ प्रेग्नेंसी को भी अफेक्ट कर सकती है। गम डिजीज, कैविटी की समस्या, पेरियोडोंटाइटिस (periodontitis) गर्भावस्था में बुरा प्रभाव दिखा सकते हैं। मां के मुंह के बैक्टीरिया गर्भ में पल रहे शिशु तक पहुंच सकते हैं। जब मां के मुंह में बहुत अधिक बैक्टीरिया हो जाते हैं, तो मसूड़ों से खून के माध्यम से गर्भाशय तक पहुंच जाते हैं। अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान या पहले ओरल हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। प्रेग्नेंसी में हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने से ही हेल्दी बेबी पैदा होगा।